मुजफ्फरनगर । कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लोगों में जागरुकता भी आ रही है। इसके लिए लोग अपने आसपास की गतिविधियों पर भी नजर रख रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रोनी हरजीपुर में देखने को मिला। दूसरे प्रदेश से आये एक युवक को कोरोना का संदिग्ध मानते हुए लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। वहीं शहर की पाॅश काॅलोनी द्वारिका सिटी में विदेश से आये एक व्यक्ति को संदिग्ध मानते हुए लोगों ने उसको सार्वजनिक रूप से घूमने से मना किया और इसकी जानकारी पुलिस को भी दे दी गयी। इस बीच आज जिला चिकित्सालय से पांच मामले सामने आने के बाद उनके सैंपिल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें एक बड़े नेता का भतीजा और सर्राफ का पुत्र भी शामिल बताया गया है। वह हाल में लंदन से लौटा था। अन्य मामले में बहरीन, सऊदी अरब और सिंगापुर से आए तीन लोगों के नमूने भी परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चरथावल थाना क्षेत्र के ग्राम रोनी हरजीपुर में दूसरे प्रदेश से काम करके वापस आए एक व्यक्ति को कोरोना का संदिग्ध मरीज मानते हुए ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी। ग्रामीणों ने इस संदिग्ध मरीज को सार्वजनिक रूप से आने जाने से भी मना किया और हंगामा हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इस टीम में शामिल चिकित्सकों ने व्यक्ति को जांच के लिए ले जाने को कहा तो उसके परिजन इंकार करने लगे। काफी देर तक हंगामे की स्थिति रही। बाद में 108 एम्बुलेंस की मदद से उक्त व्यक्ति व उनके परिजनों को जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। हंगामे की सूचना पर भाकियू नेता विकास शर्मा, ग्राम प्रधान कप्तान पप्पू राणा, ऋतिक राणा, अमित ठाकुर, सुमित कुमार आदि सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर मौजूद रहे। इस बारे में जब सीएमओ डाॅ. प्रवीण चोपडा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि रोनी हरजीपुर के जिस व्यक्ति को संदिग्ध मानकर ग्रामीणों ने हंगामा किया, वह खांसी जुकाम का नाॅर्मल पेशेंट था। उसकी जांच कर ली गयी है। उसमें कोई भी लक्षण नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने अफवाह फैलाई है। सीएमओ ने लोगों से इस तरह से समाज में पैनिक नहीं फैलाने की अपील करते हुए बताया कि इस सम्बंध में पुलिस प्रशासन के अफसरों को भी सूचित किया गया है और अफवाहों को रोकने के लिए कार्यवाही का आग्रह किया गया है। दूसरी ओर जानसठ रोड स्थित द्वारिका सिटी निवासी दीपक जैन 2 दिन पहले विदेश से वापस घर आये और कॉलोनी में घूमने लगे। यह देखकर जब लोगों ने उसे मना किया तो वह लड़ने पर उतारू हो गये। जिसके बाद एडवोकेट विशाल दीक्षित ने नई मंडी थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई और कोरोनो वायरस का संदिग्ध बताकर दीपक जैन को आइसोलेट करने की कार्यवाही का आग्रह किया। इसके बाद थाने से सीएमओ के पास सूचना भेजी गई और पुलिस की मौजूदगी में दीपक जैन का चेकअप किया गया। सीएमओ ने बताया कि फिलहाल उन्हें किसी भी तरह के कोई लक्षण नहीं मिले हैं, लेकिन उनको घर में ही 14 दिन तक रहने की सख्त हिदायत टीम के द्वारा दी गई है। साथ ही यह भी कहा गया कि अगर कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत सीएमओ ऑफिस को सूचित करें।
शनिवार, 21 मार्च 2020
बडे नेता का लंदन से लौटा भतीजा भी कोरोना संदिग्ध
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