मुज़फ्फरनगर। – Indian Industries Association (IIA) ने GST विभाग के अधिकारी द्वारा व्यापारियों से अवैध वसूली करने और उन्हें धमकाने की घटना पर सख्त प्रतिक्रिया दी है। IIA ने इसे संगठित रूप से "जबरन वसूली" (Extortion) करार दिया और इस मामले में कड़ी कानूनी कार्रवाई की घोषणा की है। IIA ने यह साफ किया है कि किसी भी व्यापारी को इस प्रकार की धमकियों और वसूली से परेशान नहीं होने दिया जाएगा।
**घटना का विस्तार:**
यह मामला कुछ दिन पहले तब सामने आया जब एक *जीएसटी विभाग के एक छोटे अधिकारी** ने एक व्यापारी से खुद को उच्चाधिकारी बताते हुए नाम पलट कर संपर्क किया और उसे धमकाया कि वह उसके खिलाफ छापा डलवा सकता है कुछ गोपनीय सूचनाए जो सिर्फ विभाग के अधिकारियों के पास होती है उन्हें भी उद्यमी से साझा किया इस अधिकारी ने व्यापारी से 50 लाख रुपये की मांग की और उसे विभिन्न स्थानों पर मीटिंग के लिए बुलाया।
अंत में व्यापारी से 10 लाख रुपये एक मुश्त व साथ ही 50,000 रुपये प्रति माह का हफ्ता वसूली का प्रस्ताव दिया। अधिकारी ने अपने साथ एक और व्यक्ति, जिसे उन्होंने "भाई" के रूप में पेश किया, को साथ लिया था। यह व्यक्ति व्यापारी को और अधिक डराने और धमकाने का काम कर रहा था। यह पूरी घटना एक संगठित तरीके से कई व्यापारियों से पैसे की अवैध वसूली का प्रयास थी।इस घटना को उद्यमी व व्यापारियों ने उच्चाधिकारियों को बताया तब उस व्यक्ति की पहचान भी हो गई परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई ।
आईईए के सदस्य इस पीड़ित उद्यमी ने जब आईआईए चेयरमैन को सारी घटना से अवगत कराया तो IIA ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए तुरंत सख्त कदम उठाए और अपने आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप पर एक संदेश जारी किया, जिसमें सभी उद्यमियों को सचेत किया कि यदि उन्हें इस प्रकार की धमकियाँ मिलती हैं तो वे तुरंत IIA के अधिकारियों से संपर्क करें।
इस एसएमएस को जो कि सिर्फ़ आईआईए ग्रुप में डाला गया था किसी व्यक्ति द्वारा डीसी मनोज शुक्ला को भेजा डीसी साहब को सब जानकारी होने के बावजूद अपने कार्य अधिकारो से ऊपर होकर एक जज की तरह विभागीय अधिकारियों को बचाने के लिए उल्टा चेयरमैन आईआईए को एक नोटिस इस एसएमएस को वजह बनाते हुए भेजा और साक्ष्य सहित प्रस्तुत होने का आदेश जारी किया ।
**आईआईए का विरोध और नोटिस भेजे जाने का मामला:**
जीएसटी विभाग के अधिकारियों द्वारा भेजे गए समन के खिलाफ आईआईए ने सख्त विरोध जताया। **DC मनोज कुमार शुक्ला* द्वारा भेजे गए नोटिस में IIA के अध्यक्ष को 11 बजे जीएसटी कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था। आईआईए ने इस असंवैधानिक नोटिस का विरोध करते हुए अपनी शिकायत जॉइंट कमिश्नर एसआईबी सिद्धेश दीक्षित के समक्ष रखी सदस्यों ने यह आरोप लगाया कि यह नोटिस केवल डर और दबाव बनाए के लिए भेजा गया है
आईआईए ने कहा कि यह पूरी स्थिति न केवल व्यापारियों उद्यमियों बल्कि संगठन की प्रतिष्ठा,सुरक्षा व लोकतंत्र के लिए भी खतरा है।
**आईआईए सदस्य उद्यमियों की एकजुटता और जीएसटी कार्यालय में विरोध प्रदर्शन*
आज, 30 जुलाई 2025 को, IIA के लगभग पचास से अधिक सदस्य जीएसएटी कार्यालय में पहुंचे। **आईआईए अध्यक्ष**, **पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अश्विनी खंडेलवाल**, **पूर्व केंद्र कार्यकारिणी सदस्य नीरज केडिया**, **पूर्व चेयरमैन अशोक अग्रवाल**, **पवन कुमार गोयल**, **मनोज अरोरा**, **विपुल भटनागर**, **सेक्रेटरी राहुल मित्तल**, **स्पेशल सेक्रेट्री अमन गुप्ता**, **वाइस चेयरमैन सुशील अग्रवाल**, **दीपक सिंघल**, **कोषाध्यक्ष सुधीर अग्रवाल**, **सहकोषाध्यक्ष नमन जैन**, **जॉइंट सेक्रेटरी अनमोल गर्ग**, **अनमोल अग्रवाल**, **समर्थ जैन**, **राज शाह**, **कार्यकारिणी सदस्य अरविंद मित्तल**, **नरदेव वर्मा**, **संजीव मित्तल**, **एफ. सी. मोगा**, **डॉ. यशपाल सिंह**, **प्राचीर अरोरा**, **अनुराग अग्रवाल**, **विनोद जलोत्रा**, **नईम चांद**, **सौरभ मित्तल**, **वैभव मित्तल**, **अनूप भाटिया** और अन्य कई उद्यमी मौजूद रहे **जॉइंट कमिश्नर(JC)** **सिद्धेश दीक्षित* से मुलाकात में इस पूरे मुद्दे पर चर्चा की गई और IIA ने उनसे इस मामले की त्वरित जाँच और उचित कार्रवाई करने की अपील की। IIA के अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि यदि इस प्रकार की घटनाएँ जारी रहती हैं, तो कानून का रास्ता भी खुला है व इसे उच्चाधिकारियों से शासन व प्रशासन से साझा किया जाएगा
**IIA ने जताया कड़ा विरोध*
IIA ने इस घटना के खिलाफ कड़ा विरोध जताते हुए कहा, "यह मामला केवल एक दो व्यापारी या उद्यमी का नहीं है, बल्कि यह पूरे व्यापारिक समुदाय और संगठनों के खिलाफ एक संगठित हमला है जीएसटी विभाग के अधिकारियों का यह रवैया पूरी तरह से असंवैधानिक और अनैतिक है। हम इस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग करते हैं
IIA ने यह स्पष्ट किया कि यदि इस तरह की घटनाएँ जारी रहती हैं, तो संगठन कानूनी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। संगठन ने सरकार और GST विभाग से अपील की है कि वह इस मामले की निष्पक्ष जाँच करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। IIA ने इस मुद्दे की जांच के लिए संबंधित अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई की मांग की है
आईआईए सदैव इस प्रकार के भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों के विरोध में आवाज़ उठाता रहा है और उठाता रहेगा
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