नई दिल्ली। रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सकों के एक समूह ने कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य संस्थानों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी की अनुशंसा की है। चिकित्सकों ने चेतावनी दी कि ऐसे उपकरण वायरस के वाहक हो सकते हैं और स्वास्थ्यकर्मियों को संक्रमित कर सकते हैं।
बीएमजे ग्लोबल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक लेख में डॉक्टरों ने कहा कि मोबाइल फोन की सतह एक विशिष्ट उच्च जोखिम वाली सतह होती है, जो सीधे चेहरे या मुंह के संपर्क में आती है। भले ही हाथ अच्छे से धुले हुए क्यों न हों। इसलिए इस महामारी में अस्पतालों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए।
एक अध्ययन के मुताबिक कुछ स्वास्थ्यकर्मी हर 15 मिनट से दो घंटे के बीच अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं। मोबाइल को धोया नहीं जा सकता, इसलिए इसके संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है। मोबाइल फोन की वजह से हाथों के साफ होने के भी बहुत मायने नहीं रह जाते। इस बात के प्रमाण बढ़ रहे हैं कि मोबाइल रोगजनक विषाणुओं के लिए संभावित वाहक हैं।
शनिवार, 16 मई 2020
मोबाइल से संक्रमण का खतरा, प्रतिबंध का सुझाव
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