बुधवार, 28 जुलाई 2021

भारी पानी आने के बाद बिजनौर बैराज के सभी गेट खोले


मुजफ्फरनगर । पहाड पर भयंकर बारिश के बाद जिले के खादर इलाके में बाढ़ के हालात को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बिजनौर गंगा बैराज पर गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार के खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। बुधवार देर शाम हरिद्वार से 1.09 लाख क्यूसेक जल गंगा में छोड़ा गया। जलस्तर और बढ़ने की आशंका बनी है। बढ़े हुए जलस्तर को देखकर ग्रामीणों में एक बार फिर बाढ़ की आशंका को लेकर भय बना हुआ है।

उत्तराखंड की पहाड़ियों व मैदानी क्षेत्रों में कई दिनों से हो रही वर्षा से गंगा बैराज पर गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है, वहीं हरिद्वार के भीमगोड़ा बैराज से बुधवार की सुबह को करीब 9 बजे 115031 क्यूसेक जल गंगा में छोड़ा गया। यह जल शाम को गंगा बैराज पर पहुंचते ही प्रशासन व सिंचाई विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। यहां गंगा बैराज पर स्थित सिचाई विभाग के कंट्रोल रूम पर अधिकारियों ने शाम करीब 4 बजे गंगा नदी के अपस्ट्रीम में जलाशय का जलस्तर 221.50 मीटर व 134520 क्यूसेक तथा डाउनस्ट्रीम में चेतावनी बिन्दु 219 मीटर से 30 सेंटीमीटर ऊपर 219.30 मीटर की तथा निस्सारण की माप 128020 क्यूसेक दर्ज की गई। अतिरिक्त जल 6500 क्यूसेक मध्य गंगा नहर में छोड़ा जा रहा है। पानी को आगे जाने के लिए गंगा बैराज के सभी 28 गेटों को खोल दिया गया है। अचानक से बढ़े हुए जलस्तर के बाद भूगर्भ से निकले चोये के पानी से खादर क्षेत्र के दर्जनों गांवों के जंगल की फसलें जलमग्न हो गयी तथा गंगा का जल अहमदवाला तटबन्ध के किनारे तक पहुंच गया। इस बीच सिंचाई विभाग बिजनोर की मध्य गंगा नहर खंड -5 के अवर अभियंता पीयूष बालियान ने बताया कि हरिद्वार के भीमगोड़ा बैराज से शाम करीब 4 बजे 109500 क्यूसेक जल गंगा में छोड़ा गया है। जो की देर रात तक गंगा बैराज पर पहुंच जाएगा। सिंचाई विभाग के अधिकारी गंगा बैराज पर डेरा डालकर बार-बार जलस्तर की स्थिति का जायजा ले रहे हैं।

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