लखनऊ । प्रदेश सरकार अपने कर्मचारियों की भी चिंता करने लगी है। कर्मचारियों को किसी भी तरह की दिक्कत होने पर चाहे वह वेतन विसंगति का मसला हो, पदोन्नति में देरी की टीस हो या फिर दैनिक कामकाज से जुड़ी कोई और परेशानी, सबका समाधान होगा और देरी भी नहीं होगी। सूबे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि हर सप्ताह एक दिन केवल कार्यालय के कर्मचारियों के नाम होगा। हर कार्यालय में उच्चाधिकारी सप्ताह में एक दिन एक घंटा कर्मचारियों की समस्याओं, शिकायतों का संज्ञान लें। उन्होंने इसके लिए तय दिन कार्यालय अवधि के आखिरी एक घंटे को आरक्षित करने को सुविधाजनक बताया है।
लखनऊ लोकभवन में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में सूबे के मुखिया योगी ने कहा कि कर्मचारियों की सभी तरह की शिकायतें हैं, जिन पर स्थानीय स्तर के अधिकारी के थोड़ा संज्ञान लेने मात्र से ही निस्तारित हो सकती हैं। अधिकारियों द्वारा दैनिक कामकाज में अक्सर व्यस्तता होने के चलते इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता है। जिससे कर्मचारियों के प्रकरण लंबित रह जाते है। ऐसे में सप्ताह में किसी एक दिन एक घंटे का समय कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने के लिए तय किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिकायतों का निस्तारण समयबद्घ ढंग से किया जाए।
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