मुजफ्फरनगर। शारदेन स्कूल के सभागार में 'परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम प्रसारित हुआ जिसमें कक्षा आठ से बारहवी कक्षा के विद्यार्थी सम्मिलित रहे। प्रधानमंत्री मोदी जी ने बच्चों अभिभावकों शिक्षकों को सफल जिंदगी तथा डिप्रेशन दूर करने के आसान तरीके बताए ।माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने परीक्षा से पहले छात्रों को तनाव मुक्त करने के लिए संवाद किया। तालकटोरा स्टेडियम में शुक्रवार को आयोजित परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में उन्होंने बच्चों अभिभावकों और शिक्षको को सफल जिंदगी के टिप्स बताएं ।बच्चों की जिज्ञासा को शांत किया। प्रधानमंत्री मोदी जी ने ' परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम में बच्चों का मार्गदर्शन किया ।उनका कहना था कि प्रतिस्पर्धा के दौर में अभिभावकों में ज्यादा तनाव देखा जाता है। परीक्षा में किस प्रकार तनाव दूर रहे, इस दृष्टि से यह कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण हो जाता है ।मोदी जी ने बच्चों के साथ संवाद किया । उनका मार्गदर्शन किया कि आप अपनी क्षमता को देखेंगे और अपनी अपेक्षाओं को भी जोड़िए ।बच्चों को कठिन विषयों के लिए उन्होंने सुझाव दिया कि जो विषय कम पसंद है उसे जब आप ज्यादा फ्रेश होते हैं तब उसकी पहल करें ।बच्चों को मां का उदाहरण देते हुए समझाया कि आप अपनी मां के मैनेजमेंट को देखें और उनसे सीखे कि मां की गतिविधियों मे किस प्रकार समय नियोजन रहता है ।तब आप भी अपने समय का नियोजन और सदुपयोग कर पाओगे ।बहुत से बच्चे नकल के भरोसे जिंदगी जीना चाहते हैं ।उनका सुझाव था कि एग्जाम में यद्यपि वे मार्क्स ले आएंगे पर आगे चलकर जिंदगी भर फँसे रहेंगे । परिश्रमी छात्रों से उन्होंने कहा कि आप अपनी जिंदगी में अपनी ताकत को आगे ले जाएं । शॉर्टकट किसी भी समस्या का हल नहीं है। आप स्मार्टली हार्ड वर्क करिए । कुछ बच्चों के अभिभावक दूसरे बच्चों से मूल्यांकन करते हैं ।मोदी जी का कहना है किसी प्रकार के प्रेशर में ना रहे आप अपनी एक्स्ट्राऑर्डिनरी नहीं देंगे तो जिंदगी आगे नहीं बढ़ा पाएंगे। आप अपने गजट से ज्यादा स्मार्ट हो आप इनके गुलाम ना बने और अपने व्यक्तित्व को उपयोगी बनाएं और उसी के अनुसार काम करें टेक्नोलॉजी फास्टिंग की बात करते हुए उन्होंने कहा कि तनाव से मुक्त रहने का संकल्प लेना चाहिए और डिजिटल फास्टिंग करनी चाहिए । कभी परीक्षाओं से घबराए नहीं वह अकेली चीज है जो अंदर छिपी खूबियों को निकालने का मौका देती है ।इसे उत्सव की भांति मनाएं ।अपने अंदर के सामर्थ्य को परखें ।यह बातें दूसरों को भी समझा कर उनका तनाव दूर करें और हमेशा खुश रहें ।
सभी बच्चों ने ध्यान पूर्वक प्रधानमंत्री मोदी जी के विचारो को सुना । प्रधानाचार्य श्रीमती धारा रतन जी ने भी बच्चों को मोबाइल फास्टिंग को जरूरी बताते हुए अपनाने के लिए प्रेरित किया।
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