अपनी ताकत व क्षमताओं को पहचानें युवा वर्ग: मनीष चौधरी
मुजफ्फरनगर। "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा" का नारा देने वाले नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 127वीं जयन्ती पर आज समाजसेवी टीम ने उनको स्मरण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किये। टाउनहॉल में प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी के नेतृत्व में संयुक्त समाजसेवी टीम ने सुभाष चन्द्र बोस की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने कहा कि युवा वर्ग अपनी ताकत व क्षमताओं को पहचानें और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे। मनीष चौधरी ने देश के कुश्ती पहलवानों के साथ नाइंसाफी को गलत बताया और इस संघर्ष में उनका साथ देने का वादा किया और शीघ्र ही इस मामले में आवाज उठाई जाएगी। उन्होंने बताया कि ओडिशा के कटक में 23 जनवरी 1897 को जन्मे "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा" का नारा देने वाले नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की आज हम 127वीं जयन्ती मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेताजी ने द्वितीय विश्व युद्ध के समय अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए जापान के सहयोग से आजाद हिन्द फौज का गठन किया था अपने सार्वजनिक जीवन में नेताजी को कुल 11 बार कारावास हुआ। नेताजी हमेशा कहते थे कि "सबसे बड़ा अपराध, अन्याय को सहना और गलत के साथ समझौता करना होता है" संघर्ष ने मुझे मनुष्य बनाया, मुझमें आत्मविश्वास उत्पन्न हुआ जो पहले मुझमें नहीं था" एवं "अपनी ताकत पर भरोसा करो, उधार की ताकत तुम्हारे लिए घातक है" आदि उनके अनेक प्रेरक प्रसंगों को भी याद दिलाया गया। इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी, भारत लोक सेवक पार्टी के अध्यक्ष केपी चौधरी, जितेंद्र चौधरी शिक्षक, मेरठ सेवा समाज संस्था के कार्डिनेटर कुलदीप त्यागी, नितिन चौहान, सुमित मलिक, जितेंद्र देशवाल, मनोज देशवाल व संयुक्त समाजसेवी टीम के सभी सदस्य मौजूद रहे।
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