नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में सीनियर सैनिटेशन सुपरवाइजर हीरा लाल की मौत 25 मई को हो गई. हीरा लाल के पिछले मंगलवार को कोविड-19 से संक्रमित होने की बात सामने आई थी. वह कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद से एक दिन भी ड्यूटी से अनुपस्थित नहीं रहे. उनके सहकर्मी बताते हैं कि हीरा लाल हमेशा मुस्कुराने वाले शख्स थे. उनकी नौकरी कीटाणुशोधन स्टाफ, सफाईकर्मी और वॉर्ड ब्वॉय के बीच थी. उन्हें सफाईकर्मियों और वार्ड ब्वॉय के लगातार संपर्क में रहना पड़ता था. हीरा लाल में बीते मंगलवार को शुरुआती बीमारी के लक्षण दिखे और एक सप्ताह के अंदर वे दुनिया से चल बसे. एम्स नई दिल्ली में एससी और एसटी एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप सिंह ने कहा कि हीरा जब बीमार हुए तो संस्थान ने उनका केवल बल्ड टेस्ट किया.
कुलदीप सिंह ने बताया कि एम्स के डॉक्टरों ने उन्हें घर जाने और आराम करने की सलाह दी थी और यह कहा था कि लक्षण में बढ़ोतरी होने पर हॉस्पिटल वापस आएं. दो दिन पहले उनकी हालत अचानक बिगड़ गई और उन्हें इमरजेंसी में ले जाया गया जहां उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. शायद तब तक बहुत देर हो चुकी थी. उनका COVID-19 परीक्षण किया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि हीरा लाल, जिन्होंने एम्स में पूरे स्वच्छता के मोर्चे को सभाला. उनके पास सुरक्षा के उपकरण तक नहीं थे.
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