टीआर ब्यूरो
मुज़फ्फरनगर। लॉक डाउन में पिछले करीब एक माह से बंद पड़े 12 पेपर मिलो ने अपने औद्योगिक प्रतिष्ठानों को चलाने के लिए अनुमति दिए जाने को आवेदन किया है। हालांकि एक पेपर मिल की चिमनी से तो अनुमति की प्रत्याशा में ही धुआं निकलने लगा था लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया। देर सायं तक किसी भी फैक्ट्री को चलाने की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा जारी नही की जा सकी थी।
अपर जिला मजिस्ट्रेट वित्त आलोक कुमार ने बताया कि 12 फैक्ट्रियों ने चलाने के लिए अनुमति दिए जाने का अवदेन किया है। उनके आवेदन के साथ कुछ जरूरी कागजात मांगे गए हैं। उनका परीक्षण करने के बाद यदि सभी औपचारिकताएं पूरी मिली तो फैक्ट्रियों को उत्पादन शुरू करने की अनुमति दी जाएगी। आवेदन करने वालों में लगभग सभी पेपर मिल ही हैं। उद्यमियों ने अपनी फैक्ट्री के संचालन के लिए कर्मचारियों को एकत्र करने को बड़े वाहनों के लिए भी पास मांगे हैं। हालांकि स्टील्स एंड रोलिंग मिल्स मुजफ्फरनगर एसोसिएशन के सतीश गोयल समेत स्टील्स इडस्ट्रीज से जुड़े अधिकांश उद्यमियों ने अभी अपनी फैक्ट्री चलाने को आवेदन नही किया है।
उद्योगों को करानी होगी थर्मल स्कैनिंग
मुजफ्फरनगर। दरअसल उद्योग चलाने के लिए आवेदन करने वाले उद्यमियों को अपनी फैक्ट्री में प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग करानी होगी। इससे स्वस्थ्य कर्मचारी ही फैक्ट्री में प्रवेश कर पाएगा। हालांकि थर्मल स्कैनिंग करने के लिए स्कैनर को लेना होगा। प्रशासन भी बीच बीच में किसी भी उद्योग में जाकर कर्मचारियों की थर्मल स्कैनिंग कर सकता है। उद्योगों को अपनी फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों में से केवल 50 प्रतिशत को ही बुलाना होगा। इनमें बाकी 50 प्रतिशत कर्मचारी अगले दिन आएंगे। इस तरह से कर्मचारियों को एक दिन छोड़कर डयूटी मिलेगी।
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