बठिंडा। लाल किला हिंसा में वॉन्टेड एक लाख का ईनामी आरोपी लक्खा सिधाना जिले के मेहराज गांव में एक जनसभा में केन्द्र के नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन करता नजर आया। एक फोटो में वह मंच पर बैठा दिख रहा है। पुलिस हाथ मलती रह गयी। मेहराज गांव पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का पैतृक स्थान है।
लाल किले की घटना में वांछित गैंगस्टर से एक्टिविस्ट बने लक्खा सिधाना ने पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर एक वीडियो में लोगों से बठिंडा जिले के मेहराज गांव में एक जनसभा में शामिल होने की अपील की थी। सिधाना के जनसभा में शामिल होने को लेकर काफी अटकलें थीं, क्योंकि वह 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा वॉन्टेड है। सिधाना एक गैंगस्टर था और उस पर पंजाब में अनेक मामले दर्ज हैं। वह कई बार जेल भी जा चुका है। 2012 में उसने राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उसे हार का सामना पड़ा था।
वीडियो में सिधाना ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार किसानों के खिलाफ झूठे केस दर्ज कर उन्हें डराने की कोशिश कर रही है। सिधाना ने इस वीडियो में उसने अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर भी हमला बोला था। सिधाना ने कहा था कि किसान आंदोलन पर अब ऐसे लोगों का कब्जा हो गया हो जोकि पंजाबी भी नहीं हैं। उसने कहा है कि किसानों का आंदोलन सात महीने पुराना है और अपने चरम पर पहुंच गया है। गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा मामले के आरोपी लक्खा सिधाना(ब्लू स्वेटर और सफेद शर्ट में) ने भंठिडा में कृषि कानूनों के खिलाफ आयोजित एक रैली में हिस्सा लिया।
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