लखनऊ. भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को बने एक साल हो गया, लेकिन वह अभी तक अपनी टीम नहीं खड़ा कर पाए. प्रदेश अध्यक्ष को 16 जुलाई 2019 को अध्यक्ष नामित किया गया था. उसके बाद उनका जनवरी 2020 में निर्वाचन हुआ. प्रदेश अध्यक्ष का उनका एक साल का कार्यकाल चुनौतियों से भरा रहा. क्योंकि माना जा रहा है कि कोरोना काल में उन्होंने संगठन का काम को अनवरत जारी रखना किसी चुनौती से कम नहीं था. लेकिन इस एकसाल के भीतर वे अपनी टीम नहीं बना पाए. नई टीम के लिए उन्हें अब भी केन्द्रीय नेतृत्व की हरी झंडी का इंतजार है.
स्वतंत्र देव सिंह जब अध्यक्ष बने थे तो वे यूपी सरकार में परिवहन मंत्री थे. बाद में एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर काम करते हुए परिवहन मंत्री के पद से त्यागपत्र दे दिया था. संगठन में काम के अनुभव और जातीय समीकरण में फिट बैठने के कारण स्वतंत्रदेव सिंह को अध्यक्ष बनाया गया था. स्वतंत्रदेव सिंह लंबे समय तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता रहे हैं. नब्बे के दशक में विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री बनाए गए थे. उसके बाद 2001 में युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने.
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