सुप्रीम कोर्ट बेजुबानों को लेकर हो संवेदनशील : आशीष सरीन
मुजफ्फरनगर। श्वानों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करते हुए हाथों में तख्तियां और पोस्टर थामे डॉग लवर्स ने नगर में पैदल मार्च कर स्ट्रीट डॉग्स की सुरक्षा की मांग की। बेजुबानों के लिए महिलाओं और पुरुषों की भीड़ से निकली इस आवाज को समाजसेवी आशीष सरीन का साथ मिला।
शहर की सड़कों पर मंगलवार को बड़ी संख्या में पशु प्रेमी और डॉग लवर्स हाथों में बैनर, पोस्टर और तख्तियां लेकर सड़कों पर उतर आए। यह पहला मौका था, जब स्ट्रीट डॉग्स की सुरक्षा और उनके जीवन अधिकारों को लेकर इस स्तर पर पैदल मार्च निकाला गया। यह सभी लोग शहर की विभिन्न सड़कों से होकर गुजरे और शिव चौक पहुंचकर बुलंद आवाज में बेजुबान स्ट्रीट डॉग के जीवन बचाने के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया।
प्रदर्शनकारी महिलाओं और पुरुषों ने हाथों में स्ट्रीट डॉग्स की तस्वीरों वाले पोस्टर थाम रखे थे और आवारा नहीं हमारा है, हम लेकर रहेंगे आजादी, बेजुबानों पर क्रूरता नहीं चलेगी जैसे नारे लगाए। पैदल मार्च में शामिल लोगों के साथ समाजसेवी आशीष सरीन ने आम जनता से अपील की कि वे भी बेजुबान जानवरों की सुरक्षा और अधिकारों की लड़ाई में साथ खड़े हों। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से भी इस मामले में संवेदनशील रवैया अपनाने की अपील की। प्रदर्शन में शामिल रहे सभी डॉग लवर्स का कहना था कि सभी जीव-जंतु ईश्वर की रचना हैं और उनकी देखभाल करना मनुष्य का कर्तव्य है। उन्होंने चेतावनी दी कि वे स्ट्रीट डॉग्स के प्रति किसी भी तरह की क्रूरता कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
बता दें कि यह विरोध प्रदर्शन हाल ही में आए सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ था जिसमें 11 अगस्त, 2025 को न्यायमूर्ति पारदीवाला और न्यायमूर्ति आर. महादेवन की खंडपीठ ने अधिकारियों को आदेश दिया था कि शहरों और उसके संवेदनशील इलाकों से आवारा कुत्तों को जल्द से जल्द हटाया जाए। अदालत ने साफ कहा था कि इस काम में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए और आवश्यकता पड़ने पर इसके लिए एक विशेष बल भी गठित किया जा सकता है। पशु प्रेमियों द्वारा उठाए गए ऐतराज पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि नॉनवेज होटल-रेस्टोरेंट में चिकन खाकर निकलने वाले लोग स्ट्रीट डॉग की बात आने पर गंभीर पशु प्रेमी बन जाते हैं। शहर की सड़कों पर हुए इस पैदल मार्च ने स्पष्ट कर दिया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पशु प्रेमी देशभर में इसे लेकर एकजुट हो रहे हैं। स्थानीय स्तर पर पहली बार इस पैमाने पर सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने स्ट्रीट डॉग्स की सुरक्षा का संकल्प लिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें