मुजफ्फरनगर । हाल ही में संपन्न हुए नगर पालिका परिषद के चुनाव में मतदान को लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें बुर्खा नशीनं महिला कमल के फूल पर मोहर लगाते नजर आ रही है।
याद रहे मतदान के दौरान किसी भी तरह के मोबाइल को ले जाना प्रतिबंधित था, परंतु अपने आकाओं को खुश करने के लिए उक्त व्यक्ति द्वारा मतदान के दौरान मोबाइल लेकर मतदान कक्ष के अंदर जाना और वीडियो बनाकर वायरल करना इससे साफ जाहिर होता है कि या तो यह वोटिंग पैसा देकर बदनाम करने के लिए कराई गई है या फिर जिले में भाजपा के आकाओं को खुश करने के लिए इस तरीके की वीडियो समाज में वायरल कर किसी ना किसी तरह की हरकत करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में साफ तौर पर कहा गया है कि इस तरीके का कोई भी चुनाव के दौरान मुजफ्फरनगर जिले मामला नहीं हुआ है परंतु बैलट पेपर के हिसाब से देखा जाए तो मुजफ्फरनगर नगर पालिका परिषद का बैलट पेपर वीडियो में दिखाया जा रहा है, जिसका बुर्कानसी महिला इस्तेमाल कर रही है। जिसके साथ खड़ा हुआ व्यक्ति मोहर लगाते हुए वीडियो भी बना रहा है। वीडियो वायरल होते ही जिला अधिकारी द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट को इस मामले की जांच के आदेश दिए गए सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा जांच के बाद प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि मुजफ्फरनगर नगर पालिका के चुनाव के दिन किसी भी तरीके का कोई भी फर्जी मतदान नहीं किया गया है, जबकि वीडियो में महिला द्वारा 3 बैलट पेपरों पर भाजपा के निशान के सामने मोहर लगाई जा रही है।
सिटी मजिस्ट्रेट का कहना है कि वाट्सएप पर मतदान से संबंधित एक वीडियो वायरल होना संज्ञान में आया है जिसके अन्तर्गत वायरल वीडियों में मतपत्र सं0-354126 व 354193 पर किसी व्यक्ति द्वारा मोहर लगाते हुए दिख रहा है। उक्त वायरल वीडियों की जांच नगर मजिस्ट्रेट मुजफ्फरनगर से जांच करायी गयी। जांच से स्पष्ट होता है कि मतदान स्थल सं0-363 फैजुल इस्लाम मदरसा सुजडू कक्ष सं0-5 पर नियमानुसार उक्त बूथ पर प्रत्याशियों द्वारा मतदान अभिकर्ता नियुक्त कराये गये। मतदान शुरू होने से मतदान समाप्ति तक किसी भी मतदान अभिकर्ता/मतदाता के द्वारा किसी प्रकार की शिकायत नही किया गया। इसके अतिरिक्त मतदान स्थल पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था / अवरोध उत्पन्न नहीं हुआ था तथा पूरी मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण सम्पन्न हुई थी। उक्त बूथ पर उपस्थित मतदान अभिकर्ता एवं मतदाता द्वारा ऐसी कोई घटना की जानकारी नही दी गयी है। ऐसा प्रतीत होता है कि किसी व्यक्ति द्वारा प्रायोजित करके आज की दिनांक को चुनावी महौल खराब करने की नियत से वीडिया एडिट करते हुए वायरल किया गया है जो प्रथम दृष्टया संदिग्ध प्रतीत होता है।
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