मुजफ्फरनगर । भारतीय किसान यूनियन ने अराजनैतिक द्वारा उत्तर प्रदेश के जनपद प्रयागराज में तीन दिवसीय किसान चिंतन शिविर का आयोजन 27 जनवरी से 29 जनवरी तक किया गया । शिविर में उत्तर प्रदे, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान,महाराष्ट्र से आए किसानों ने देश भर की किसान समस्याओं पर 50 घंटे गहन चिंतन किया इस चिंतन में तत्कालिक एवं दीर्घकालिक विषयों पर प्रस्ताव पारित कर देश एवं राज्य की सरकारों को भेजने का निर्णय लिया गया ।चिंतन शिविर में लगभग 25000 लोगों ने भाग लिया। शिविर के अंतिम दिन परेड ग्राउंड में किसान महापंचायत में पारित प्रस्ताव को पढ़ कर सुनाया गया। जिसका सभी किसानों ने समर्थन किया। शिविर में उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के जिला अध्यक्ष मौजूद रहे ।
किसान पंचायत को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मांगेराम त्यागी राष्ट्रीय महासचिव अनिल तालाब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह रंधावा राष्ट्रीय सचिव उम्मेद सिंह राष्ट्रीय सचिव धर्मवीर सिंह,राजवीर सिंह उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष हरनाम सिंह वर्मा युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह मध्य प्रदेश के अध्यक्ष जगदीश सिंह ,मुकेश कुशवाहा उत्तराखंड के अध्यक्ष सलविंदर सिंह कलसी सनी शुक्ला ,नीरज पहलवान, नितिन सिरोही, नुरुल इस्लाम ,बबलू दुबे ,दिनेश प्रताप सिंह, यशपाल सिंह नरेश पाल सिंह नवाब अहलावत राजकुमार तोमर, जगपाल सिंह,नरेश स्वामी,राजेश रावत ने संबोधित किया।
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने कहा कि किसानों को काफी सुविधाओं की आवश्यकता है आज किसानों को उनकी फसलों का मूल्य दिलाने के लिए सरकार को कुछ कदम उठाने अनिवार्य है उत्तर प्रदेश में गन्ने का राज्य परामर्शी मूल्य तय नहीं किया गया है जो दुखद है गन्ने का आधा सत्र बीत चुका है।
उत्तर प्रदेश सरकार अविलंब गन्ने का मूल्य घोषित कर किसानों को गन्ने का उचित मूल्य दिलाने का कार्य करें अन्यथा शिविर से लौटते ही भारतीय किसान यूनियन द्वारा बड़े आंदोलन का निर्णय लिया गया है गन्ने को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन चला जाएगा ।उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को उनका हक दिलाने के लिए 15 मार्च को मेरठ कमिश्नरी पर किसान पंचायत का आयोजन किया जाएगा जिसमें हजारों लोग शामिल होगे। किसानो की समस्याओं पर देशभर में संघर्ष किया जाएगा। सभी राज्यों में एक सम्मेलन कियां जाएगा। इसके बाद दिल्ली में किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
15 जनवरी को मेरठ में किसान पंचायत के माध्यम से आंदोलन का शंखनाद किया जाएगा