सोमवार, 11 मई 2020

कोरोना ने अपनो को भी बना दिया हैं बेगाना

टीआर ब्यूरो।


*"मौत के डर से अपनो को भी पहचान नहीं रहे हैं लोग"*


*नोएडा में कोरोना संक्रमित बुजुर्ग के जनाजे से परिवार व धर्म गुरुओ ने बनाई दूरी"*


*"अपनो के मुख मोड लेने के बाद हिन्दू डॉक्टर ने दफनाया -*
*'कोरोना संक्रमण के चलते मौत का निवाला बना था वृद्ध"*


नोएडा।कोरोना महामारी ने खून के रिश्तो और जाति धर्म के बंधन को कच्चे धागे की तरह तोडकर रख दिया हैं। हालात ऐसे बन चले हैं कि जहां अपने ही अपनो के पास जाने और उसे पहचानने से इंकार कर रहे हैं वहीं सार्वजनिक मंचों पर बडे-बडे उपदेश देने वो धर्मगुरु भी पास जाने से बच रहे है। रिश्ते इतनी बुरी तरह दरक रहे हैं कि मृतक की बीवी ने अपने इकलौते बेटे को उसके कोरोना पॉजिटिव पिता के जनाजे से हाथ लगाने से भी रोक दिया। हालात इससे भी बुरे उस समय हुए जब मृतक के धर्म से जुड़े लोगों ने भी कोरोना के डर से शव को एंबुलेंस से कब्र तक हाथ लगाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद हिन्दुओ ने उसको उसके धार्मिक रीति- रिवाज से दफनाया।


आपको बता दें 62 वर्षीय मोहम्मद शमी नोएडा के सेक्टर 66 स्थित ममूरा में रहकर एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे। जिन्हें बीते शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद देर रात को उन्हें गलगोटिया कैंपस स्थित क्वारंटीन सेंटर से जिम्स भेजे जाते समय रास्ते में ही कार्डियो रेस्पिरेट्री सिस्टम फेल होने से उनकी मौत हो गई थी। इस दौरान मोहम्मद शमी की पत्नी, बेटा, बेटी और धेवती भी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा क्वारंटीन में रखे गए थे। उनके पुत्र को लखनऊ से नोएडा बुलाया गया


 जनाजे को दफनाने की सारी तैयारियां पूरी होने पर एंबुलेंस में बैठी मृतक की पत्नी, बेटे और बेटी से जनाजे को शव वाहन से निकालकर कब्र तक पहुंचाकर क्रियाकर्म की कार्रवाई पूरी करने के लिए कहा गया। लेकिन पति की मौत का गम झेल रही पत्नी ने अपने बेटे और बेटी को कोरोना के डर से अंत समय में उनके पिता के जनाजे को हाथ लगाने से भी रोक दिया।


परिवार के लोगों द्वारा जनाजे को हाथ लगाने से इंकार किए जाने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मौके पर मौजूद धर्म गुरूओं से पीपीई किट पहनकर जनाजे को दफनाने के लिए निवेदन किया। लेकिन उन्होंने भी कोरोना के कहर से डरकर हाथ लगाने से मना कर दिया। जिसके बाद जिला क्वारंटीन प्रभारी एसीएमओ डॉक्टर वी बी ढ़ाका, गलगोटिया कैंपस में बने क्वारंटीन सेंटर के प्रभारी डॉक्टर अमित चौधरी एवं राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला संयोजक एवं फार्मासिस्ट कपिल चौधरी खुद आगे आए और तीनों लोगों ने पीपीई किट पहनकर जनाजे को दफनाने की प्रक्रिया को पूरा किया। प्रक्रिया देर रात करीब 12 बजे समाप्त हुई ।


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

मंगलवार विशेष :पंचाग एवँ राशिफल

 🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻  🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞  🌤️ *दिनांक - 04 मार्च 2025* 🌤️ *दिन - मंगलवार* 🌤️ *विक्रम संवत - 2081* 🌤️ *शक संवत -...