जयपुर. राजस्थान में आए सियासी तूफान के बीच, कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि 102 विधायकों ने सीएम गहलोत के समर्थन में पत्र सौंपा है. जानकारी के मुताबिक, डिप्टी सीएम सचिन पायलट समर्थक 17 विधायक इसके बावजूद बैठक में शिरकत करने नहीं पहुंचे.
सूत्र ने यह भी बताया कि डिप्टी सीएम सचिन पायलट के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई की फिलहाल कोई योजना नहीं बनाई गई है, क्योंकि उन्होंने अभी तक पार्टी के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा है. सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट में सियासी मनमुटाव के बीच मुख्यमंत्री के समर्थकों ने जयपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय से सचिन पायलट के पोस्टर हटा दिए हैं. जानकारी के अनुसार, राजस्थान में सियासी तूफान के बीच कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए सचिन पायलट नहीं पहुंचे. इससे ठीक पहले सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई थी कि पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बैठक में शामिल नहीं होंगे. बताया जाता है कि उन्होंने पार्टी को इस बाबत सूचना देते हुए बताया है कि वह व्यक्तिगत वजहों के चलते बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे. वहीं, खबर है कि निर्दलीय विधायकों के आवास पर राजस्थान पुलिस के जवान तैनात किए जा रहे हैं. दूसरी तरफ, सचिन पायलट के बगावती तेवर के बाद राजस्थान कांग्रेस ने भी सख्त रुख अपना लिया है. बताया जा रहा है कि पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता भी दिखा सकती है. वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने राजस्थान के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर टिप्पणी की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लोकतंत्र खतरे में है और सभी को एकजुट होकर इसे बचाना चाहिए.
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