गुरुवार, 9 सितंबर 2021

मुजफ्फरनगर सोना तस्करी मामले में कस्टम के पांच बड़े अफसर सस्पेंड, मुजफ्फरनगर में गिरफ्तारी की तैयारी


लखनऊ । रियाद से आए मुजफ्फरनगर सोना ले जा रहे दो तस्करों को करोड़ों के सोने के साथ एयरपोर्ट से सुरक्षित बाहर निकालने के मामले में गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए कस्टम कमिश्नर ने एयरपोर्ट पर तैनात सीमा शुल्क के पांच अधिकारियों को निलम्बित कर दिया। इसमें एक अधीक्षक और चार वरिष्ठ इंस्पेक्टर शामिल हैं। अब मुजफ्फरनगर में तस्करी से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी की तैयारी चल रही है। कई लोग एजेंसियों के राडार पर हैं। सूत्रों के अनुसार डीआरआई की टीम ने सोने की तस्करी को लेकर गांव बागोवाली में दबिश दी हालांकि तस्करी के किंगपिन फरार हो जाने के कारण उसके हत्थे नहीं चढे। डीआरआई की टीम ने गांव बागोवाली के रहने वाले तीन लोगों के घर पहुंची, जिनमें दो लोग सोने की तस्करी के मामले में जेल भेजे जा चुके है। अचानक हुई कार्रवाई से गांव में डीआरआई टीम की दबिश से हड़कंप मच गया । सोने की तस्करी करने वाले लोग पहले ही गांव से फरार हो गए। टीम ने सोने की तस्करी से जुड़े एक व्यक्ति व उसके ड्राईवर को हिरासत में लिया है। इस मामले में बिजनौर के भी तार जुड़े हैं। इस संबंध में टीम ने स्थानीय पुलिस को जानकारी नहीं दी गई।

सोने की बरामदगी के बाद डीआरआई यानी राजस्व खुफिया निदेशालय की टीम ने गुरुवार को एयरपोर्ट पर तस्करों की मदद करने वाले कस्टम के एक हवलदार राम यादव को गिरफ्तार किया था। हवलदार की मदद से तस्कर 4.5 करोड़ सोने के बिस्कुट बाहर निकाल ले गए थे। इनको डीआरआई की टीम ने आगरा एक्सप्रेस वे पर पीछा कर पकड़ा था। इसके बाद से ही सवाल उठ रहे थे कि अकेले हवलदार इतनी बड़ी मात्रा में तस्करी का सोना बाहर नहीं निकलवा सकता है। इसी बीच डीआरआई लखनऊ टीम जो तस्करों के पीछे लगी थी, उसे सफलता मिल गई और पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया। फिलहाल कस्टम मुख्यालय से एयर कस्टम सुपरीटेंडेंट वीके श्रीवास्तव, एयर कस्टम ऑफिसर नीलम सिन्हा, एयर कस्टम अफसर नीरज कुमार, एयर कस्टम अफसर नीरज वर्मा और एयर कस्टम अफसर शैलेष कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है।

इसके पूर्व डीआरआई की टीम मुखबिर और सर्विलांस की मदद से ठाकुरगंज स्थित मकान पर पहुंची। यहां से रात में एक आरोपी को उठाया गया। उसने खुफिया एजेंसी को बताया कि एयरपोर्ट से सोना बाहर लाने में कस्टम का कर्मचारी मिला हुआ है। इसके बाद टीम ने एयरपोर्ट से हवलदार को उठाया। उसने बताया कि दो तस्कर कुछ देर पहले ही एयरपोर्ट से बाहर निकले हैं। इस बीच दोनों तस्कर एयरपोर्ट से 48 किलोमीटर आगे निकल चुके थे। खुफिया एजेंसी ने पीछा कर दो एसयूवी को रोका। कुल नौ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।

 तस्करों का बड़ा नेटवर्क पकड़ में आया है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि जल्द मुफ्फरनगर में कुछ गिरफ्तारियां हो सकती हैं। दोनों तस्कर और उनके सहयोगी एयरपोर्ट से बाहर आने के बाद एसयूवी से सोना लेकर मुजफ्फरनगर ही जा रहे थे। वहां जिन लोगों ने सोना मंगवाया था अब वो डीआरआई के रडार पर हैं। इसके अलावा लखनऊ से एक और गिरफ्तारी भी हो सकती है।

इस घटना के बाद यही सवाल उठा रहा था कि तस्करों की मदद करना एक हवलदार के बस की बात नहीं, जब तक कोई और साथ न हो। विदेश से आने वाले यात्री को सुरक्षा के तीन चरण पार करने होते हैं। चेक इन बैगेज और हैंडबैगेज एक्सरे-स्कैनर से गुजरते हैं। इसमें पूरी टीम काम करती है। ऐसे में बिना दो से तीन कर्मियों की मिलीभगत किसी को बिना संदेह बाहर निकलवाना संभव नहीं।

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