मुजफ्फरनगर। जिला पंचायत राज अधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन के खाते से खर्च से अधिक की निकासी के मामले में जौला गांव के पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया है। डीएम के आदेश पर प्रधान को धारा 95 में नोटिस जारी किया गया है। सचिव और प्रधान पर 12 लाख 27 हजार 786 रुपये की अनियमितता का आरोप है।
सीडीओ संदीप भागिया को शिकायत मिली थी कि जौला गांव में ओडीएफ के अंतर्गत 44 लाख रुपया निकाला गया है और खर्च कम किए गए हैं। शिकायत के बाद डीएम के संज्ञान में मामला लाया गया। डीपीआरओ अनिल सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की गई। इस जांच समिति में लोनिवि के अधिशासी अभियंता जेपी सिंह शामिल किए गए। समिति की ओर से गांव जौला में मौके पर जाकर की गई जांच में सामने आया कि 44 लाख में 12 लाख 27 हजार 786 के काम ही नहीं हुए हैं। रिपोर्ट डीएम के सामने रखी गई। डीएम के आदेश के बाद प्रधान हाजी जमशेद को धारा 95 में नोटिस जारी किया गया। डीपीआरओ अनिल सिंह ने पंचायत सचिव अनंगपाल को निलंबि कर दिया है। उन्हें बघरा ब्लाक में अटैच किया गया है। ग्राम प्रधान जमशेद को जो नोटिस जारी हुआ है, इसके अंतर्गत 15 दिन में जवाब देना होगा। नोटिस में ये सवाल किया गया है कि खर्च से अधिक पैसा क्यों निकाला गया और फर्म को भुगतान क्यों हुआ।
डीपीआरओ अनिल सिंह ने कहा कि फिलहाल नोटिस के माध्यम से जवाब मांगा गया है। जवाब आने के बाद सरकारी पैसे की रिकवरी की जाएगी।
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