बुधवार, 6 मई 2020

जमात प्रमुख मौलाना साद की जल्द हो सकती है गिरफ्तारी 



नई दिल्ली। सरकार के आदेशों को अनदेखा कर निजामुद्दीन में मरकज करवाने वाले मौलाना साद पर दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मंगलवार को क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद के बेटे से घंटों पूछताछ की। मौलाना साद एक महीने से फरार है। दिल्ली पुलिस अब तक उसे चार बार नोटिस दे चुकी है। बेटे से पूछताछ के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मौलाना साद की गिरफ्तारी हो सकती है। 
दरअसल मौलाना साद के ऊपर कई मुकदमे दर्ज हैं। मरकज का मामला सुर्खियों में आने के बाद से मौलान और मरकज से जुड़े 20 लोग फरार हो गए थे। पुलिस ने कई बार मौलाना साद को नोटिस भेजा लेकिन अभी तक कोई संतोषपूर्ण जवाब नहीं मिला। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को मौलाना साद के बेटे को पूछताछ के लिए बुलाया। इस पूछताछ में उन लोगों के बारे में जानकारी मांगी गई जिन्होंने मरकज का आयोजन करवाया था या फिर मरकज में शामिल हुए थे।
मार्च में लॉकडाउन के बाद दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में रह रहे करीब 2000 से ज्यादा जमातियों को निकाला गया था। इससे पहले कई जमाती सदस्य देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंच चुके थे। जांच के दौरान पता चला कि 600 से अधिक जमाती कोरोना पॉजिटिव हैं। जिसके बाद सरकार ने सभी राज्यों के निर्देश दिया कि वे तबलीगी जमात के सदस्यों की पहचान करें और उनका कोरोना टेस्ट करवाएं। इस बीच मौका पाकर मौलाना साद फरार हो गया जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। दिल्ली पुलिस मौलाना को चार बार नोटिस भेज चुकी है। हाल ही में निजामुद्दीन मरकज के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद के एक अधिवक्ता ने दावा किया था कि जबलीगी जमात के प्रमुख ने सरकार और निजी लैब में अपना कोरोना वायरस का टेस्ट कराया है, सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। वकील ने यह भी दावा किया था कि जांच रिपोर्ट क्राइम ब्रांच को भी सौंप दी गई है।


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