मुजफ्फरनगर l श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलिजेज में जारी दो सप्ताह अवधि की कार्यशाला (शैक्षिक संस्थानों में आतंरिक गुणवत्ता योजना का निष्पादन) के तीसरे दिन की थीम के तहत पुस्तकालय और सूचना केन्द्र परिवहन तथा लोजिटिक्स (रसद) एवं छात्रावास प्रबंधन विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। चर्चा में श्रीराम कॉलेज के पुस्तकालय अध्यक्ष अनित यादव ने लाइब्रेरी एवं सूचना केन्द्र समिति के कार्य व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि संस्थान में विभिन्न विषयों पर अनेकों पुस्तकें, पत्र-पत्रिकायें और डिजिटल सामाग्री उपलब्ध है। इन सभी की कोडिंग की जाती है और इन्हें वर्गीकृत किया जाता है। जिसकी एक वैज्ञानिक पद्धति है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा0 आरिफ विभागाध्यक्ष वाणिज्य विभाग गर्वमेंट पीजी महाविद्यालय देवबन्द रहें।
इस अवसर पर एप्लाइड साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 मोहित शर्मा ने ट्रांसपोरटेशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुये अपने वक्तव्य में कहा कि ट्रांसपोरटेशन वह साधन है जो दूर दराज के जिले के क्षेत्रों को शिक्षण संस्थानों से जोडता है। इससे वो छात्र भी अध्ययन के लिये प्रोत्साहित होते है जो दूरवर्ती गॉव में रहते है। जूम पर हुई इस आनलाईन कार्यशाला में श्रीराम ग्रुप आफ पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डा0 रविन्द्र कुमार सैनी ने छात्रावास व्यवस्था पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि छात्रावास में एक ओर पढाई का वातावरण बना रहता है वही दूसरी ओर छात्रावास के शांत वातावरण में रहकर शिक्षा अर्जित करने वाले छात्र-छात्रायें पढाई को अपेक्षाकृत अति गम्भीरता से लेते है। इससे छात्रों में अनुशासन भी बना रहता है।
इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डा0 प्रेरणा मित्तल, श्रीराम कॉलेज निदेशक डा0 आदित्य गौतम, श्रीराम गर्ल्स कॉलेज के निदेशक डा0 मनोज धीमान, श्रीराम कॉलेज आफ इंजीनियरिंग के निदेशक डा0 आलोक गुप्ता, श्रीराम कॉलेज आफ मैनेजमेंट के डीन पंकज शर्मा, श्रीराम कॉलेज के एकेडिमिक डीन डा0 विनित शर्मा, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष रवि गौतम, कम्प्यूटर एप्लीकेशन विभाग के डीन निशांत राठी, प्रोफेसर नीतू सिंह, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के विभागाध्यक्ष विवेक त्यागी, वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 सौरभ मित्तल, बेसिक साइंस विभाग की विभागाध्यक्षा डा0 पूजा तोमर, बायोसाइंस विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 सौरभ जैन आदि 100 लोग तकरीबन वेबिनार में उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें