मुजफ्फरनगर । समाजसेवी, साहित्य सेवी और दलित चिंतन के अग्रणी कवि कस्तूर सिंह स्नेही नहीं रहे।
अपनी बेबाक और स्पष्टवादी छवि के लिए विख्यात कस्तूर सिंह स्नेही कुछ समय से अस्वस्थ थे। तमाम लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है और ईश्वर से प्रार्थना की कि वह उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे।
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