नई दिल्ली। दुनियाभर में डायबिटीज के 53.7 करोड़ और 52 करोड़ से अधिक लोग कई प्रकार के हृदय रोगों से पीड़ित हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जिस प्रकार से पिछले कुछ वर्षों में लोगों में लाइफस्टाइल की गड़बड़ी से संबंधित मामले तेजी से बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं, ऐसे में इन आंकड़ों के और भी बढ़ने की आशंका है। अपने जोखिम कारकों को समझते हुए सभी लोगों को इन गंभीर बीमारियों से बचाव के निरंतर उपाय करते रहने चाहिए, क्योंकि इन दोनों की गंभीर स्थिति जानलेवा हो सकती है।
इस बीच एक हालिया अध्ययन में शोधकर्ताओं ने इन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए एक सबसे प्रभावी उपाय को लेकर बड़ा दावा किया है। अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि यदि हम सभी रात की नींद को ठीक कर लेते हैं, यानी कि अगर रात के समय 6-8 घंटे की निर्बाध नींद लेना सुनिश्चित कर लिया जाए तो यह आदत हृदय रोग-स्ट्रोक के जोखिम को कई गुना तक कम करने में मददगार हो सकती है। आइए इस अध्ययन के बारे में विस्तार से समझते हैं।
फ्रांस स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च (आईएनएसईआरएम) के शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया कि जो लोग रोजाना रात में अच्छी नींद ले रहे हैं ऐसे लोगों में हृदय रोग-डायबिटीज होने का खतरा कम पाया गया है। अध्ययन के अनुसार, 10 में से नौ अमेरिकी को रात में अच्छी नींद नहीं आती है, जिसके कारण यहां हृदय रोग-स्ट्रोक के साथ लोगों में डायबिटीज की समस्या भी तेजी से बढ़ती हुई देखी जा रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि सभी लोग अच्छी नींद लेने पर ध्यान दें, तो इनमें से दस में से सात को हृदय रोगों से बचाया जा सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें