बुधवार, 6 मई 2020

गुजरात से जिले में पहुँचे 82 कामगार

टीआर ब्यूरो


 मुजफ्फरनगर । कोरोना के चलते लागू हुए लॉक डाउन के तीसरे चरण में देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे मजदूरों का  लगातार  लोगो के आने का तांता लगा हुआ है । जिन्हें सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों द्वारा दूसरे प्रदेशों से अपनी रोडवेज की बसों से मंगाया जा रहा है इसी कड़ी में आज गुजरात से यूपी सरकार द्वारा 82 कामगार आज रोडवेज बस स्टैंड पर पहुँचाया गया ।जिन्हें एडीएम प्रशासन अमित कुमार के  निर्देशन में पुलिस अमले और डॉक्टरो की टीम ने मेडिकल परीक्षण करा कर उनके घरों के लिए रवाना किया जा रहा है।जहाँ उन्हें होम कवारेंटन किया जाएगा । कामगारों को उनके घर भेजने की व्यवस्था एडीएम प्रशासन अमित कुमार द्वारा की जा रहा हैं।


पेट्रोल डीजल - करीब 70 पर्सेंट तक लगता है टैक्स 


नई दिल्ली। सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (उत्पाद शुल्क) में भारी वृद्धि कर दी है। कच्चे तेल की कीमत साल के सर्वोच्च स्तर से 60 पर्सेंट तक नीचे आ चुकी है, इसलिए ग्राहकों की जेब पर इस वृद्धि का असर नहीं होगा।
पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी रेकॉर्ड 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दी गई है। सरकार को इस वृद्धि से 1.6 लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा। पेट्रोल पर अब प्रति लीटर 32.98 रुपए और डीजल पर 31.83 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्युटी है। दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 71.26 रुपए प्रति लीटर है और 1 लीटर डीजल के लिए ग्राहकों को 69.39 रुपए खर्च करने पड़ते हैं। 
पेट्रोल
आधार कीमत: 17.96 रुपए प्रति लीटर
ढुलाई खर्च: 0.32 रुपए प्रति लीटर
डीलरों को कीमत (एक्साइज और वैट छोड़कर): 18.28 रुपए प्रति लीटर
एक्साइज ड्यूटी: 32.98 रुपए (बेसिक एक्साइज ड्यूटी 2.98 रुपए, विशेष अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी 12 रुपए और रोड व इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस के लिए अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी 18 रुपए)।
औसत डीलर कमिशन: 3.56 रुपए प्रति लीटर।
वैट (डीलर कमिशन पर वैट शामिल करते हुए): 16.44 रुपए।
दिल्ली में खुदरा कीमत: 71.26 रुपए
(इस कीमत में 2.5% कस्टम ड्यूटी, अतिरिक्त कस्टम्स ड्यूटी 2.98 रुपए प्रति लीटर और 10 रुपए अतिरिक्त कस्टम ड्यूटी शामिल है।)


डीजल
आधार कीमत: 18.49 रुपए प्रति लीटर
ढुलाई खर्च: 0.29 रुपए प्रति लीटर
डीलरों को कीमत (एक्साइज और वैट छोड़कर): 18.78 रुपए प्रति लीटर
एक्साइज ड्यूटी: 31.83 रुपए (बेसिक एक्साइज ड्यूटी 4.838 रुपए, विशेष अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी 9 रुपए और रोड व इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस के लिए अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी 18 रुपए)।
औसत डीलर कमिशन: 2.52 रुपए प्रति लीटर।
वैट (डीलर कमिशन पर वैट शामिल करते हुए): 16.26 रुपए प्रति लीटर।
दिल्ली में खुदरा कीमत: 69.39 रुपए प्रति लीटर।
(इस कीमत में 2.5% कस्टम ड्यूटी, अतिरिक्त कस्टम्स ड्युटी 4.84 रुपए प्रति लीटर और 10 रुपए अतिरिक्त कस्टम ड्यूटी शामिल है।)


कल से होगी शराब की होम डिलीवरी 


नई दिल्ली । पंजाब सरकार कल से (गुरुवार) शराब की होम डिलीवरी कराने जा रही है। हालांकि, इस दौरान राज्य में शराब की दुकानें भी खुली रहेंगी। यह दुकाने सिर्फ सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक, चार घंटे के लिए खुलेंगी।
वहीं, छत्तीसगढ़ सरकार ने भी शराब की होम डिलीवरी कराने के लिए एक पोर्टल लॉन्च किया है। शराब की दुकानों पर लग रही भारी भीड़ को देखते हुए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया। इसके जरिए लोग घर बैठे शराब मंगवा सकेंगे। हालांकि, यह सर्विस उन्हीं लोगों के लिए उपलब्ध होगी, जो ग्रीन जोन में हैं। 
एक अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के ग्रीन जोन वाले लोग सीएसएमसीएल मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करके शराब का ऑर्डर ऑनलाइन कर सकेंगे। वेबसाइट के जरिए से भी ऑर्डर किया जा सकेगा। इसके लिए 120 रुपये डिलीवरी चार्ज अतिरिक्त देने होंगे। बता दें कि चार मई से शराब की बिक्री की अनुमति मिलने के बाद कई राज्यों में एक दिन में ही करोड़ों रुपये की शराब बिक चुकी है। उत्तर प्रदेश में पहले दिन तकरीबन 100 करोड़ रुपये की शराब बिकी। इसके अलावा कर्नाटक में पहले दिन 45 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई थी।


अब बिहार के सीतामढ़ी से हुए हिमालय के दर्शन 


सीतामढ़ी। देश में  लॉकडाउन के दौरान देश के कई हिस्सों से खूबसूरत नजारों की तस्वीरें आईं। सबसे पहले जालंधर की तस्वीरों ने चौंकाया, जहां से हिमालय की धौलाधार रेंज दिखाई दी। इसके बाद सहारनपुर की तस्वीरों ने। अब बिहार के सीतामढ़ी से पहाड़ नजर आए हैं। 
हम सीतामढ़ी जिले के अपने गाँव #सिंहवाहिनी में अपने छत से #MtEverest देख सकते हैं आज। प्रकृति खुद को संतुलित कर रही है। नेपाल के नज़दीक वाले पहाड़ तो बारिश के बाद साफ मौसम में कभी कभी दिख जाते थे। असल हिमालय के दर्शन अपने गाँव से आज पहली बार हुए। 
यह तस्वीर ट्विटर यूजर Ritu Jaiswal ने शेयर की। उन्होंने फोटो के कैप्शन में लिखा, ‘हम सीतामढ़ी जिले के अपने गांव #सिंहवाहिनी में अपने छत से #MtEverest देख सकते हैं आज। प्रकृति खुद को संतुलित कर रही है। नेपाल के नजदीक वाले पहाड़ तो बारिश के बाद साफ मौसम में कभी-कभी दिख जाते थे। असल हिमालय के दर्शन अपने गांव से आज पहली बार हुए।’ अब इस तस्वीर को कई लोग शेयर कर रहे हैं। आईएफएस प्रवीन कासवान ने भी फोटो को शेयर किया और लिखा, ‘जब बिहार के सिंहवाहिनी गांव के लोगों ने अपने घरों से एवरेस्ट देखा। उन्होंने कहा कि यह कई दशकों बाद हुआ है।’
यह दावा गांव की मुखिया Ritu Jaiswal का है, जिन्होंने इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया।


जिले में 4 कोरोना पॉजिटिव हुए ठीक

टीआर ब्यूरो।


मुज़फ्फरनगर। जिले में कोरोना पोजिटिवो की में लगातार गिरावट हो रही है।
आज आई रिपोर्ट में 4 और मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आयी हैं। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है इसके बाद जिले अब केवल 6 मरीज पॉजिटिव बचे है।


आज ही हुआ था नृसिंह अवतार

केशवधृत नरहरि रूप श्रीनृसिंहजी के प्रागट्योत्सव “नृसिंह चतुर्दशी”की सभी वैष्णववृदं को मंगल बधाई……


*🌺“नृसिंह चतुर्दशी”🌺*


*दिन में मरूँ नाय मैं,मरूँ ना प्रभु रात में,*
    *देऔ वरदान ऐसौ आपकौ सहारौ है।*
*मानव न मारै मोय मार सकै दानव हू,*
    *ऐसौ अभिमान कर दुष्ट नै उचारौ है।*
*घोर अत्याचार जब किए हिरणकश्यप नै,*
    *आर्तनाद कर प्रहलाद नै पुकारौ है।*
*प्रकट भये हैं खम्भ फारिकै नृसिंह देव,*
    *देहरी पै डार ताकौ पेट फार डारौ है।*


नृसिंह चतुर्दशी के दिन पूर्ण पुरुषोत्तम भगवान श्री कृष्ण ने अर्ध सिंह, अर्ध मनुष्य के रूप में अवतार लिया था।


*नृसिंह अवतार हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु के दस अवतारों में से चतुर्थ अवतार हैं* जो वैशाख में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अवतरित हुए। 


पृथ्वी के उद्धार के समय भगवान ने वाराह अवतार धारण करके हिरण्याक्ष का वध किया। उसका बड़ा भाई हिरण्यकशिपु बड़ा रुष्ट हुआ। उसने अजेय होने का संकल्प किया। सहस्त्रों वर्ष बिना जल के वह सर्वथा स्थिर तप करता रहा। ब्रह्मा जी सन्तुष्ट हुए। दैत्य को वरदान मिला। उसने स्वर्ग पर अधिकार कर लिया। लोकपालों को मार भगा दिया। स्वत सम्पूर्ण लोकों का अधिपति हो गया। 


देवता निरूपाय थे। असुर को किसी प्रकार वे पराजित नहीं कर सकते थे। 


हिरण्यकशिपु के चार पुत्र थें । 


एक दिन सहज ही अपने चारों पुत्रों में सबसे छोटे प्रह्लाद से पूछा -बेटा, तुझे क्या अच्छा लगता है ? 


प्रह्लाद ने कहा - इन मिथ्या भोगों को छोड़कर वन में श्री हरि का भजन करना 


ये सुनकर हिरण्यकशिपु बहुत क्रोधित हो गया , उसने कहा - इसे मार डालो। यह मेरे शत्रु का पक्षपाती है। 


असुरों ने आघात किया। भल्ल-फलक मुड़ गये, खडग टूट गया, त्रिशूल टेढ़े हो गये पर वह कोमल शिशु अक्षत रहा। दैत्य चौंका। प्रह्लाद को विष दिया गया पर वह जैसे अमृत हो। सर्प छोड़े गये उनके पास और वे फण उठाकर झूमने लगे। मत्त गजराज ने उठाकर उन्हें मस्तक पर रख लिया। पर्वत से नीचे फेंकने पर वे ऐसे उठ खड़े हुए, जैसे शय्या से उठे हों। समुद्र में पाषाण बाँधकर डुबाने पर दो क्षण पश्चात ऊपर आ गये। घोर चिता में उनको लपटें शीतल प्रतीत हुई। गुरु पुत्रों ने मन्त्रबल से कृत्या (राक्षसी) उन्हें मारने के लिये उत्पन्न की तो वह गुरु पुत्रों को ही प्राणहीन कर गयी। प्रह्लाद ने प्रभु की प्रार्थना करके उन्हें जीवित किया।


अन्त में हिरण्यकशिपु ने प्रह्लाद को बाँध दिया और स्वयं खड्ग उठाया। और कहा - तू किस के बल से मेरे अनादर पर तुला है , कहाँ है वह ? 


प्रह्लाद ने कहा - सर्वत्र? इस स्तम्भ में भी . 


प्रह्लाद के वाक्य के साथ दैत्य ने खंभे पर घूसा मारा। वह और समस्त लोक चौंक गये। स्तम्भ से बड़ी भयंकर गर्जना का शब्द हुआ। एक ही क्षण पश्चात दैत्य ने देखा- समस्त शरीर मनुष्य का और मुख सिंह का, बड़े-बड़े नख एवं दाँत, प्रज्वलित नेत्र, स्वर्णिम सटाएँ, बड़ी भीषण आकृति खंभे से प्रकट हुई। दैत्य के अनुचर झपटे और मारे गये अथवा भाग गये। हिरण्यकशिपु को भगवान नृसिंह ने पकड़ लिया। 


मुझे ब्रह्माजी ने वरदान दिया है! छटपटाते हुए दैत्य चिल्लाया। दिन में या रात में न मरूँगा, कोई देव, दैत्य, मानव, पशु मुझे न मार सकेगा। भवन में या बाहर मेरी मृत्यु न होगी। समस्त शस्त्र मुझ पर व्यर्थ सिद्ध होंगे। भुमि, जल, गगन-सर्वत्र मैं अवध्य हूँ। 


नृसिंह बोले- देख यह सन्ध्या काल है। मुझे देख कि मैं कौन हूँ। यह द्वार की देहली, ये मेरे नख और यह मेरी जंघा पर पड़ा तू। अट्टहास करके भगवान ने नखों से उसके वक्ष को विदीर्ण कर डाला। 


वह उग्ररूप देखकर देवता डर गये, ब्रह्मा जी अवसन्न हो गये, महालक्ष्मी दूर से लौट आयीं, पर प्रह्लाद-वे तो प्रभु के वर प्राप्त पुत्र थे। उन्होंने स्तुति की। भगवान नृसिंह ने गोद में उठा कर उन्हें बैठा लिया और स्नेह करने लगे.


नरसिंह भगवान और प्रह्लाद के बीच ज्ञान की बात!!!!!!!


 भगवान नरसिंह ने हिरण्यकशिपु को मारा, लेकिन उसके उपरांत भी भगवान क्रोध में थे।


अब हिरण्यकशिपु का वध करने के बाद सब देवता लोग आ गए, ब्रह्मा, शंकर भी आये। तब नारद मुनि सब ने कहा कि "भाई भगवान नरसिंह अवतार लिए है उनकी स्तुति करे, अभिनंदन करें, उनका धन्यवाद करना चाहिए, उन्होंने इतना बड़ा काम किया, इस लिए आप सब जाये उनके पास।


" देवताओं ने पहले ही मना कर दिया। देवताओं ने कहा कि "अभी तो भगवान नरसिंह बड़े क्रोध में है, हमसे उनका यह स्वरूप देखा नहीं जा रहा है। हम सब देवता उनके इस स्वरूप से भयभीत है। अतएव हम नहीं जाएगे।"


तो कौन जाएगा? यह प्रश्न हुआ। तो सबने शंकर जी को कहा की महाराज आप जाइये, आप तो प्रलय करने वाले है। तब शंकर जी ने कहा "नहीं-नहीं मेरी हिम्मत नहीं है, मैं नहीं जा सकता" तब ब्रह्मा से कहा गया, "आप तो सृष्टि करता है, आपकी दुनिया हैं, आपके लिए ही तो आए हैं।" ब्रह्मा जी कहते हैं "वह सब तो ठीक है। लेकिन मैं तो नहीं जाऊंगा।"


तो फिर सब ने परामर्श किया की अब लक्ष्मी जी को बुलाया जाए और उनको बोला जाए। क्योंकि नरसिंह भगवान विष्णु जी के अवतार है और विष्णु जी की अर्धांगिनी लक्ष्मी जी है, इनको देख करके हो सकता है नरसिंह भगवान का क्रोध उतर जाए, जो विराट रूप इनका है वह विराट रूप शांत हो जाएगा और मुस्कुराहट वाला रूप आ जाएगा। इसलिए लक्ष्मी जी से कहा गया जानेको।


तो लक्ष्मी जी ने कहा "मैं इस समय कोई अर्धांगिनी नहीं बनना चाहती हूँ। मैं अभी आप लोगों की बात नहीं मान सकती। मेरी हिम्मत नहीं है जाने की। नरसिंह भगवान का वह स्वरूप देखा नहीं जा रहा मुझसे, वो अनंत कोटि सूर्य के समान प्रकाश है व क्रोध भी है।" फिर सब लोग हार गए कोई भी तैयार नहीं हुआ जानेको।


तब नारद जी ने तरकीब (सुझाव) दिया और उन्होंने कहा कि "देखो भाई! यह घपड़-सपड़ करना ठीक नहीं है। बड़ी बदनामी की बात है की मृत्यु लोक में इतना बड़ा काम किया भगवान ने और कोई उनकी स्तुति ना करे! अभिनंदन ना करें।


" इसलिए नारद जी ने कहा कि "प्रह्लाद को भेजो!" प्रह्लाद के पास सब लोग गए और कहा कि "बेटा तुम्हारे पिता को मार कर के नरसिंह भगवान खड़े हैं। उनके पास जाओ ना!" प्रह्लाद जी को डर नहीं लगा, वो आराम से लेफ्ट राइट करते हुए पहुंच गए नरसिंह भगवान के पास। उस वक्त प्रह्लाद जी ५-६ वर्ष के थे ही। 


जब वह गए नरसिंह भगवान के पास तो भगवान का जो विराट स्वरूप, आंतों की माला पहने हुए, खून से लतपत नाख़ून था। तो प्रह्लाद को देख कर मुस्कुराने लगे। फिर समस्त देवी-देवता, ब्रह्मा, शंकर आदि नरसिंह भगवान के पास जाकर उनकी स्तुति व अभिनंदन करने लगे। तब नरसिंह भगवान ने प्रह्लाद से कहा,भागवत ७.९.५२ 


"वरं वृणीष्वाभिमतं कामपूरोऽस्म्यहं नृणाम्" 


भावार्थ - बेटा वर मांगों। जो कुछ मांगोंगे वह सब मैं देने को तैयार हूँ। सब मांगते हैं तुम भी मांगों बेटा। तब प्रह्लाद ने मन ही मन कहा अच्छा! बेवकूफ बनाना शुरु हो गया, कहते हैं वर मांगो! 


तब प्रह्लाद ने कहा
भागवत ७.१०.४ 
"यस्त आशिष आशास्ते न स भृत्यः स वै वणिक्" 


भावार्थ - हे प्रभु! जो दास कुछ भी कामना लेकर जाता है स्वामी के पास। तो वह दास नहीं है, वह तो बनिया (व्यापारी) है। ऐसा व्यापार तो हमारे संसार में रोज होता है। हमने ₹10 दिया तो उसने ₹10 की मिठाई दे दिया। यह तो व्यापार है। दास तो केवल दासता करता है।


यदि दास्यसि मे कामान्वरांस्त्वं वरदर्षभ।
कामानां हृद्यसंरोहं भवतस्तु वृणे वरम्॥


भावार्थ - प्रह्लाद जी कहते हैं कि अगर प्रभु आप देना ही चाहते हैं और अगर आपकी आज्ञा है कि मेरी आज्ञा है मानना ही पड़ेगा। तो ऐसा कोई आपका आदेश हो, तो प्रभु! यह वर दीजिए कि मैं आपसे कुछ न मांगू, ऐसा मेरा अंतःकरण कर दीजिए की कभी मांगने की बुद्धि पैदा ही ना हो, वर्तमान में तो नहीं है प्रभु! लेकिन आगे भी ना हो ऐसा वर दे दीजिए। क्योंकि मैं तो अकाम हूँ। मैं तो सेवा चाहता हुँ। मैं कुछ मांगने नहीं आया हुँ और वास्तविकता यह है कि आपको भी हमसे कुछ नहीं चाहिए। फिर आप मुझसे क्यों कहते हैं कि वर मांग?
भागवत ७.१०.८


इन्द्रियाणि मनः प्राण आत्मा धर्मो धृतिर्मतिः।
ह्रीः श्रीस्तेजः स्मृतिः सत्यं यस्य नश्यन्ति जन्मना॥


भावार्थ - प्रभु! यह कामना ऐसी बुरी चीज है की अगर कामना पैदा हो गई, तो इंद्रियां, मन, प्राण, आत्मा, धर्म, धैर्य, लज्जा, श्री, तेज, सत्य, सब नष्ट हो जाते हैं। यह कामना की बीमारी मुझको नहीं है इसलिए आप देना ही चाहते है तो मुझे ऐसा वर दीजिए कि कामना कभी पैदा ही ना हो। नरसिंह भगवान मुस्कुराने लगे उन्होंने कहा कि ठीक है, जैसा तू कहता है वैसा ही होगा। 


अब मेरी आज्ञा सुन,,,,भागवत ७.१०.११ 
"तथापि मन्वन्तरमेतदत्र दैत्येश्वराणामनुभुङ्क्ष्व भोगान्" 


भावार्थ - एक मन्वन्तर राज्य करो। (४३२०००० मानव वर्ष का चार युग, ७१ बार चार युग बीत जाये तो १ मन्वन्तर होता है जो ३०६७२०००० मानव वर्ष के बराबर है।) लगभग ३० करोड़ वर्ष तक राज्य करो, यह आज्ञा नरसिंह भगवान ने प्रह्लाद को दिया। ऐसा कह कर भगवान अंतर्ध्यान हो गए और सब लोगों ने कहा कि बोलिए नरसिंह भगवान की जय।


   
*यह व्रत माधो प्रथम लियो,*
*जो मेरे भक्तन सो बैर करत है,*
*तीनको नखन फाडु हियो...।*


*जो भक्तन सों बैर करत है, परमेश्वर सों बैर करे*
*जो जीव प्रभु के प्रिय भक्तो का द्वेष , निंदा, ईर्षा या फीर बैर करता है वह जीव प्रभु को अप्रिय है !!*


*जय जय श्रीनृसिंह हरि।*
*जय जगदीश भक्त भय मोचन,*
*खंम फारि प्रकटे करूणा करि।।१।।*
*हिरण्यकशिपुने कों नखन बिदायों,*
*तिलक दियो प्रल्हाद अभय शिर।*
*परमानंद दासको ठाकुर,*
*नाम लेत सब पाप जात जर।।२।।*


*केशवधृत नरहरि रूप  श्रीनृसिंहजी के प्रागट्योत्सव *“नृसिंह चतुर्दशी”* *की सभी वैष्णववृदं को बधाई……*🌹🌹❤️❤️🌹🌹


आज का पंचाग व राशिफल 6 मई 2020


🌞 ~ *आज का पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 06 मई 2020*
⛅ *दिन - बुधवार* 
⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - वैशाख*
⛅ *पक्ष - शुक्ल* 
⛅ *तिथि - चतुर्दशी रात्रि 07:44 तक तत्पश्चात पूर्णिमा*
⛅ *नक्षत्र - चित्रा दोपहर 01:41 तक तत्पश्चात स्वाती*
आ⛅ *योग - सिद्धि रात्रि 08:39 तक तत्पश्चातम व्यतिपात*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:24 से दोपहर 02:01 तक* 
⛅ *सूर्योदय - 06:06*
⛅ *सूर्यास्त - 19:04* 
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - 
 💥 *विशेष - चतुर्दशी और पूर्णिमा के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करे तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *वैशाख पूर्णिमा* 🌷
*हिन्दू धर्म में वैशाख महिने की पूर्णिमा तिथि भी भगवान विष्णु व शक्ति स्वरूपा देवी लक्ष्मी की उपासना के लिए बहुत शुभ बताई गई है। माता लक्ष्मी को सुख-समृद्धि, धन, वैभव और ऐश्वर्य की देवी माना गया है।* 
🙏🏻 *वैशाख पूर्णिमा यानी 07 मई, गुरुवार को देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए नीचे बताएँ उपाय करना भी शुभ व सुख-ऐश्वर्य देने वाला माना गया है-*
 🙏🏻 *- सुबह के साथ ही खासकर शाम के वक्त भी स्नान कर माता लक्ष्मी की प्रतिमा की सामान्य पूजा कर  इस मंत्र का जप आर्थिक परेशानियों को दूर करने वाला होगा।* 
 🌹 *- माता लक्ष्मी को लाल चन्दन, लाल अक्षत, लाल वस्त्र, लाल फूल, मौसमी फल, मिठाई अर्पित करें।*
 🍚 *- माता को दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। बाद  में देवी लक्ष्मी को इस वैदिक मंत्र स्तुति के उपाय का यथाशक्ति जप करें-*
 🌷 *ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥*
 🔥 *- पूजा और मंत्र जप के बाद घी के दीप से माता लक्ष्मी की आरती करें।*
 🔥 *- आरती के बाद धन प्राप्ति और सुखी जीवन की कामना करते हुए पूजा-आरती में हुई त्रुटियों के लिए क्षमा प्रार्थना करें।*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *वैशाखी पूनम* 🌷
🙏🏻 *वैशाख मास की पूर्णिमा की कितनी महिमा है !! इस पूर्णिमा को जो गंगा में स्नान करता है , भगवत गीता और विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ करता है उसको जो पुण्य होता है उसका वर्णन इस भूलोक और स्वर्गलोक में कोई नहीं कर सकता उतना पुण्य होता है | ये बात स्कन्द पुराण में लिखी हुई है | अगर कोई विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ न कर सके तो गुरु मंत्र की १० माला जादा कर ले अपने नियम से |*
🙏🏻 *-
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *व्यतिपात योग* 🌷
🙏🏻 *व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।*
🙏🏻 *वाराह पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की।*
🙏🏻 *व्यतिपात योग माने क्या कि देवताओं के गुरु बृहस्पति की धर्मपत्नी तारा पर चन्द्र देव की गलत नजर थी जिसके कारण सूर्य देव अप्रसन्न हुऐ नाराज हुऐ, उन्होनें चन्द्रदेव को समझाया पर चन्द्रदेव ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो सूर्य देव को दुःख हुआ कि मैने इनको सही बात बताई फिर भी ध्यान नही दिया और सूर्यदेव को अपने गुरुदेव की याद आई कि कैसा गुरुदेव के लिये आदर प्रेम श्रद्धा होना चाहिये पर इसको इतना नही थोडा भूल रहा है ये, सूर्यदेव को गुरुदेव की याद आई और आँखों से आँसु बहे वो समय व्यतिपात योग कहलाता है। और उस समय किया हुआ जप, सुमिरन, पाठ, प्रायाणाम, गुरुदर्शन की खूब महिमा बताई है वाराह पुराण में।*
💥 *विशेष ~ 06 मई 2020 बुधवार को रात्रि 08:40 से 07 मई गुरुवार को शाम 04:41 तक व्यतीपात योग है।*
🙏🏻प्रत्येक पूर्णिमा पर सुबह के समय घर के मुख्य दरवाज़े पर आम के ताजे पत्तों से बनाया हुआ तोरण अवश्य ही बांधें, इससे भी घर में शुभता का वातावरण बनता है । लम्बे और प्रेम से भरे दाम्पत्य जीवन के लिए पूर्णिमा और अमावस्या को जातक को शारीरिक सम्बन्ध बिलकुल भी नहीं बनाना चाहिए ।



पूर्णिमा के दिन किसी भी प्रकार की तामसिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन जुए, शराब आदि नशे और क्रोध एवं हिंसा से भी दूर रहना चाहिए।इस दिन बड़े बुजुर्ग अथवा किसी भी स्त्री से भूलकर भी अपशब्द ना बोलें ।


पूर्णिमा के दिन शिवलिंग पर शहद, कच्चा दूध, बेलपत्र, शमीपत्र और फल चढ़ाने से भगवान शिव की जातक पर सदैव कृपा बनी रहती है । पूर्णिमा के दिन घिसे हुए सफ़ेद चंदन में केसर मिलाकर भगवान शंकर को अर्पित करने से घर से कलह और अशांति दूर होती है।


सफल दाम्पत्य जीवन के लिए प्रत्येक पूर्णिमा को पति पत्नी में कोई भी चन्द्रमा को दूध का अर्ध्य अवश्य ही दें ( दोनों एक साथ भी दे सकते है) , इससे दाम्पत्य जीवन में मधुरता बनी रहती है।


जिस भी व्यक्ति को जीवन में धन सम्बन्धी समस्याओं का सामना करना पड़ता है उन्हें पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के समय चन्द्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर "ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमासे नम:" बोले।
 🌞 *~*   पंचक 
14मई2020 शाम 07.20 से 
19मई 2020 शाम 07.53 तक


एकादशी 
4मई 2020 सोमवार
18मई 2020 सोमवार


प्रदोष
5मई 2020 मंगलवार
19मई 2020 मंगलवार


 अमावस्या
22मई  2020 शुक्रवार


 पूर्णमासी
7मई  2020 गुरुवार
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻मेष - पॉजिटिव - आवश्यकता होने पर आपके भाई आपकी आर्थिक रूप से भी मदद करेंगे और इससे आपके मन में उनके प्रति सम्मान और भी अधिक बढ़ जाएगा। आज घर से बाहर बड़ों का आशीर्वाद लेकर निकलें इससे आपको धन लाभ हो सकता है।


नेगेटिव - यह समय चुनौतियों से भरा रहेगा। इस दौरान कोई भी फैसला लेने से पहले आपको घर के बड़े-बुजुर्गों से सलाह अवश्य लेनी चाहिये। इस दौरान पिता के साथ आपके संबंध खराब हो सकते हैं, उनसे बात करते दौरान मर्यादा रुपी सीमा का उलंघन न करें।


लव - प्रेम जीवन में इस समय अच्छे फल प्राप्त करेंगे। आपका लवमेट अपनी रचनात्मकता से आपको लुभाने की कोशिश करेगा। आप भी उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना पसंद करेंगे।


व्यवसाय - व्यापार में लाभ होगा और नौकरी में भी उन्नति मिल सकती है। आपका आत्मबल इस गोचर के चलते शिखर पर रहेगा जो आपको उपलब्धियां दिलाएगा।


स्वास्थ्य - आप अपने अच्छे स्वास्थ्य का भरपूर आनंद उठाएंगे।


भाग्यशाली रंग: हरा, भाग्यशाली अंक: 4
वृष - पॉजिटिव - माता-पिता की मदद से आप आर्थिक तंगी से बाहर निकलने में क़ामयाब रहेंगे। यह समय आपके पारिवारिक जीवन के लिए अनुकूल रहेगा और परिवार में धीरे-धीरे सदभावना बढ़ेगी। बड़े भाई-बहनों से आपको अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी और आपका मनपसंद होगा।


नेगेटिव - यदि अपने जिद्दी रवैये पर काबू रखेंगे तो कई परेशानियां खुद-ब-खुद दूर हो सकती हैं। कल्पनाओं के पीछे न दौड़ें और यथार्थवादी बनें- कुछ वक़्त अपने दोस्तों के साथ गुज़ारें- क्योंकि यह आपके लिए काफ़ी अच्छा साबित होगा।


लव - किसी दोस्त की पार्टी में अपने लवमेट के साथ शामिल हो सकते हैं। वैवाहिक जीवन के लिये भी समय अनुकूल है, हालांकि आपको अपने जीवनसाथी के व्यवहार को समझने में कुछ मुश्किलें हो सकती हैं।


व्यवसाय - आपके व्यवसायिक जीवन में कुछ चुनौतियाँ लेकर आएगा, लेकिन आपको इन चुनौतियों से घबराना नहीं है, बल्कि इनका मुकाबला करना है, ताकि आप जीवन में प्राप्त होने वाले शिक्षा को समझ सकें।


स्वास्थ्य - स्वास्थ्य काफी हद तक अनुकूल रहने वाला है।


भाग्यशाली रंग: पीला, भाग्यशाली अंक: 7


मिथुन - पॉजिटिव - वैवाहिक जीवन में आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। यदि राजनीति में हैं तो अपनी वाणी से लोगों को प्रभावित कर पाने में कामयाब होंगे। नये मित्र आपके निकटतम लोगों में शामिल हो जाएंगे इसलिए आपकी मित्र मंडली में इज़ाफा होगा और आप काफी समय उन लोगों के साथ बिताएंगे।


नेगेटिव - आपको अपनी हार से कुछ सबक़ सीखने की ज़रूरत है, क्योंकि आज अपने दिल की बात ज़ाहिर करने से नुक़सान भी हो सकता है। ऐसे काम हाथ में लें, जो रचनात्मक प्रकृती के हैं। अपने ज़बरदस्त आत्मविश्वास का फ़ायदा उठाएँ, बाहर निकलें और कुछ नए सम्पर्क व दोस्त बनाएँ।


लव - अकेलेपन और तन्हाई की भावना से बाहर आएँ और परिवार के साथ कुछ पल बिताएँ। आपको अपने अहम भाव पर काबू रखना होगा। हर बात को लेकर खुद को सही और जीवनसाथी को गलत साबित करने की कोशिश न करें।


व्यवसाय - कार्यक्षेत्र में अधीनस्थ कर्मचारियों का इस दौरान आपको पूर्ण सहयोग मिलेगा जिससे बिगड़े काम भी बन जाएंगे। जॉब के दृष्टिकोण से मनचाहे ट्रांसफर का योग बना रही है।


स्वास्थ्य - गोचरीय स्थिति आपके लिये अच्छी रहेगी, किसी पुरानी बीमारी से छुटकारा मिल सकता है।


भाग्यशाली रंग: कथ्थई, भाग्यशाली अंक: 2


कर्क - पॉजिटिव - आपको कार्यक्षेत्र में सम्मान की प्राप्ति होगी। आपके पुराने कामों को भी इस दौरान सराहा जा सकता है। अपने विरोधियों को परास्त करने में आप सफल होंगे। सरकारी नौकरी की तैयारी में लगे हैं तो इस दौरान सफलता मिलने के पूरे आसार हैं।


नेगेटिव - यह समय आपके लिये अनुकूल नहीं कहा जा सकता, इस अवधि में आपको अपने सामान का विशेष ध्यान रखना होगा नहीं तो कीमती सामान चोरी हो सकता है। जरुरी कामों में रुकावट के कारण आप परेशान हो सकते हैं।


लव - प्रेम जीवन इस समय अच्छा रहेगा। अपने लवमेट के साथ समय बिताने के लिए आप इंटरनेट की मदद ले सकते हैं। विवाहित जातकों की बात की जाए तो उनके लिये भी यह समय अच्छा रहेगा।


व्यवसाय - आप मानसिक तौर पर बहुत मजबूत हैं और व्यवहारिक भी हैं। आपकी यही खूबी इस समय आपके काम आएगी, क्योंकि आप परिस्थितियों को हल करना बहुत अच्छे से जानते हैं।


स्वास्थ्य - स्वास्थ्य के प्रति आपको सतर्क रहना होगा नहीं तो कोई बीमारी परेशान कर सकती है।


भाग्यशाली रंग: केसरी, भाग्यशाली अंक: 3


सिंह -पॉजिटिव - पुरानी परियोजनाओं की सफलता आत्मविश्वास में वृद्धि करेगी। गोचरीय स्थिति आपके लिये अनुकूल रहेगी आप कुछ नया करने के लिये प्रेरित रहेंगे और अपनी सीमाओं को तोड़कर कुछ नया करने की कोशिश करेंगे। आपके संपर्क कुछ नए लोगों से बनेंगे।


नेगेटिव - आपका पारिवारिक जीवन कुछ तनावपूर्ण स्थितियों से गुज़र सकता है और विशेष रूप से आपके माता-पिता का स्वास्थ्य भी पीड़ित अवस्था में होने की संभावना है। विवाद, मतभेद और दूसरों की आपमें कमियाँ निकालने की आदत को नज़रअन्दाज़ करें।


लव - छोटी-छोटी बातों को लेकर आप उलझ सकते हैं और एक दूसरे से झगड़ा भी कर सकते हैं, लेकिन इतना सब होने के बावजूद भी आप के रिश्ते में कोई कमी नहीं आएगी और लव लाइफ में धीरे-धीरे इंप्रूवमेंट होगा।


व्यवसाय - आपका कम्यूनिकेशन और काम करने की क्षमता असरदार सिद्ध होंगे। अपनी क्षमताओं को पहचानें, क्योंकि आपके अन्दर ताक़त की नहीं बल्कि इच्छा-शक्ति की कमी है।


स्वास्थ्य - अगर आप और आपका जीवनसाथी खाने-पीने पर ज़्यादा ध्यान देंगे, तो सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।


भाग्यशाली रंग: नीला, भाग्यशाली अंक: 9


कन्या - पॉजिटिव - आप कर्जा चुका पाने में कामयाब होंगे। हालांकि इससे आप पर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है लेकिन उधार चुकाकर मानसिक शांति आपको अवश्य मिलेगी। यदि आप किराये के मकान में रहते हैं तो इस दौरान मकान मालिक के साथ आपके संबंध सुधरेंगे।


नेगेटिव - आपके वरिष्ठ और सहकर्मी आपको कितना भी क्यों न उकसाएँ, योगियों की तरह शान्त-चित्त बनाए रखें। सफ़र के लिए दिन ज़्यादा अच्छा नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपको हर फैसला बहुत शांति से लेने की जरुरत है।


लव - प्रेम के नज़रिए से आज का दिन आपके लिए ख़ुशियों से भरा रहेगा। आपके प्रेम संबंधों में सुधार हो सकता है। दांपत्य जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे। अपने साथी के साथ कहीं घूमने का प्लान भी इस दौरान बना सकते हैं।


व्यवसाय - साझेदारी में बिजनेस करते हैं तो इस समयावधि में आप नुकसान को भी फायदे में बदल सकते हैं। साझेदार के साथ खुलकर बातें करके आप कई समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं।


स्वास्थ्य - एकाग्रता की कमी के कारण आप मानसिक रुप से परेशान हो सकते हैं। इस दौरान मेडिटेशन करना आपके लिये हितकारी साबित होगा।


भाग्यशाली रंग: लाल,भाग्यशाली अंक: 1


तुला - पॉजिटिव - जीवनसाथी की मासूमियत आपके दिन को ख़ास बना सकती है। किसी दोस्त की सहायता करके आज आप अच्छा महसूस कर सकते हैं। विदेशी संपर्कों से इस राशि के लोगों को लाभ होगा। आपकी माता के लिये भी सूर्य का गोचर अनुकूल रहेगा और उन्हें लाभ की प्राप्ति होगी।


नेगेटिव - धार्मिक क्रियाकलापों में तो आपकी रुचि बढ़ेगी लेकिन लोगों के बीच बात करते समय शब्दों का इस्तेमाल सोच-समझकर करें। सुनी-सुनाई बातों पर आँखें मूंदकर यक़ीन न करें और उनकी सच्चाई को भली-भांति परख लें। आप दूसरों पर कुछ ज़्यादा ख़र्चा कर सकते हैं।


लव - कोई भी नया रिश्ता शुरु करने से पहले समाने वाले के मनोभावों को जान लेना चाहिये, नहीं तो बेवजह समय बर्बाद हो सकता है। जो लोग पहले से ही प्रेम संबंधों में हैं उनको भी प्रेम जीवन में चुनौतियां आ सकती हैं।


व्यवसाय - आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान कोई भी फैसला लेने से पहले आपको घर के बड़े-बुजुर्गों से सलाह अवश्य लेनी चाहिये।


स्वास्थ्य - यदि इस दौरान आप योग-ध्यान करते हैं तो अपनी अंदरुनी ताकत को पहचान सकते हैं और हर बीमारी से लड़ सकते हैं।


भाग्यशाली रंग: हरा, भाग्यशाली अंक: 8


वृश्चिक - पॉजिटिव - नए विचार फ़ायदेमंद साबित होंगे। आप जिस प्रतियोगिता में भी क़दम रखेंगे, आपका प्रतिस्पर्धी स्वभाव आपको जीत दिलाने में सहयोग देगा। आज आपको अपना धन खर्च करने की जरुरत नहीं पड़ेगी क्योंकि घर का कोई बड़ा आज आपको धन दे सकता है।


नेगेटिव - हमारी ज़िंदगी का क्या फ़ायदा, अगर हम एक-दूसरे का जीवन आसान न बना सकें। अपने साथी को भावनात्मक तौर पर ब्लैकमेल करने से बचें। बिना गहराई से समझे-बूझे किसी व्यावसायिक/क़ानूनी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर न करें।


लव - बेवजह अपने साथी पर कोई बात थोपना आपको भारी पड़ सकता है। हमारी आपको यही सलाह रहेगी कि जीवनसाथी के साथ अपने दोस्त की तरह बात करें तभी स्थितियां काबू में आएंगी।


व्यवसाय - सूर्य देव का गोचर आपके लिये कई खुशखबरियां लेकर आ सकता है। व्यापार में लाभ होगा और नौकरी में भी उन्नति मिल सकती है।


स्वास्थ्य - शारीरिक और मानसिक बीमारी की जड़ दुःख हो सकता है।


भाग्यशाली रंग: गोल्डन, भाग्यशाली अंक: 7


धनु - पॉजिटिव - छोटे भाई-बहनों का इस दौरान आपको सहयोग प्राप्त होगा। अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल किसी मुश्किल में फँसे इंसान की मदद करने के लिए करें। याद रखें - यह शरीर तो एक-न-एक दिन मिट्टी में मिलने वाला है, अगर यह किसी के काम न आ सके तो इसका क्या फ़ायदा?


नेगेटिव - ऐसा लगता है आप जानते हैं कि लोग आपसे क्या चाहते हैं- लेकिन आज अपने ख़र्चों को बहुत ज़्यादा बढ़ाने से बचें। माता-पिता के साथ अपनी ख़ुशियाँ साझा करें। उन्हें महसूस करने दें कि आपके लिए उनकी कितनी अहमियत है, इससे उनका अकेलेपन का एहसास अपने आप ख़त्म हो जाएगा।


लव - आपका जीवनसाथी आज काफ़ी रोमानी मिज़ाज में है। प्रेम निःसीम होता है, सभी सीमाओं के परे; आपने ये बातें पहले भी सुनी होंगी। लेकिन आज वह दिन है जब आप अगर चाहें तो यह ख़ुद महसूस कर सकते हैं।


व्यवसाय - आपको करियर के क्षेत्र में सफलता प्राप्त हो सकती है। इस दौरान आप अपने विरोधियों पर विजय प्राप्त करेंगे।


स्वास्थ्य - जीवन में चुस्ती और फुर्ती का अनुभव करेंगे।


भाग्यशाली रंग: गुलाबी, भाग्यशाली अंक: 2


मकर - पॉजिटिव - आपकी लगन और आत्मविश्वास का स्तर ऊँचा होगा और आप उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करेंगे। विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में शुभ फलों की प्राप्ति होगी। यदि आप मीडिया के क्षेत्र से जुड़े हैं तो इस दौरान कोई उपलब्धि हासिल कर सकते हैं।


नेगेटिव - उधार मांगने वाले लोगों को नज़रअन्दाज़ करें। आज का दिन अपना हुक़्म चलाने का या ऐसा काम करने का नहीं है, जो परेशानियाँ खड़ी कर सकता है। आपको सलाह दी जाती है की कर्म पर ज्यादा ध्यान दें बेवजह की कल्पनाओं पर नहीं।


लव - ऐसी जानकारियों को उजागर न करें जो व्यक्तिगत और गोपनीय हों। कोई व्यक्ति आपके जीवनसाथी में काफ़ी दिलचस्पी दिखा सकता है, लेकिन दिन के आख़िर तक आपको एहसास होगा कि इसमें कुछ ग़लत नहीं है।


व्यवसाय - अपने साहस और पराक्रम के बल पर आप कार्यक्षेत्र में अपनी स्थिति सुधार सकते हैं। आपके तर्क आपके वरिष्ठों को प्रभावित करेंगे।


स्वास्थ्य - आपको विशेष रूप से जोड़ों के दर्द की शिकायत रह सकती है।


भाग्यशाली रंग: पीला, भाग्यशाली अंक: 4


कुंभ - पॉजिटिव - आप कई परेशानियों से मुक्ति पा लेंगे। इस दौरान कलात्मक कार्यों को करने में आपकी रुचि बढ़ेगी। इस राशि के कुछ जातकों को सट्टेबाजी से धन मिल सकता है। आपके व्यक्तित्व में इस समय सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।


नेगेटिव - अपनी माता के साथ इस अवधि में आपको समय बिताना चाहिये और उनकी मन स्थिति को समझना चाहिये। यदि आप शादीशुदा हैं तो ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति के साथ बहस हो सकती है, संभलकर रहें। करीबी लोगों के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं।


लव - आपके लवमेट को लेकर कोई कुछ भी कहे लेकिन आप तब तक किसी भी बात पर प्रतिक्रिया न दें जब तक पूरी तरह से आपको पता न चल जाए कि बात सच है।


व्यवसाय - खुदरा और थोक व्यापारियों के लिए अच्छा दिन है। आपका आत्मबल इस गोचर के चलते शिखर पर रहेगा जो आपको उपलब्धियां दिलाएगा।


स्वास्थ्य - आपका मन परिवार की ओर से थोड़ा चिंतित रहेगा, विशेष रुप से परिवार के उम्रदराज लोगों के स्वास्थ्य को लेकर आपकी चिंता जायज़ भी है।


भाग्यशाली रंग: आसमानी, भाग्यशाली अंक: 8


मीन - पॉजिटिव - बृहस्पति की दृष्टि अमृत समान होने के कारण किसी बड़ी अनहोनी को रोक लेगी और आप अच्छे समय का भी अनुभव कर पाएंगे। कुटुंब में सद्भाव बना रहेगा और परिवार में कोई शुभ मांगलिक कार्यक्रम भी संपन्न हो सकता है, जिसकी वजह से परिवार में ख़ुशियाँ आएँगी और लोग एक दूसरे का हाथ बंटाएंगे।


नेगेटिव - आपको अपनी वाणी पर काबू रखना होगा, आक्रोश में आकर किसी से कोई भी बात न बोलें। इस दौरान आप काम करने से ज्यादा कल्पना की दुनिया में गोते लगा सकते हैं जिससे आपका समय बर्बाद होगा और कुछ नहीं। मुमकिन है कि वैवाहिक जीवन में ठहराव से तंग आकर आपका जीवनसाथी आपके ऊपर फूट पड़े।


लव - प्रेम जीवन में इस समय सोच-समझकर चलना होगा। किसी तीसरे व्यक्ति की वजह से संबंधों में खटास पड़ सकती है। यदि किसी नये रिश्ते में हैं तो आगे बढ़ने से पहले सोच-विचार अवश्य कर लें।


व्यवसाय - लम्बे वक़्त से लटकी हुई दिक़्क़तों को जल्द ही हल करने की ज़रूरत है और आप जानते हैं कि आपको कहीं-न-कहीं से शुरुआत करनी होगी- इसलिए सकारात्मक सोचें और आज से ही प्रयास शुरू करें।


स्वास्थ्य - गठिया के दर्द से बच कर रहना होगा।


भाग्यशाली रंग: सफेद, भाग्यशाली अंक: 6


जिनका आज जन्म दिन हैं उनको हार्दिक शुभकामनाएं


दिनांक 6 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 6 होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति आकर्षक, विनोदी, कलाप्रेमी होते हैं। आपमें गजब का आत्मविश्वास है। इसी आत्मविश्वास के कारण आप किसी भी परिस्थिति में डगमगाते नहीं है। आपको सुगंध का शौक होगा।


आप अपनी महत्वाकांक्षा के प्रति गंभीर होते हैं। 6 मूलांक शुक्र ग्रह द्वारा संचालित होता है। अत: शुक्र से प्रभावित बुराई भी आपमें पाई जा सकती है। जैसे स्त्री जाति के प्रति आपमें सहज झुकाव होगा। अगर आप स्त्री हैं तो पुरूषों के प्रति आपकी दिलचस्पी होगी। लेकिन आप दिल के बुरे नहीं है।  
शुभ दिनांक : 6, 15, 24 
 
शुभ अंक : 6, 15, 24, 33, 42, 51, 69, 78 


  
शुभ वर्ष :  2022, 2026   
 
ईष्टदेव : मां सरस्वती, महालक्ष्मी
 
शुभ रंग : क्रीम, सफेद, लाल, बैंगनी   
 
कैसा रहेगा यह वर्ष
जो विद्यार्थी सीए की परीक्षा देंगे उनके लिए शुभ रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में भी सफलता रहेगी। विवाह के योग भी बनेंगे। स्त्री पक्ष का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी।


नौकरीपेशा व्यक्ति अपने परिश्रम के बल पर उन्नति के हकदार होंगे। बैक परीक्षाओं में भी सफलता अर्जित करेंगे। दाम्पत्य जीवन में मिली जुली स्थिति रहेगी। आर्थिक मामलों में सभंलकर चलना होगा


मंगलवार, 5 मई 2020

छत्तीसगढ से 101 लोग पहुंचे मुजफ्फरनगर


मुजफ्फरनगर।  छत्तीसगढ़ से 101 लोगों को लेकर रोडवेज की बसें देर शाम मुजफ्फरनगर पहुंची। सभी लोगों को जिला प्रशासन व स्वयंसेवी संगठनों ने भोजन की व्यवस्था कराई। भोजन के बाद सभी लोगों को उनके घर के आस-पास क्वॉरेंटाइन कराने की व्यवस्था कराई जा रही है।  अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह, सिविल लाइन थाना अध्यक्ष डीके त्यागी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सरदार बलजीत सिंह देर रात व्यवस्थाओं में जुटे रहे।


रुड़की से दिखा हिमालय की खूबसूरत चोटियों का नजारा 


रुड़की। लॉक डाउन के चलते वायु प्रदूषण का स्तर कम होने से दुनिया भर में प्रकृति के खूबसूरत नजारे सामने आने लगे हैं।  सहारनपुर से हिमालय की चोटियों के बाद सिलीगुड़ी से दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा दिखाई पड़ी। अब रुड़की से हिमालय की गंगोत्री रेंज के पहाड़ दिखाई दे रहे हैं। 
 रुड़की से गंगोत्री की दूरी कम से कम 312 किलोमीटर है। इसके बावजूद जब आसमान साफ हुआ और वायु प्रदूषण कम हुआ तो गंगोत्री के खूबसूरत पहाड़ों का दीदार हुआ। वायु प्रदूषण कम होने की वजह से रुड़की से हिमालय की बफीलज़्ी चोटियां दिखने लगी।रुड़की से की धौलाधार रेंज नजर आने लगी है।इसे लेकर फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।  इसके पहले जब सहारनपुर से धौलाधार रेंज के पहाड़ दिख रहे थे। तब आईएफएस अधिकारी प्रवीण कासवान ने ट्वीट में लिखा था कि ऐसा बहुत मुश्किल से देखने को मिलता है जब आपको सहारनपुर से बफीलज़्ी चोटियां नजर आने लगे।बता दें कि सहारनपुर से हिमालय के इन चोटियों की दूरी 150-200 किलोमीटर है। मौसम साफ़ हो तो मुज़फ्फरनगर से भी शिवालिक रेंज के पहाड़ नज़र आते हैं ।


इलाहाबाद हाईकोर्ट में 8 मई से खुली अदालत में होगी सुनवाई


प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट में 8 मई शुक्रवार से पूर्व की भांति खुली अदालत में सुनवाई शुरू हो जाएगी। वकीलों की मांग पर हाइकोर्ट प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। नई व्यवस्था में अदालतें दो शिफ्टों में बैठेंगी। मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में हुई न्यायमूर्तियों की प्रशासनिक समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। महानिबंधक अजय कुमार श्रीवास्तव ने अधिसूचना जारी कर बताया है कि 8 मई से अपरान्ह साढे दस बजे से साढ़े बारह बजे एवं डेढ़ बजे से साढ़े तीन बजे तक आपराधिक एवं सिविल मामलों की सुनवाई खुली अदालत में की जाएगी। 
नए मुकदमे ऑनलाइन एवं व्यक्तिगत रूप से कार्यालय में दाखिल किए जा सकेंगे। अब हर दाखिल मुकदमे की सुनवाई होगी। अतिआवश्यक सुनवाई की अर्जी देने की जरूरत नहीं होगी। 
यह ट्रायल के तौर पर शुरू किया जा रहा है। जिन वकीलों के मुकदमे लगे होंगे, उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अदालतों में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। कोरोना वायरस के प्रकोप व देश व्यापी लॉकडाउन के कारण हाईकोर्ट मे अतिआवश्यक मुकदमों की ही सुनवाई वीडियो कान्फ्रेन्सिंग से की जा रही थी। 


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