मुजफ्फरनगर । पुरकाजी विधान सभा के सरवट मंडल के वर्मा पार्क शक्ति केन्द्र बूथ सख्या 121 पर सदस्यता अभियान चलाते हुए जिला मंत्री सुधीर खटीक मङल अध्यक्ष सजंय चोधरी महामंत्री कपिल पाल,विस्तारक कैलाश देव बूथ अध्यक्ष महेन्द्र ,अविनाश त्यागी आदि मौजूद रहे।
जनपद मुजफ्फरनगर एनसीआर के अन्तर्गत आच्छादित हैं। सर्वोच्च न्यायालय तथा कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेण्ट इन एन0सी0आर0 एण्ड एडज्वाइनिंग एरियाज द्वारा वायु प्रदूषण को नियंत्रित किये जाने हेतु उद्योगों/संस्थाओं के निरीक्षण किये जाने तथा दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने निर्देश दिये गये हैं। जिलाधिकारी महोदय के निर्देशानुसार एवं उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी श्री अंकित सिंह के कुशल निर्देशन में टीम द्वारा क्षेत्र भ्रमण किया गया। क्षेत्र भ्रमण के दौरान उद्योग मै0 सर्वोत्तम रोलिंग मिल (फर्नेस डिवीजन) से अत्यधिक मात्रा में उत्सर्जन होता हुआ पाये जाने पर इकाई के विरूद्ध रू0 10 लाख जुर्माना लगाये जाने तथा वायु अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही की संस्तुति बोर्ड मुख्यालय प्रेषित की गयी है। उद्योग मै0 सर शादीलाल डिस्टिलरी के विरूद्ध खुले में निर्माण सामग्री भण्डारित पाये जाने पर रू0 50 हजार का जुर्माना लगाये जाने की संस्तुति उपजिलाधिकारी खतौली को प्रेषित की गयी है तथा मै0 किरण फार्म्स रूडकी रोड द्वारा कूड़ा जलाने से हो रहे वायु प्रदूषण के दृष्टिगत् रू0 5,000/- जुर्माना लगाये जाने की संस्तुति नगर मजिस्ट्रेट को प्रेषित की गयी है।
शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार लाये जाने के दृष्टिगत् प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा उद्योगों के टैंकर्स एवं स्थानीय निकायों के टैंकर्स से जनपद में वाटर स्प्रिंकलिंग करायी गयी तथा एन्टी स्मोग गन का प्रयोग शहर विभिन्न स्थलों पर पर कराया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा उद्योगों को परिसर के अन्दर एवं बाहर धूल उत्सर्जन के नियंत्रण हेतु पानी छिड़काव कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं, जिसके अनुपालन में उद्योगों द्वारा पानी छिड़काव कराया जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा आम नागरिकों से किसी भी दशा में कूड़ा/वेस्ट आदि को न जलाये जाने तथा प्रदूषण नियंत्रण हेतु अपना अमूल्य सहयोग प्रदान किये जाने हेतु अपील की गयी है।
बघरा में कल्याणकारी इंटर कॉलेज के मैदान पर रालोद की परिवर्तन संदेश रैली में शामिल होने के लिए आए आम जनमानस को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने कहा है कि नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने से दिवंगत चौधरी अजीत सिंह की आत्मा को अवश्य ही शांति पहुंची होगी। कृषि कानूनों को वापिस लिये जाने की घोषणा के बावजूद अभी भी किसानों को सचेत रहने की जरूरत है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास कोई अन्य डिग्री हो या नहीं लेकिन उनके पास झूठ की डिग्री जरूर है। रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने रैली के मंच से ऐलान किया है कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को नौकरी दी जाएगी। उन्होंने हुंकार भरी कि यदि वह ऐसा नहीं कर पाए तो वह अपने पद से तुरंत त्यागपत्र दे देंगे। इसके अलावा किसानों एवं मजदूरों की परेशानियों को दूर करने के लिये बिजली के पुराने बिल माफ किए जाएंगे और आने वाले बिल हाफ यानी आधे कर दिए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई घटना का उल्लेख करते हुए जयंत चौधरी ने कहा है कि किसानों के लिए लाठियां खाई थी, आगे भी किसानों के लिए लाठियां खाएंगे। जिस सरकार ने लाठी बरसाई है, अब उससे बदला लेने का समय आ गया है। तितावी थाना क्षेत्र के बघरा में आयोजित की गई रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी की परिवर्तन संदेश रैली में शामिल होने के लिए जनपद मुजफ्फरनगर के अलावा आसपास के कई अन्य जनपदों के किसान एवं पार्टी कार्यकर्ता शामिल होने के लिए पहुंचे थे। शनिवार को बघरा के स्वामी कल्याण देव इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित की गई परिवर्तन संदेश रैली में जयंत चौधरी को सुनने के लिए भारी जनसमूह उमड़ा। इससे पहले स्थानीय नेताओं ने रालोद की नीतियों और कार्यकर्मो पर प्रकाश डालते हुए पार्टी को मजबूती देने का आह्वान किया।
रैली में पूर्व जिला पंचायत सदस्य और वर्तमान जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर बी जे पी नेता संदीप मलिक ने अपने समर्थकों के साथ लोकदल का दामन थाम लिया।
चरथावल विधानसभा क्षेत्र के बघरा में स्वामी कल्याणदेव इण्टर कॉलेज के मैदान पर शनिवार को आयोजित रालोद की परिवर्तन संदेश रैली को सम्बोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद जयंत चैधरी ने कहा कि शुक्रवार का दिन किसानों का दिन था। उन्होंने कहा कि यह जीत किसानों की है, लेकिन अभी ये जीत अधूरी और लड़ाई भी पूरी नहीं हो पाई है। यह इस अधूरी लड़ाई की शुरूआत है। इस जीत से आंदोलनजीवियों का आत्मविश्वास बढ़ा और इस सरकार ने आंदोलनजीवियों को जीवित करने का काम किया है। आज देश के हर नागरिक को आंदोलनजीवी बनने की आवश्यकता है। उन्होंने युवाओं का छात्राओं का आह्नान करते हुए कहा कि उनको नौकरी और रोजगार चाहिए। सुरक्षा का वातावरण और शिक्षा के बेहतर संसाधन चाहिए तो आंदोलनजीवी बनना पड़ेगा। आंदोलन से ही हमें अधिकार प्राप्त हो सकता है। युवाओं के संघर्ष से ही ऐसी सूट-बूट की सरकार झुकती हैं। उन्होंने कहा कि आज सरकार किसानों के आंदोलन से ही झुकी है। मैंने कई बार, बार-बार पीएम मोदी को समझाया कि मान जाओ, ये किसान हैं किसी भी दम पर पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि मैं समझाता रहा कि आप पीछे हट जाओ, हम तो पैदाइशी जिद्दी हैं, लेकिन यह नहीं माने और आज इनका किसान शक्ति को नमन करना ही पड़ा। यह जीत जुल्मी सरकार की हार का संदेश है। जयंत चैधरी ने कृषि कानून वापसी की जीत को लेकर किसानों को आगाह करते हुए कहा कि इस जीत के बाद इन लोगों से और ज्यादा होशियार रहने की जरूरत हैं। इनकी बातों में नहीं आना है। ये झूठ बोलकर गुमराह करेंगे। किसान आज आंदोलन की राह पर चलकर इन लोगों की नीयत और नीति को भली प्रकार समझ चुका है, ऐसे ही जनता को भी समझने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह धरती स्व. चरण सिंह और स्व. अजित सिंह की कर्म भूमि रही है। चरण सिंह ने पीएम बनकर देश में एक विश्वास जगाया था कि खेती करने वाले किसान का गरीब बेटा भी गांव गली से निकलकर और छोटे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी एक दिन देश के पीएम बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि जनता परिवर्तन का संदेश दे चुकी है। उन्होंने जनता से किसान और गरीब व गांव विरोधी इस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्नान किया। रैली का संचालन जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर ने किया। इस दौरान मुख्य रूप से पूर्व मंत्री चै. योगराज सिंह, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व विधायक नवाजिश आलम खां, पूर्व विधायक नूरसलीम राणा, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, पूर्व ब्लॉक प्रमुख रंजनवीर सिंह, अभिषेक चैधरी गुर्जर, पायल माहेश्वरी, रालोद नेत्री रमानागर, कंवर हसन, नदीम चैधरी, वेदपाल ठेकेदार, ओंकार ठेकेदार, चेयरमैन कृष्णपाल राठी, पराग चैधरी, माधोराम शास्त्री, संजय राठी पूर्व जिला पंचायत सदस्य, कमल गौतम, अश्वनी, मयंक जडौदा, हंसराज जावला सहित हजारों कार्यकर्ता और ऐतिहासिक भीड़ शामिल रही।
प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने कहा कि प्रशासन प्रत्येक विधानसभा में नई वोट बनाने को प्राथमिकता न देकर पुरानी वोट काटने को किन कारणों से प्राथमिकता में ले रहा है यह समझ से परे है।उन्होंने प्रशासन से सभी मतदान केंद्रों पर बीएलओ की अनिवार्यता व प्राथमिकता के आधार पर नई वोट वह गलत प्रकार से काटी गई वोट बनवाने की अपील की।
सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने सभी सपा पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वह 21 व 28 नवंबर को अपने-अपने क्षेत्रों में प्रत्येक बूथ पर वोट बनाने के अभियान में बढ़-चढ़कर भाग ले जिससे किसी भी मतदाता का मतदान का अधिकार भेदभाव पूर्ण तरीके से छीना न जा सके।
उन्होंने बूथों पर बीएलओ की अनुपस्थिति व वोट बनाने में किसी भी तरह की उदासीनता पर सभी कार्यकर्ताओं से वरिष्ठ नेताओं को तत्काल अवगत कराने का अपील की।
*मीटिंग में मुख्य रूप से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी राकेश शर्मा,पूर्व जिलाध्यक्ष सपा गौरव स्वरूप,पूर्व मंत्री महेश बंसल,पूर्व एमएलसी प्रत्याशी गौरव जैन,पूर्व विधानसभा प्रत्याशी चंदन चौहान,सपा नेता अब्दुल्ला राणा,सपा जिला मीडिया प्रभारी साजिद हसन,सपा जिला महासचिव जिया चौधरी,सपा नेता रामनिवास पाल,सपा लोहिया वाहिनी जिलाध्यक्ष संदीप धनगर,विधानसभा अध्यक्ष सदर गय्यूर चौधरी प्रधान, हरेंद्र पाल, सलमान त्यागी,मोनू जैदी,हसीब राणा सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।*
मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय लोकदल की परिवर्तन संदेश रैली के आयोजन को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं।
संदेश रैली के मुख्य अतिथि के रूप में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी उपस्थित रहेंगे।
परिवर्तन रैली में भारी भीड़ व किसानों के आने की संभावना जताई जा रही है।
पुरी तरह से 2022 के चुनाव को लेकर लोकदल की परिवर्तन संदेश रैली आयोजित की जा रही है
1 बजे परिवर्तन संदेश रैली को जयंत चौधरी द्वारा संबोधित किया जाएगा।
बघरा के स्वामी कल्याण देव इंटर कॉलेज के मैदान में रैली आयोजित की गई है।
लोकदल की परिवर्तन संदेश रैली को लेकर पुलिस फोर्स अलर्ट मोड़ पर वही डॉग स्कवायड व इंटेलिजेंस टीम द्वारा पूरे कार्यक्रम स्थल पर मंच पर पंडाल का किया जा रहा है सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अवलोकन कार्यक्रम स्थल पर लोक दल के जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर कमल गौतम पराग चौधरी राधे ठाकुर सहित लोकदल के आला पदाधिकारी मौजूद हैं।
🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक - 20 नवंबर 2021*
⛅ *दिन - शनिवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2078*
⛅ *शक संवत -1943*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - मार्ग शीर्ष मास (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार कार्तिक*)
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - प्रतिपदा शाम 05:04 तक तत्पश्चात द्वितीया*
⛅ *नक्षत्र - रोहिणी पूर्ण रात्रि तक*
⛅ *योग - शिव प्रातः 04:51 तक तत्पश्चात सिध्द*
⛅ *राहुकाल - सुबह 09:38 से सुबह 11:01 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:53*
⛅ *सूर्यास्त - 17:54*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष - प्रतिपदा को कूष्माण्ड(कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞यदि बेहद कोशिशों के बाद भी घर में पैसा नहीं रूकता है तो एक छोटा सा उपाय करें। सोमवार या शनिवार को थोड़े से गेहूं में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर पिसवा लें। बाद में इस आटे को पूरे आटे में मिला लें। घर में बरकत रहेगी और लक्ष्मी दिन दूना रात चौगुना बढऩे लगेगी।
🌷 *मार्गशीर्ष मास* 🌷
🙏🏻 *मार्गशीर्ष हिन्दू धर्म का नौवाँ महीना है। मार्गशीर्ष को अग्रहायण नाम भी दिया गया है। अग्रहायण शब्द 'आग्रहायणी' नक्षत्र से संबंधित है जो मृगशीर्ष या मृगशिरा का ही दूसरा नाम है । अग्रहायण का तद्भव रूप 'अगहन' है । इस वर्ष 20 नवंबर 2021 (उत्तर भारत हिन्दू पञ्चाङ्ग के अनुसार) से मार्गशीर्ष का आरम्भ हो रहा है। वैदिक काल से मार्गशीर्ष माह का विशेष महत्व रहा है। प्राचीन समय में मार्गशीर्ष से ही नववर्ष का प्रारम्भ माना जाता था। मार्गशीर्ष माह में सनातन संस्कृति के दो प्रमुख विवाह संपन्न हुए थे। शिव विवाह तथा राम विवाह। मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को राम विवाह तो सर्वविदित है ही साथ ही शिवपुराण, रुद्रसंहिता, पार्वतीखण्ड के अनुसार सप्तर्षियों के समझाने से हिमवान ने शिव के साथ अपनी पुत्री का विवाह मार्गशीर्ष माह में निश्चित किया था ।*
👉🏻 *श्रीमद्भागवतगीता में श्रीकृष्ण स्वयं कहते हैं “मासानां मार्गशीर्षोऽहं नक्षत्राणां तथाभिजित्” अर्थात मैं महीनों में मार्गशीर्ष और नक्षत्रों में अभिजित् हूँ।*
👉🏻 *स्कन्दपुराण, वैष्णवखण्ड के अनुसार “मार्गशीर्षोऽधिकस्तस्मात्सर्वदा च मम प्रियः ।। उषस्युत्थाय यो मर्त्यः स्नानं विधिवदाचरेत् ।। तुष्टोऽहं तस्य यच्छामि स्वात्मानमपि पुत्रक ।।” श्रीभगवान कहते हैं की मार्गशीर्ष मास मुझे सदैव प्रिय है। जो मनुष्य प्रातःकाल उठकर मार्गशीर्ष में विधिपूर्वक स्नान करता है, उस पर संतुष्ट होकर मैं अपने आपको भी उसे समर्पित कर देता हूँ।*
💥 *मार्गशीर्ष में सप्तमी, अष्टमी मासशून्य तिथियाँ हैं। मासशून्य तिथियों में मंगलकार्य करने से वंश तथा धन का नाश होता है।*
👉🏻 *महाभारत अनुशासन पर्व अध्याय 106 के अनुसार “मार्गशीर्षं तु वै मासमेकभक्तेन यः क्षिपेत्। भोजयेच्च द्विजाञ्शक्त्या स मुच्येद्व्याधिकिल्बिषैः।। सर्वकल्याणसम्पूर्णः सर्वौषधिसमन्वितः। कृषिभागी बहुधनो बहुधान्यश्च जायते।।” जो मार्गशीर्ष मास को एक समय भोजन करके बिताता है और अपनी शक्ति के अनुसार ब्राह्माण को भोजन कराता है, वह रोग और पापों से मुक्त हो जाता है । वह सब प्रकार के कल्याणमय साधनों से सम्पन्न तथा सब तरह की औषधियों (अन्न-फल आदि) से भरा-पूरा होता है। मार्गशीर्ष मास में उपवास करने से मनुष्य दूसरे जन्म में रोग रहित और बलवान होता है। उसके पास खेती-बारी की सुविधा रहती है तथा वह बहुत धन-धान्य से सम्पन्न होता है ।*
👉🏻 *स्कन्दपुराण, वैष्णवखण्ड के अनुसार “मार्गशीर्षं समग्रं तु एकभक्तेन यः क्षिपेत् ।। भोजयेद्यो द्विजान्भक्त्या स मुच्येद्व्याधिकिल्विषैः।।” जो प्रतिदिन एक बार भोजन करके समूचे मार्गशीर्ष को व्यतीत करता है और भक्तिपूर्वक ब्राह्मणों को भोजन कराता है, वह रोगों और पातकों से मुक्त हो जाता है।*
👉🏻 *शिवपुराण के अनुसार मार्गशीर्ष में चाँदी का दान करने से वीर्य की वृद्धि होती है। शिवपुराण विश्वेश्वर संहिता के अनुसार मार्गशीर्ष में अन्नदान का सर्वाधिक महत्व है “मार्गशीर्षे ऽन्नदस्यैव सर्वमिष्टफलं भवेत् ॥ पापक्षयं चेष्टसिद्धिं चारोग्यं धर्ममेव च॥” अर्थात मार्गशीर्ष मास में केवल अन्नका दान करने वाले मनुष्यों को ही सम्पूर्ण अभीष्ट फलों की प्राप्ति हो जाती है | मार्गशीर्षमास में अन्न का दान करने वाले मनुष्य के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं |*
🙏🏻 *मार्गशीर्ष माह में मथुरापुरी निवास करने का बहुत महत्व है। स्कन्दपुराण में स्वयं श्रीभगवान, ब्रह्मा से कहते हैं -*
🌷 *“पूर्णे वर्षसहस्रे तु तीर्थराजे तु यत्फलम् । तत्फलं लभते पुत्र सहोमासे मधोः पुरे ।।” अर्थात तीर्थराज प्रयाग में एक हजार वर्ष तक निवास करने से जो फल प्राप्त होता है, वह मथुरापुरी में केवल अगहन (मार्गशीर्ष) में निवास करने से मिल जाता है।*
🙏🏻 *मार्गशीर्ष मास में विश्वदेवताओं का पूजन किया जाता है कि जो गुजर गये उनके आत्मा शांति हेतु ताकि उनको शांति मिले | जीवनकाल में तो बिचारेशांति न लें पाये और चीजों में उनकी शांति दिखती रही पर मिली नहीं | तो मार्गशीर्ष मास में विश्व देवताओं के पूजन करते है भटकते जीवों के सद्गति हेतु |*
📖 *)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🍀🌷🌻🌺🌸🌹🍁🙏पंचक काल,
09 दिसंबर 2021 से 14 दिसंबर 2021 तक।
एकादशी व्रत
30 नवंबर- उत्पन्ना एकादशी
. 14 दिसंबर- मोक्षदा एकादश
प्रदोष
16 नवंबर- भौम प्रदोष
02 दिसंबर- प्रदोष व्रत
31 दिसंबर- प्रदोष व्रत
. 30 दिसंबर- सफला एकादशी
पूर्णिमाि
18 दिसंबर, शनिवार: मार्गशीर्ष पूर्णिमा
अमावस्या
मार्गशीर्ष अमावस्या- 04 दिसम्बर 2021, शनिवार
मेष दैनिक राशिफल (Aries Daily Horoscope)
आज का दिन आपको अपने ऊपर ध्यान देने की आवश्यकता है। आज आप अपने परिवार के छोटे बच्चों के साथ में कुछ समय व्यतीत करेंगे और उन्हें कहीं बाहर घुमाने फिराने भी लेकर जा सकते हैं। आज आपको अपने खान-पान की ओर विशेष ध्यान देना होगा, नहीं तो आपको कुछ बीमारियां अपनी चपेट में ले सकती हैं। आज नौकरी में आपके कुछ शत्रु भी आपके खिलाफ षड्यंत्र करते नजर आएंगे, आपको जिनसे बचने की पूरी कोशिश करनी होगी।
वृष दैनिक राशिफल (Taurus Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए शुभ परिणाम लेकर आएगा। आज आपको दिनभर एक के बाद एक शुभ सूचना प्राप्त होती रहेगी, जिसके कारण आपके मन में उत्साह बना रहेगा। यदि आज आप किसी कार्य को करने से पहले असमंजस में है, तो उसे टेंशन फ्री होकर करें, क्योंकि वह पूरा अवश्य होगा। व्यापार मे आज आपको दिनभर लाभ के अवसर प्राप्त होंगे, लेकिन आप उन्हें पहचान कर उनका लाभ उठाएंगे, तभी वह आपको लाभ दे पाएंगे। आज नौकरी में आपको किसी पर भी भरोसा करने से पहले सोचना होगा, क्योंकि वह उनके साथ विश्वासघात कर सकते हैं, इसलिए सावधान रहें।
मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Daily Horoscope)
आज का दिन आपको सावधानी से चलना होगा। आज आपको किसी दूसरों को सलाह देने से पहले ध्यान देना होगा कि कहीं उसका गलत असर होने पर आपको सुनने को ना मिले, इसलिए आज किसी दूसरे के मामले में ना बोलना ही समझदारी है। आज आपको किसी शुभ व मांगलिक कार्यक्रम में भी जाने का मौका मिलेगा। जहां आपकी कुछ रसूखदार लोगों से भी मुलाकात होगी। आज आपको सायंकाल के समय दूसरों की मदद करने से मन को सुकून मिलेगा।
कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। जो लोग आज किसी संपत्ति की खरीदारी करने जा रहे हैं, आज उनका भाग्य चमक सकता है, क्योंकि उनको आज संपत्ति खरीदना लाभदायक रहेगा। प्रेम जीवन में यदि लंबे समय से कोई अवरोध चल रहा था,तो आज वह समाप्त होगा। आज आप संतान के दायित्वों की पूर्ति करने में भी सफल होंगे। यदि आपको आज कोई समस्या आएगी तो परिवार के लोग आपका भरपूर साथ देंगे।
सिंह दैनिक राशिफल (Leo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए व्यस्तता भरा रहेगा। आज आप अपने लंबे समय से रुके हुए जरूरी कारण कामों को पूरा करने में व्यस्त रहेंगे, जिसके कारण आप अपनी संतान के लिए भी समय निकालने में नाकामयाब रहेंगे। सायंकाल के समय आज आपको अचानक घूमने फिरने के दौरान कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकती है। ऑफिस में भी आज आपको कोई ऐसा कार्य सौंपा जा सकता है, जिसमें आपको अपने साथियों के साथ की आवश्यकता होगी, तभी आप उसे सायंकाल तक पूरा करने में सफल रहेंगे।
कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहेगा। आज दांपत्य जीवन जी रहे लोगों के बीच प्रेम और गहरा होगा। व्यापार में भी आज आपको बार-बार लाभ के अवसर मिलेंगे, जिनका आप लाभ भी अवश्य उठाएंगे। आज आपको कोई हर्षवर्धक समाचार सुनने से को मिल सकता है, जिससे आपके मन प्रसन्नचित्त रहेगा। यदि आज आप किसी जमीन जायदाद को खरीदने की तैयारी कर रहे हैं, तो उसके दस्तावेजों को स्वाधीनता से जांच लें
तुला दैनिक राशिफल (Libra Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए हर मामले में सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा, लेकिन आज आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां अपनी चपेट में ले सकती हैं। बिजनेस कर रहे लोगों की आज कुछ खास व्यक्तियों से मुलाकात होगी, जिससे वह अपने बिजनेस के कुछ महत्वपूर्ण बातें भी साझा करेंगे। आज संतान की शिक्षा से संबंधित कोई परिणाम आ सकता है, जो आपको प्रसन्नता देगा। आज आपकी कोई प्रिय वस्तु खोने से आपको दुख हो सकता है।
वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए सुखद रहेगा। आज आपको सामाजिक क्षेत्र में भी सम्मान प्राप्त हो सकता है। आज आप अपने व्यवसाय में किसी नए प्रोजेक्ट पर कार्य करने से पहले अपने पार्टनर से सलाह ले सकते हैं। ऑफिस में आज कुछ खास परिवर्तन होंगे, जिनसे आप के कुछ रुके हुए काम भी बन जाएंगे। सायंकाल का समय आज आप अपने जीवनसाथी व अपने बच्चों के साथ मौज मस्ती में व्यतीत करेंगे। यदि आपने किसी यात्रा पर जाने का प्लान बनाया है, तो उसे कुछ समय के लिए स्थगित कर दें।
धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फलदायक रहेगा। विद्यार्थियों का आज पढ़ाई लिखाई में खूब मन लगेगा, लेकिन आज आपको अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता सता सकती है। राजनीतिक गतिविधियां बढ़ेंगी और आपके द्वारा किए गए कार्यों की आज सराहना होगी, लेकिन आपके कुछ शत्रु आज आपकी तरक्की देख कर आप से ईष्या करेंगे, लेकिन वह आप का कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे, क्योंकि वह आपस में लड़कर ही नष्ट हो जाएंगे। यदि आज किसी व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं, तो उसके लिए आज दिन उत्तम रहेगा।
मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। आज सरकारी नौकरी से जुड़े जातकों को किसी महिला से सावधान रहना होगा, क्योंकि वह आज उनके किसी बनते हुए काम को भी बिगाड़ने की कोशिश कर सकती हैं। यदि आज आपके आस पड़ोस में आपका कोई वाद विवाद हो, तो आपको उसमें भी अपनी वाणी की मधुरता को बनाए रखना होगा, लेकिन आज आपको अपने बढ़ते हुए खर्चों पर लगाम लगानी होगी, तभी आप भविष्य के लिए कुछ धन संचय कर पाएंगे।
कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए अन्य दिनों से बेहतर रहेगा। ऑफिस में भी यदि आज आपका किसी से कोई वाद-विवाद होगा, तो उसमें आपकी जीत हो सकती है। यदि आज आपका कोई कानूनी संबंधित मामला कोर्ट में चल रहा है, तो उसमें भी फैसला आपके पक्ष में आ सकता है। नौकरी से जुड़े जातकों को आज प्रमोशन मिल सकता है। विवाह योग्य जातकों के लिए आज कुछ उत्तम अवसर आ सकते हैं, जिन्हें परिवार के सदस्यों के द्वारा मंजूरी दी जा सकती है।
मीन दैनिक राशिफल (Pisces Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए प्रसन्नतादायक रहेगा। आज यदि आप अपने माता-पिता से सलाह लेकर किसी भी कार्य को करेंगे, तो उसमें आपको सफलता अवश्य मिलेगी। व्यापार कर रहे लोग यदि आज किसी से धन-उधार अथवा बैंक से लोन लेने की सोच रहे हैं, तो वह भी आज आपको आसानी से मिल जाएगा। यदि आपने पहले कभी कहीं निवेश किया था, तो वह भी आज आपको मिल सकता है। सायंकाल के समय आज आप अपने परिवार के किसी सदस्य की इच्छापूर्ति करने में व्यस्त रहेंगे।
दिनांक 20 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा। आप अत्यधिक भावुक होते हैं। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख-दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। ग्यारह की संख्या आपस में मिलकर दो होती है इस तरह आपका मूलांक दो होगा। इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है।
चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं। आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता।
शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29
शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92
शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036
ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव
शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे
कैसा रहेगा यह वर्ष
लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी।
गणपति धाम खाटू श्याम मंदिर के संस्थापक भीमसैन कंसल के साथ ही मंदिर समिति के सदस्यों और पूरे महीने कार्तिक मास की कथा सुनने वाली श्रद्धालु महिलाओं ने देव दीपावली पर मंदिर में दीपक जलाकर भगवान से सुख समृद्धि की कामना की। इसके अलावा भी मंदिरों में श्रद्धालु दीपक लेकर पहुंचे और रोशनी की। इससे एक दिन पूर्व भी बैकुंठ चतुर्दशी पर मंदिरों में दीपक की रोशनी की गई। इस अवसर पर गणपति धाम मंदिर में सुबह के समय कार्तिक मास की कथा का समापन किया गया। कथा व्यास पंडित कृष्णानंद ने हवन कराकर उसमें पूरे महीने कथा सुनने वाली श्रद्धालु महिलाओं से आहुति कराई।
बताया जाता है कि तीन दिन पहले छपार क्षेत्र के ग्राम बरला से लौटते हुए नगर कोतवाली इलाके के खादरवाला निवासी चॉकलेट सैल्समैन अर्पित गोयल पुत्र डॉ अजय गोयल की हत्या कर दी गई थी। शव जय भारत इण्टर कॉलेज बरला के बाहर मिला था। हत्याकांड का खुलासा पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी, इस मामले में कई टीमों का गठन किया गया था। पुलिस के मुताबिक हत्या को ग्राम शाहबुद्दीनपुर निवासी सन्नी सोंलकी पुत्र सर्वेश ने अंजाम दिया था, हत्या की वजह सर्वेश ने पैसा का लेन-देन बताई। आरोप था की अर्पित ने उसके दस हजार रुपये नहीं दिये थे। बल्कि उसके साथ गाली गलौच की थी, जिससे गुस्सा होकर उसने हत्या का प्लान बनाया। थाना प्रभारी अखिलेश कुमार ने बताया हत्यारोपी से बताया की 32 बोर का एक तंमचा बरामद किया गया है।
समर्पित युवा समिति द्वारा श्री गुरुनानक देव जी महाराज के प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा साहब निकट रोडवेज मुजफ्फरनगर में आयोजित रक्तदान शिविर में 151 रक्तवीरों व वीरांगनाओ ने रक्तदान किया शिविर में महिलाओं एवं प्रथम बार रक्तदान करने वालों की अच्छी खासी संख्या रही।
समर्पित युवा कार्तिक कपिल ने बताया कि यह रक्तदान शिविर समर्थित युवा के दिवंगत सदस्यों सरदार मनप्रीत सिंह मान एवं सत्यम अरोरा की पुण्य स्मृति में समर्पित किया गया है। अक्षत जिंदल ने बताया कि समर्पित युवा समिति देश की महान विभूतियों से प्रेरणा लेते हुए रक्तदान के क्षेत्र में पूरी मेहनत से कार्य कर रही है। समर्पित युवा अमित पटपटिया ने सभी रक्त वीरों को साधुवाद दिया एवं रक्तदान अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का आव्हान किया।
शिविर को सफल बनाने में समर्पित युवा समिति एवं समर्पित महिला शक्ति के सभी सदस्यों का भरपूर योगदान रहा।
पिछले कई दिन से पालिका अध्यक्ष के निर्देश पर दीप महोत्सव की तैयारी हेतु तैयारी कराई जा रही थी आज दीप महोत्सव के दिन वहां पहुंचकर पालिकाध्यक्ष ने दीप जलाएं और भगवान से प्रार्थना की। इस अवसर पर पालिका अध्यक्ष ने कहा इस तरह के आयोजन हमारी संस्कृति की पहचान है जिसे हमें हमेशा जीवित रखना है ताकि आने वाली पीढ़ियां हमारी संस्कृति को जान सकें। कार्यक्रम के आयोजक नीरज शर्मा द्वारा कुछ ही दिनों में काली नदी घाट का कायाकल्प कराने के लिए अंजू अग्रवाल जी की प्रशंसा की उन्होंने कहा मेरे सिर्फ एक फोन करने पर उन्होंने अपनी पूरी सफाई से संबंधित टीम को भेजकर कई दिन तक सफाई कराई मैं इसके लिए उन्हें कोटि-कोटि नमन करता हूं।
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी बीस नवंबर को बघरा के स्वामी कल्याणदेव इंटर कॉलेज के मैदान में परिवर्तन संदेश रैली को सम्बोधित करेंगे । आगामी विधान सभा चुनाव से पूर्व सपा के साथ चुनावी मैदान में उतर रहे रालोद के लिए पार्टी के परंपरागत प्रभाव वाले बघरा इलाके में इस बार बड़ी उम्मीद के साथ रालोद चुनाव मैदान में उतर रहा है। रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर ने बताया कि रैली को लेकर लोगों में उत्साह है। रैली की तैयारी में पूर्व मंत्री योगराज सिंह, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, कृष्ण पाल राठी, पूर्व विधायक नूर सलीम राणा, नवाजिश आलम, बुढ़ाना ब्लॉक प्रमुख पुत्र विनोद मलिक, प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक चौधरी, कमल गौतम, चौधरी रंजनवीर सिंह, कंवर हसन और नदीम चौधरी समेत पार्टी के तमाम नेता जुटे हुए हैं। रैली के लिए तमाम तैयारी पूर्ण कर ली गई हैं।
मुजफ्फरनगर । केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानून वापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने कहा कि तीनों काले कृषि कानून की वापसी मोदी सरकार के अहंकार की हार है तथा किसानों तथा लोकतंत्र की जीत है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा काले कृषि कानून के विरुद्ध आंदोलन में 800 से अधिक किसानों की शहादत पर भी प्रधानमंत्री मोदी को माफी मांगते हुए इस्तीफा देना चाहिए था।
सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस मुद्दे पर बयानों को किसानों के हित के हितों की आवाज़ बताते हुए कहा कि मोदी व योगी सरकार अपनी सत्ता जाने के डर से घबरा गई है,पूर्वांचल में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की विजय यात्रा में भाजपा के विरोध में किसानों मजदूरों युवाओं का सैलाब सपा के पक्ष में देखकर भाजपा सरकार घबरा गई है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कृषि कानून वापसी का फैसला किसानों के हित में नहीं लिया है बल्कि यूपी में सत्ता खोने के डर से लिया है।
प्रमोद त्यागी ने कहा कि भाजपा की प्राथमिकता किसान नहीं बल्कि उनकी प्राथमिकता में केवल छल कपट से जनता के वोट को हड़पना रहा है।
प्रमोद त्यागी ने कहा कि काले कानूनो की वापसी किसान संगठनों,किसानों के साथ ही सपा के इस मुद्दे पर लगातार आंदोलन की जीत भी है उन्होंने कहा कि काले कानून के विरुद्ध आंदोलन में भाजपा की निरंकुश योगी सरकार ने सपा नेताओं कार्यकर्ताओ का लगातार दमन अपमान करते हुए उनको गिरफ़्तार व फर्जी मुकदमे किये आज निरंकुश मोदी योगी सरकार का सत्ता खोने के डर से कानूनो को वापस लेना सपा कार्यकर्ताओं के आंदोलन की भी जीत है।
मुजफ्फरनगर। 04 मूर्ति, 01 लाख 05 हजार रुपये सहित घुमंतु जाति गैंग के 03 अभियुक्त गिरफ्तार
रात्रि को थानाक्षेत्र नई मण्डी स्थित पंकज ज्वैलर्स की दुकान में अज्ञात चोरों द्वारा चोरी की घटना को कारित किया गया था जिसके सम्बन्ध में थाना नई मण्डी पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था।
थाना नई मण्डी पुलिस द्वारा उक्त अभियोग का सफल अनावरण करते हुए 03 अभियुक्तों को चोडी गली रेलवे स्टेशन रास्ते से गिरफ्तार किया गया।
*गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम-*
*1.* मुकिम पुत्र अली मिया निवासी बिलासपुर चांद थाना बिलासपुर जनपद रामपुर।
*2.* डम्मी पुत्र शादिक निवासी उपरोक्त।
*3 इस्लाम पुत्र नदीम मिया निवासी उपरोक्त।
बरामदगी- 01 लाख 05 हजार रुपये नकद
04 सफेद मूर्ति
बरामद मूर्ति चोरी के अभियोग से सम्बन्धित है तथा नकद रुपये अभियुक्तों द्वारा चोरी किये माल को बेचकर अर्जित किये गये है।
अपराध कारित करने का तरीका गिरफ्तार अभियुक्तगण घुमंतु जाति गैंग से सम्बन्धित है, जो डेरो में रहकर शहर-शहर ट्रेनों के माध्यम से घूमते है तथा शहर के बाहर डेला डालकर अथवा रेलवे स्टेशन पर रहते है। दिन के समय मार्किट व बाजारों में महिलाओं व बच्चों को साथ रखते हुए रेकी करते है तथा रात के समय चोरी करते है। चोरी/घटना करने के पश्चात गैंग के सदस्य ट्रेन से निकल जाते है तथा चोरी किये माल को दूसरे शहर में बेच देते है। गैंग के सदस्य घटना करते समय मोबाइल का प्रयोग नही करते।
साइबर हेल्प सेन्टर द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए रम्मीरायल को फ्रॉड से अवगत कराया गया तथा 16,500 रूपये की सम्पूर्ण धनराशि को आवेदक के खाते में वापस कराया गया।
आवेदिका अनषिका जैन निवासी प्रेमपुरी थाना कोतवाली नगर, मुजफ्फरनगर द्वारा साइबर हेल्प सेन्टर को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि अज्ञात व्यक्ति(साइबर ठग) द्वारा परिचित बनकर फोन पे के माध्यम से 35,000 रुपये धोखाधडी से स्थान्तरित करा लिए गये है।
साइबर हेल्प सेन्टर द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए फोन पे तथा पेटीएम को फ्रॉड से अवगत कराया गया तथा 35 हजार रूपये की सम्पूर्ण धनराशि को आवेदिका के खाते में वापस कराया गया।
आवेदकों द्वारा साईबर हेल्प सेन्टर द्वारा की गयी तत्काल कार्यवाही के लिए धन्यवाद दिया गया।
प्रधान मंत्री मोदी के ऐलान के तुरंत बाद राकेश टिकैत ने ट्वीट कर कहा है कि किसान आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार एमएसपी के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी सरकार बातचीत करें।' वहीं दूसरी राकेश टिकैत ने कहा कि अभी तो संकेत दिया है। फैसला तो तब होगा, जब संसद से कृषि कानूनों वापस लिया जाएगा । इसके अलावा एमएसपी और बिजली कानून के मुद्दों पर भी सरकार को बात करनी चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी की बात पर विश्वास न होने के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि मुझे अब भी यकीन नहीं है। 29 तारीख को संसद में कानून वापसी का प्रस्ताव रखे जाने तक हम कहीं वापस जाने वाले नहीं हैं।प्रधानमंत्री मोदी की इस घोषणा के बाद भारतीय किसान यूनियन उगराहां धड़े के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा, ''गुरुपरब पर कृषि कानून निरस्त करने का निर्णय प्रधानमंत्री का अच्छा कदम है। उन्होंने कहा, ''सभी किसान संघ एकसाथ बैठेंगे और आगे के मार्ग के बारे में तय करेंगे। बता दें कि दिल्ली की सीमाओं पर बीते एक साल से अधिक समय से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग कर रहे थे।
इधर प्रधानमंत्री ने गुरु नानक जयंती के अवसर पर कहा कि पांच दशक के अपने सार्वजनिक जीवन में मैंने किसानों की मुश्किलों, चुनौतियों को बहुत करीब से अनुभव किया है। उन्होंने कहा कि कृषि बजट में पांच गुना बढ़ोतरी की गई है, हर साल 1.25 लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च की जा रही है।पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार तीन नये कृषि कानून के फायदों को किसानों के एक वर्ग को तमाम प्रयासों के बावजूद समझाने में नाकाम रही। उन्होंने कहा कि इन तीनों कृषि कानूनों का लक्ष्य किसानों विशेषकर छोटे किसानों का सशक्तीकरण था। उन्होंने घोषणा की कि इन तीनों कानूनों को निरस्त किया जाएगा और इसके लिए संसद के आगामी सत्र में विधेयक लाया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार नई मंडी थाना क्षेत्र के जानसठ रोड के प्रेम विहार के सामने तेज रफ्तार से आ रही बस ने वृद्ध को कुचल दिया जिस की मौके पर ही मौत हो गई।
मुजफ्फरनगर । थाना शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित मोहल्ला किदवई नगर में रिजवान पुत्र जमीर के बंद पड़े मकान में चोरों ने किया लाखों रुपए के माल पर हाथ साफ पड़ोसियों ने खुला गेट देख कर दी जमीर को फोन पर सूचना मौके पर मोहल्ले वासियों का जमावड़ा पुलिस को दी गई चोरी की सूचना पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई हैं।
*श्री गुरु नानक देव जी की महानता एवं उनका दिव्य इतिहास*
🚩गुरु नानकजी ने अपने व्यक्तित्व में संत, योगी, पैगम्बर, दार्शनिक, राजयोगी, गृहस्थ, त्यागी, धर्म-सुधारक, समाज-सुधारक, कवि, संगीतज्ञ, देशभक्त, विश्वबन्धु आदि सभी के गुण उत्कृष्ट मात्रा में समेटे हुए थे।
*🚩गुरु नानक जी का परिचय*
🚩पंजाब के तलवंडी में 1469 को एक किसान के घर गुरु नानकजी का जन्म हुआ । यह स्थान लाहौर से 30 मील पश्चिम में स्थित है। अब यह 'नानकाना साहब' कहलाता है। तलवंडी का नाम आगे चलकर नानक के नाम पर ननकाना पड़ गया। नानक के पिता का नाम कालू एवं माता का नाम तृप्ता था। उनके पिता खत्री जाति एवं बेदी वंश के थे। वे कृषि और साधारण व्यापार करते थे और गाँव के पटवारी भी थे।
🚩नानकदेवजी के जन्म के समय प्रसूति गृह अलौकिक ज्योत से भर उठा। शिशु के मस्तक के आसपास तेज आभा फैली हुई थी, चेहरे पर अद्भुत शांति थी। पिता बाबा कालूचंद्र बेदी और माता त्रिपता ने बालक का नाम नानक रखा। गाँव के पुजारी पुरोहित पंडित हरदयाल ने जब बालक के बारे में सुना तो उन्हें समझने में देर न लगी कि इसमें जरूर ईश्वर का कोई रहस्य छुपा हुआ है।
जीती नौखंड मेदनी सतिनाम दा चक्र चलाया, भया आनंद जगत बिच कल तारण गुरू नानक आया।
🚩गुरु नानक देव की बाल्यावस्था गाँव में व्यतीत हुई। बाल्यावस्था से ही उनमें असाधारणता और विचित्रता थी। उनके साथी जब खेल-कूद में अपना समय व्यतीत करते तो वे नेत्र बन्द कर आत्म-चिन्तन में निमग्न हो जाते थे। इनकी इस प्रवृत्ति से उनके पिता कालू चिन्तित रहते थे।
*🚩आरंभिक जीवन*
🚩सात वर्ष की आयु में वे पढ़ने के लिए गोपाल अध्यापक के पास भेजे गये। एक दिन जब वे पढ़ाई से विरक्त हो, अन्तर्मुख होकर आत्म-चिन्तन में निमग्न थे, अध्यापक ने पूछा- पढ़ क्यों नहीं रहे हो? गुरु नानक का उत्तर था- मैं सारी विद्याएँ और वेद-शास्त्र जानता हूँ। गुरु नानक देव ने कहा- मुझे तो सांसारिक पढ़ाई की अपेक्षा परमात्मा की पढ़ाई अधिक आनन्दायिनी प्रतीत होती है, यह कहकर निम्नलिखित वाणी का उच्चारण किया- मोह को जलाकर (उसे) घिसकर स्याही बनाओ, बुद्धि को ही श्रेष्ठ काग़ज़ बनाओ, प्रेम की क़लम बनाओ और चित्त को लेखक। गुरु से पूछ कर विचारपूर्वक लिखो (कि उस परमात्मा का) न तो अन्त है और न सीमा है। इस पर अध्यापक जी आश्चर्यान्वित हो गये और उन्होंने गुरु नानक को पहुँचा हुआ फ़क़ीर समझकर कहा- तुम्हारी जो इच्छा हो सो करो। इसके पश्चात् गुरु नानक ने स्कूल छोड़ दिया। वे अपना अधिकांश समय मनन, ध्यानासन, ध्यान एवं सत्संग में व्यतीत करने लगे।
🚩गुरु नानक से सम्बन्धित सभी जन्म साखियाँ इस बात की पुष्टि करती हैं कि उन्होंने विभिन्न सम्प्रदायों के साधु-महत्माओं का सत्संग किया था। उनमें से बहुत से ऐसे थे, जो धर्मशास्त्र के प्रकाण्ड पण्डित थे। अन्त: साक्ष्य के आधार पर यह भलीभाँति सिद्ध हो जाता है कि गुरु नानक ने फ़ारसी का भी अध्ययन किया था। 'गुरु ग्रन्थ साहब' में गुरु नानक द्वारा कुछ पद ऐसे रचे गये हैं, जिनमें फ़ारसी शब्दों का आधिक्य है।
*🚩बचपन*
🚩गुरु नानक की अन्तमुंखी-प्रवृत्ति तथा विरक्ति-भावना से उनके पिता कालू चिन्तित रहा करते थे। नानक को विक्षिप्त समझकर कालू ने उन्हें भैंसे चराने का काम दिया। भैंसे चराते-चराते नानक जी सो गये। भैंसें एक किसान के खेत में चली गयीं और उन्होंने उसकी फ़सल चर डाली। किसान ने इसका उलाहना दिया किन्तु जब उसका खेत देखा गया, तो सभी आश्चर्य में पड़े गये। फ़सल का एक पौधा भी नहीं चरा गया था। 9 वर्ष की अवस्था में उनका यज्ञोपवीत संस्कार हुआ। यज्ञोपवीत के अवसर पर उन्होंने पण्डित से कहा - दया कपास हो, सन्तोष सूत हो, संयम गाँठ हो, (और) सत्य उस जनेउ की पूरन हो। यही जीव के लिए (आध्यात्मिक) जनेऊ है। ऐ पाण्डे यदि इस प्रकार का जनेऊ तुम्हारे पास हो, तो मेरे गले में पहना दो, यह जनेऊ न तो टूटता है, न इसमें मैल लगता है, न यह जलता है और न यह खोता ही है।
*🚩विवाह*
🚩सन 1485 ई. में नानक का विवाह बटाला निवासी, मूला की कन्या सुलक्खनी से हुआ। उनके वैवाहिक जीवन के सम्बन्ध में बहुत कम जानकारी है। 28 वर्ष की अवस्था में उनके बड़े पुत्र श्रीचन्द का जन्म हुआ। 31 वर्ष की अवस्था में उनके द्वितीय पुत्र लक्ष्मीदास अथवा लक्ष्मीचन्द उत्पन्न हुए। गुरु नानक के पिता ने उन्हें कृषि, व्यापार आदि में लगाना चाहा किन्तु उनके सारे प्रयास निष्फल सिद्ध हुए। घोड़े के व्यापार के निमित्त दिये हुए रुपयों को गुरु नानक ने साधुसेवा में लगा दिया और अपने पिताजी से कहा कि यही सच्चा व्यापार है।
🚩नवम्बर, सन् 1504 ई. में उनके बहनोई जयराम (उनकी बड़ी बहिन नानकी के पति) ने गुरु नानक को अपने पास सुल्तानपुर बुला लिया। नवम्बर, 1504 ई. से अक्टूबर 1507 ई. तक वे सुल्तानपुर में ही रहें अपने बहनोई जयराम के प्रयास से वे सुल्तानपुर के गवर्नर दौलत ख़ाँ के यहाँ मादी रख लिये गये। उन्होंने अपना कार्य अत्यन्त ईमानदारी से पूरा किया। वहाँ की जनता तथा वहाँ के शासक दौलत ख़ाँ नानक के कार्य से बहुत सन्तुष्ट हुए। वे अपनी आय का अधिकांश भाग ग़रीबों और साधुओं को दे देते थे। कभी-कभी वे पूरी रात परमात्मा के भजन में व्यतीत कर देते थे। मरदाना तलवण्डी से आकर यहीं गुरु नानक का सेवक बन गया था और अन्त तक उनके साथ रहा।
🚩गुरु नानक देव अपने पद गाते थे और मरदाना रवाब बजाता था। गुरु नानक नित्य प्रात: बेई नदी में स्नान करने जाया करते थे। कहते हैं कि एक दिन वे स्नान करने के पश्चात् वन में अन्तर्धान हो गये। उन्हें परमात्मा का साक्षात्कार हुआ। परमात्मा ने उन्हें अमृत पिलाया और कहा- मैं सदैव तुम्हारे साथ हूँ, मैंने तुम्हें आनन्दित किया है। जो तुम्हारे सम्पर्क में आयेगें, वे भी आनन्दित होगें। जाओ नाम में रहो, दान दो, उपासना करो, स्वयं नाम लो और दूसरों से भी नाम स्मरण कराओं। इस घटना के पश्चात् वे अपने परिवार का भार अपने श्वसुर मूला को सौंपकर विचरण करने निकल पड़े और धर्म का प्रचार करने लगे। मरदाना उनकी यात्रा में बराबर उनके साथ रहा।
*🚩यात्राएँ*
🚩गुरु नानक की पहली 'उदासी' (विचरण यात्रा) अक्तूबर , 1507 ई. में 1515 ई. तक रही। इस यात्रा में उन्होंने हरिद्वार, अयोध्या, प्रयाग, काशी, गया, पटना, असम, जगन्नाथपुरी, रामेश्वर, सोमनाथ, द्वारिका, नर्मदातट, बीकानेर, पुष्कर तीर्थ, दिल्ली, पानीपत, कुरुक्षेत्र, मुल्तान, लाहौर आदि स्थानों में भ्रमण किया। उन्होंने बहुतों का हृदय परिवर्तन किया। ठगों को साधु बनाया, वेश्याओं का अन्त:करण शुद्ध कर नाम का दान दिया, कर्मकाण्डियों को बाह्याडम्बरों से निकालकर रागात्मिकता भक्ति में लगाया, अहंकारियों का अहंकार दूर कर उन्हें मानवता का पाठ पढ़ाया। यात्रा से लौटकर वे दो वर्ष तक अपने माता-पिता के साथ रहे।
🚩उनकी दूसरी 'उदासी' 1517 ई. से 1518 ई. तक यानी एक वर्ष की रही। इसमें उन्होंने ऐमनाबाद, सियालकोट, सुमेर पर्वत आदि की यात्रा की और अन्त में वे करतारपुर पहुँचे।
🚩तीसरी 'उदासी' 1518 ई. से 1521 ई. तक लगभग तीन वर्ष की रही। इसमें उन्होंने रियासत बहावलपुर, साधुबेला (सिन्धु), मक्का, मदीना, बग़दाद, बल्ख बुखारा, क़ाबुल, कन्धार, ऐमानाबाद आदि स्थानों की यात्रा की। 1521 ई. में ऐमराबाद पर बाबर का आक्रमण गुरु नानक ने स्वयं अपनी आँखों से देखा था। अपनी यात्राओं को समाप्त कर वे करतारपुर में बस गये और 1521 ई. से 1539 ई. तक वहीं रहे।
*🚩व्यक्तित्व*
🚩गुरुनानक का व्यक्तित्व असाधारण था। उनमें पैगम्बर, दार्शनिक, राजयोगी, गृहस्थ, त्यागी, धर्म-सुधारक, समाज-सुधारक, कवि, संगीतज्ञ, देशभक्त, विश्वबन्धु सभी के गुण उत्कृष्ट मात्रा में विद्यमान थे। उनमें विचार-शक्ति और क्रिया-शक्ति का अपूर्व सामंजस्य था। उन्होंने पूरे देश की यात्रा की। लोगों पर उनके विचारों का असाधारण प्रभाव पड़ा। उनमें सभी गुण मौजूद थे। पैगंबर, दार्शनिक, राजयोगी, गृहस्थ, त्यागी, धर्मसुधारक, कवि, संगीतज्ञ, देशभक्त, विश्वबंधु आदि सभी गुण जैसे एक व्यक्ति में सिमट कर आ गए थे। उनकी रचना 'जपुजी' का सिक्खों के लिए वही महत्त्व है जो हिंदुओं के लिए गीता का है।
*🚩रचनाएँ और शिक्षाएँ*
'🚩श्री गुरु-ग्रन्थ साहब' में उनकी रचनाएँ 'महला 1' के नाम से संकलित हैं। गुरु नानक की शिक्षा का मूल निचोड़ यही है कि परमात्मा एक, अनन्त, सर्वशक्तिमान, सत्य, कर्त्ता, निर्भय, निर्वर, अयोनि, स्वयंभू है। वह सर्वत्र व्याप्त है। मूर्ति-पूजा आदि निरर्थक है। बाह्य साधनों से उसे प्राप्त नहीं किया जा सकता। आन्तरिक साधना ही उसकी प्राप्ति का एक मात्र उपाय है। गुरु-कृपा, परमात्मा कृपा एवं शुभ कर्मों का आचरण इस साधना के अंग हैं। नाम-स्मरण उसका सर्वोपरि तत्त्व है, और 'नाम' गुरु के द्वारा ही प्राप्त होता है। गुरु नानक की वाणी भक्ति, ज्ञान और वैराग्य से ओत-प्रोत है। उनकी वाणी में यत्र-तत्र तत्कालीन राजनीतिक, धार्मिक एवं सामाजिक स्थिति की मनोहर झाँकी मिलती है, जिसमें उनकी असाधारण देश-भक्ति और राष्ट्र-प्रेम परिलक्षित होता है। उन्होंने हिंन्दूओं-मुसलमानों दोनों की प्रचलित रूढ़ियों एवं कुसंस्कारों की तीव्र भर्त्सना की है और उन्हें सच्चे हिन्दू अथवा सच्चे मुसलमान बनने की विधि बतायी है। सन्त-साहित्य में गुरु नानक ही एक ऐसे व्यक्ति हैं; जिन्होंने स्त्रियों की निन्दा नहीं की, अपितु उनकी महत्ता स्वीकार की है। गुरुनानक देव जी ने अपने अनुयायियों को जीवन की दस शिक्षाएँ दी-
🚩1). ईश्वर एक है।
🚩2). सदैव एक ही ईश्वर की उपासना करो।
🚩3). ईश्वर सब जगह और प्राणी मात्र में मौजूद है।
🚩4). ईश्वर की भक्ति करने वालों को किसी का भय नहीं रहता।
🚩5). ईमानदारी से और मेहनत कर के उदरपूर्ति करनी चाहिए।
🚩6). बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न किसी को सताएँ।
🚩7). सदैव प्रसन्न रहना चाहिए। ईश्वर से सदा अपने लिए क्षमा माँगनी चाहिए।
🚩8). मेहनत और ईमानदारी की कमाई में से ज़रूरतमंद को भी कुछ देना चाहिए।
🚩9). सभी स्त्री और पुरुष बराबर हैं।
🚩10).भोजन शरीर को ज़िंदा रखने के लिए ज़रूरी है पर लोभ-लालच व संग्रहवृत्ति बुरी है।
*🚩भक्त कवि गुरु नानक*
पंजाब में मुसलमान बहुत दिनों से बसे थे जिससे वहाँ उनके कट्टर 'एकेश्वरवाद' का संस्कार धीरे - धीरे प्रबल हो रहा था। लोग बहुत से देवी देवताओं की उपासना की अपेक्षा एक ईश्वर की उपासना को महत्व और सभ्यता का चिह्न समझने लगे थे। शास्त्रों के पठन पाठन का क्रम मुसलमानों के प्रभाव से प्राय: उठ गया था जिससे धर्म और उपासना के गूढ़ तत्व को समझने की शक्ति नहीं रह गई थी। अत: जहाँ बहुत से लोग जबरदस्ती मुसलमान बनाए जाते थे । ऐसी दशा में कबीर द्वारा प्रवर्तित 'निर्गुण संत मत' एक बड़ा भारी सहारा समझ पड़ा।
*🚩निर्गुण उपासना*
🚩गुरुनानक आरंभ से ही भक्त थे अत: उनका ऐसे मत की ओर आकर्षित होना स्वाभाविक था, जिसकी उपासना का स्वरूप हिंदुओं और मुसलमानों दोनों को समान रूप से ग्राह्य हो। उन्होंने घर बार छोड़ बहुत दूर दूर के देशों में भ्रमण किया जिससे उपासना का सामान्य स्वरूप स्थिर करने में उन्हें बड़ी सहायता मिली। अंत में कबीरदास की 'निर्गुण उपासना' का प्रचार उन्होंने पंजाब में आरंभ किया और वे सिख संप्रदाय के आदिगुरु हुए। कबीरदास के समान वे भी कुछ विशेष पढ़े लिखे न थे। भक्तिभाव से पूर्ण होकर वे जो भजन गाया करते थे उनका संग्रह (संवत् 1661) ग्रंथसाहब में किया गया है। ये भजन कुछ तो पंजाबी भाषा में हैं और कुछ देश की सामान्य काव्य भाषा हिन्दी में हैं। यह हिन्दी कहीं तो देश की काव्यभाषा या ब्रजभाषा है, कहीं खड़ी बोली जिसमें इधर उधर पंजाबी के रूप भी आ गए हैं, जैसे चल्या, रह्या। भक्त या विनय के सीधे सादे भाव सीधी सादी भाषा में कहे गए हैं, कबीर के समान अशिक्षितों पर प्रभाव डालने के लिए टेढ़े मेढ़े रूपकों में नहीं। इससे इनकी प्रकृति की सरलता और अहंभावशून्यता का परिचय मिलता है। संसार की अनित्यता, भगवद्भक्ति और संत स्वभाव के संबंध में उन्होंने कहा हैं -
🚩इस दम दा मैनूँ कीबे भरोसा, आया आया, न आया न आया।
यह संसार रैन दा सुपना, कहीं देखा, कहीं नाहि दिखाया।
सोच विचार करे मत मन मैं, जिसने ढूँढा उसने पाया।
नानक भक्तन दे पद परसे निसदिन राम चरन चित लाया जो नर दु:ख में दु:ख नहिं मानै।
🚩सुख सनेह अरु भय नहिं जाके, कंचन माटी जानै
नहिं निंदा नहिं अस्तुति जाके, लोभ मोह अभिमाना।
हरष सोक तें रहै नियारो, नाहि मान अपमाना
आसा मनसा सकल त्यागि कै जग तें रहै निरास।
🚩काम, क्रोध जेहि परसे नाहि न तेहिं घट ब्रह्म निवासा
गुरु किरपा जेहि नर पै कीन्हीं तिन्ह यह जुगुति पिछानी।
नानक लीन भयो गोबिंद सो ज्यों पानी सँग पानी।
*🚩प्रकृति चित्रण*
🚩गुरु नानक की कविता में कहीं-कहीं प्रकृति का बड़ा सुन्दर चित्रण मिलता है। 'तखारी' राग के बारहमाहाँ (बारहमासा) में प्रत्येक मास का हृदयग्राही वर्णन है। चैत्र में सारा वन प्रफुल्लित हो जाता है, पुष्पों पर भ्रमरों का गुंजन बड़ा ही सुहावना लगता है। वैशाख में शाखाएँ अनेक वेश धारण करती हैं। इसी प्रकार ज्येष्ठ-आषाढ़ की तपती धरती, सावन-भादों की रिमझिम, दादर, मोर, कोयलों की पुकारें, दामिनी की चमक, सर्पों एवं मच्छरों के दर्शन आदि का रोचक वर्णन है। प्रत्येक ऋतु की विशेषताओं की ओर संकेत किया गया है।
*🚩पंजासाहब*
🚩सिक्ख तीर्थ पेशावर जाने वाले मार्ग पर तक्षशिला से एक स्टेशन आगे तथा हसन अब्दाल से दो मील दक्षिण में पंजासाहब स्थान स्थित है।
*🚩राग और रस*
🚩गुरु नानक की वाणी में शान्त एवं शृंगार रस की प्रधानता है। इन दोनों रसों के अतिरिक्त, करुण, भयानक, वीर, रौद्र, अद्भुत, हास्यऔर वीभत्स रस भी मिलते हैं। उनकी कविता में वैसे तो सभी प्रसिद्ध अलंकार मिल जाते हैं, किन्तु उपमा और रूपक अलंकारों की प्रधानता है। कहीं-कहीं अन्योक्तियाँ बड़ी सुन्दर बन पड़ी हैं। गुरु नानक ने अपनी रचना में निम्नलिखित उन्नीस रागों के प्रयोग किये हैं- सिरी, माझ, गऊड़ी, आसा, गूजरी, बडहंस, सोरठि, धनासरी, तिलंग, सही, बिलावल, रामकली, मारू, तुखारी, भरेउ, वसन्त, सारंग, मला, प्रभाती।
*🚩भाषा*
🚩भाषा की दृष्टि से गुरु नानक की वाणी में फ़ारसी, मुल्तानी, पंजाबी, सिंधी, ब्रजभाषा, खड़ीबोली आदि के प्रयोग हुए हैं। संस्कृत, अरबीऔर फ़ारसी के अनेक शब्द ग्रहण किये गये हैं। 1521 तक इन्होंने तीन यात्राचक्र पूरे किए, जिनमें भारत, फ़ारस और अरब के मुख्य-मुख्य स्थानों का भ्रमण किया।
*🚩मृत्यु (ब्रह्मलीन)*
🚩गुरु नानक सन् 1539 ई. में गुरुगद्दी का भार गुरु अंगददेव (बाबा लहना) को सौंप दिया और स्वयं करतारपुर में 'ज्योति' में लीन हो गए। गुरु नानक आंतरिक साधना को सर्वव्यापी परमात्मा की प्राप्ति का एकमात्र साधन मानते थे। वे रूढ़ियों के कट्टर विरोधी थे। गुरु नानक अपने व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्मसुधारक, समाजसुधारक, कवि, देशभक्त और विश्वबंधु--सभी के गुण समेटे हुए थे।
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🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक - 19 नवंबर 2021*
⛅ *दिन - शुक्रवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2078*
⛅ *शक संवत -1943*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - कार्तिक*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - पूर्णिमा दोपहर 02:26 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
⛅ *नक्षत्र - कृत्तिका 20 नवम्बर प्रातः 04:29 तक तत्पश्चात रोहिणी*
⛅ *योग - परिघ 20 नवंबर प्रातः 03:52 तक तत्पश्चात शिव*
⛅ *राहुकाल - सुबह 11:01 से दोपहर 12:24 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:52*
⛅ *सूर्यास्त - 17:55*
⛅ *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - कार्तिक पूर्णिमा, देव दिवाली, कार्तिक स्नान समाप्त, गुरु नानकजी जयंती, पुष्कर मेला, तुलसी विवाह समाप्त, खंडग्रास चन्द्रग्रहण (भारत में अरुणाचल प्रदेश के सुदूर पूर्व भाग में अत्यल्य दिखेगा, वही नियम पालनीय*
💥 *विशेष - पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा के लिए हर रोज सुबह-शाम कपूर को घी में भिगोकर जलाएं और पूरे घर में उसकी खुशबू को फैलाएं। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा दूर जाएगी और घर के सदस्यों के बीच आपसी प्रेम बना रहेगा। इससे घर में हमेशा सुख-शांति का वास होगा और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी
🌷 *मार्गशीर्ष मास विशेष* 🌷
👉🏻 *20 नवंबर 2021 शनिवार से मार्गशीर्ष का आरम्भ हो रहा है।*
💥 *विशेष ~ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार अभी कार्तिक मास)*
➡ *१) मार्गशीर्ष मास में इन तीन के पाठ की बहुत ज्यादा महिमा है ..... विष्णुसहस्त्र नाम ....भगवत गीता.... और गजेन्द्रमोक्ष की खूब महिमा है...खूब पढ़ो .... दिन में २ बार -३ बार*
➡ *२) इस मास में 'श्रीमद भागवत' ग्रन्थ को देखने की भी महिमा है .... स्कन्द पुराण में लिखा है .... घर में अगर भागवत हो तो एक बार दिन में उसको प्रणाम करना*
➡ *३) इस मास में अपने गुरु को .... इष्ट को ...." ॐ दामोदराय नमः " कहते हुए प्रणाम करने की बड़ी भारी महिमा है |*
➡ *४) शंख में तीर्थ का पानी भरो और घर में जो पूजा का स्थान है उसमें भगवान - गुरु उनके ऊपर से शंख घुमाकर भगवान का नाम बोलते हुए वो जल घर की दीवारों पर छाटों ...... उससे घर में शुद्धि बढ़ती है...शांति बढ़ती है ....क्लेश झगड़े दूर होते है।*
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🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *आर्थिक कष्ट निवृति योग* 🌷
➡ *20 नवम्बर 2021 शनिवार को मार्गशीर्ष कृष्ण प्रतिपदा है ।*
🙏🏻 *अगर कोई आदमी गरीबी से बहुत पीड़ित हो ...पैसों की तंगी से बहुत पीड़ित हो और कर्जे का ब्याज भरते-भरते परेशान हो गया हो बहुत तकलीफ सहन करनी पड़ती हो तो मार्गशीर्ष कृष्ण प्रतिपदा को रात के समय गुरु का पुजन कर दिया ...* *मानसिक या दिया जलाकर ।*
*फिर भगवान विष्णु का स्मरन कर के*
🌷 *“मंगलम भग्वान विष्णु, मंगलम गरुध ध्वज |*
*मंगलम पुण्डरीकाक्ष, मंगलाय तनो हरि ।"*
👉🏻 *फिर 6 मंत्र बोले भगवान का स्मरण करते हुए:-*
🌷 *ॐ वैश्वानराय नम:*
🌷 *ॐ अग्नयै नम:*
🌷 *ॐ हविर्भुजै नम:*
🌷 *ॐ द्रविणोदाय नम:*
🌷 *ॐ संवर्ताय नम:*
🌷 *ॐ ज्वलनाय नम:*
🙏🏻 *-
🌞 *~हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *मार्गशीर्ष मास* 🌷
🔥 *इस मास में कर्पूर का दीपक जलाकर भगवान को अर्पण करनेवाला अश्वमेघ यज्ञ का फल पाता है और कुल का उद्धार कर देता है ।*
🙏🏻 *
📖 )*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🍀🌷🌻🌺🌸🌹🍁🙏पंचक काल,
12 नवंबर 2021 से 16 नवंबर 2021 तक।
09 दिसंबर 2021 से 14 दिसंबर 2021 तक।
एकादशी व्रत
30 नवंबर- उत्पन्ना एकादशी
. 14 दिसंबर- मोक्षदा एकादश
प्रदोष
02 दिसंबर- प्रदोष व्रत
31 दिसंबर- प्रदोष व्रत
. 30 दिसंबर- सफला एकादशी
पूर्णिमा
18 दिसंबर, शनिवार: मार्गशीर्ष पूर्णिमा
अमावस्या
मार्गशीर्ष अमावस्या- 04 दिसम्बर 2021, शनिवार
मेष दैनिक राशिफल (Aries Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। आज नौकरी कर रहे जातकों की अपने किसी बड़े अधिकारियों से अनबन हो सकती है, जिसके कारण वह उनका प्रमोशन रुकवा सकते हैं। यदि ऐसा हो, तो आपको उसमें बहसबाजी में पड़ने से बचना होगा। आज सायंकाल के समय आप अपने मित्रों के साथ लंबी दूरी की यात्रा पर भी जा सकते हैं। प्रेम जीवन जी रहे लोगों में आज एक नई ऊर्जा का संचार होगा।
वृष दैनिक राशिफल (Taurus Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए काफी मेहनत भरा रहने वाला है। विद्यार्थियों को आज परीक्षा में सफलता पाने के लिए कठिन परिश्रम की आवश्यकता है। सरकारी नौकरी से जुड़े जातकों को आज किसी महिला मित्र के सहयोग से धन लाभ मिलता दिख रहा है। सायंकाल के समय आज आपको कुछ सामाजिक योजनाओं का लाभ मिलेगा। व्यापार में भी यदि आपने पिछले कुछ समय पहले कुछ योजनाएं लागू की थी, तो वह आज आपको लाभ दे सकती हैं।
मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। आज आपको व्यापार में भी दिनभर छुटपुट लाभ के अवसर मिलते रहेंगे, जिसके कारण आप अपने दैनिक खर्चे निकालने में कामयाब रहेंगे। दांपत्य जीवन में यदि कोई वाद विवाद चल रहा था, तो वह भी आज समाप्त हो सकता है। रात्रि का समय आज आप अपने परिजनों के साथ घूमने फिरने में व्यतीत करेंगे। यदि आज नौकरी कर रहे जातक किसी दूसरी नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो उनको आज कोई अच्छा ऑफर आ सकता है।
कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मौज मस्ती भरा रहेगा। नौकरी में भी आज आप अपने आप में ही मस्त रहेंगे और किसी की आलोचना पर ध्यान नहीं देंगे। व्यापार में आज आपको अत्यधिक निवेश करने से बचना होगा। सामाजिक क्षेत्र में कार्यरत लोगों के कार्य की आज लोग तारीफ करेंगे, जिसके कारण उनके मित्रों व जन समर्थन में और भी इजाफा होगा। सायंकाल का समय आज आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ देव दर्शन की यात्रा पर जा सकते हैं।
सिंह दैनिक राशिफल (Leo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फायदा रहेगा। आज परिवार के लोग आपका हर मामले में साथ देंगे व आपको नौकरी में प्रमोशन प्राप्त हो सकता है। व्यापार में आज कुछ नई उपलब्धियां प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। यदि आपका मन परेशान है, तो वह चिंताएं व्यर्थ की होगी, इसलिए उन्हें छोड़ दे। आज आपको अपने घर व व्यापार में किसी अनजान व्यक्ति से लेनदेन करने से पहले सोच विचार करना होगा।
कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मेहनत भरा रहेगा। आज आप जिस भी कार्य को मेहनत से करेंगे वही पूरा होगा। यदि आप किसी कार्य को दूसरों से करवाने की सोचेंगे, तो वह भविष्य के लिए लटक सकता है। विधार्थियो को अपने गुरुजनों का साथ व सहयोग प्राप्त होगा। यदि कोई समस्या लंबे समय से पैर पसारे हुए थी, तो वह भी आज किसी परिजन की मदद से समाप्त हो सकती है। यदि आज कोई विपरीत परिस्थिति उत्पन्न हो, तो आपको उसमें अपने क्रोध पर काबू रखना होगा।
तुला दैनिक राशिफल (Libra Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मध्यम से फलदायक रहेगा। आज आपके घर परिवार में कुछ ऐसी समस्याएं उत्पन्न होगी, जिन्हें देखकर आपको मानसिक तनाव होगा, लेकिन फिर भी आपको धैर्य रखकर उन समस्याओं को सुलझाने की ओर ध्यान देना होगा। आज आप दिन का काफी समय दूसरों की मदद करने में व्यतीत करेंगे। सायंकाल के समय आज आप पास व दूर की यात्रा पर जाने का प्लान बना सकते है। नौकरी कर रहे जातकों को आज वेतन वृद्धि जैसी कोई सूचना प्राप्त हो सकती है।
वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Daily Horoscope)
आज आपको हर मामले में भाग्य का भरपूर साथ मिलता दिख रहा है। नौकरी कर रहे जातकों को आज अपने साथियों से सावधान रहना होगा, क्योंकि वह उनके बनते हुए कामों को बिगाडने की कोशिश कर सकते है। आज आपको अपने अधिकारियों से भी मीठी वाणी का प्रयोग करना होगा। आज आप अपने लिए कुछ समय निकालने की सोचेंगे, जिसमें आप कामयाब अवश्य होंगे। यदि आज आप किसी संपत्ति की खरीदारी करना चाहते हैं, तो आपको आसानी से प्राप्त होगी।
धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए कुछ खास रहने वाला है। आज आप अपने लंबे समय से रुके हुए कार्य को पूरा करने के लिए प्रयासरत रहेंगे और इसमें सफल भी अवश्य होंगे, इसमें आपको कुछ लाभ भी हो सकता है, जो आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूती देगा, लेकिन आज आपको अपनी रोजमर्रा के कार्य में लापरवाही नहीं बरतनी है। सायंकाल का समय आज आप अपने दोस्तों के साथ कुछ विशेष विचार विमर्श में व्यतीत करेंगे। आज आप सायंकाल के समय कुछ धार्मिक आयोजनों में सम्मिलित हो सकते हैं।
मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Daily Horoscope)
आज का दिन आपका परोपकार के कार्य में व्यतीत होगा। आज आप दूसरों की मदद करने में भी काफी समय व्यतीत करेंगे। आज आपको अपने किसी परिजन के लिए कुछ रुपयों का इंतजाम भी करना पड़ सकता है। विदेश से व्यापार कर रहे जातकों को आज कोई सूचना प्राप्त होगी। जीवनसाथी को आज आप शॉपिंग पर लेकर जा सकते हैं, लेकिन आपको ध्यान देना होगा। यदि आज माता या पिता से आपको बहसबाजी हो, तो आपको उसमें चुप रहना ही बेहतर होगा।
कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपको सफलता दिलाने वाला रहेगा। यदि आज आप किसी की भूमि, वाहन आदि की खरीदारी करना चाहते हैं, तो वह आपको बिना विघ्न के उपलब्ध होगी। आज आप यदि अपने व्यापार में किसी को पार्टनर बनाएंगे, तो उसके बारे में पूर्ण जानकारी रखें और परिवार के किसी सदस्य से सलाह अवश्य ले। आज आपके अधिकारी भी पीछे आपकी प्रशंसा करते नजर आएंगे। संतान पक्ष की ओर से आपको आज कोई हर्षवर्धन समाचार सुनने को मिल सकता है।
मीन दैनिक राशिफल (Pisces Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए भागदौड़ भरा रहने वाला है यदि आपकी संतान से संबंधित कुछ समस्याएं चल रही थी तो आज आप उनका समाधान खोजने में व्यस्त रहेंगे। आप किसी खास उपलब्धि के मिलने से आपका मन प्रसन्न रहेगा। विद्यार्थी आज के कंपटीशन में हिस्सा ले सकते हैं। मौसम के कारण आज आपके स्वास्थ्य में कुछ भी कारण हो सकते हैं जिनके कारण आप परेशान रहेंगे हो सकते हैं।
दिनांक 19 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 1 होगा। आप साहसी और जिज्ञासु हैं। आपका मूलांक सूर्य ग्रह के द्वारा संचालित होता है। आप अत्यंत महत्वाकांक्षी हैं। आपकी मानसिक शक्ति प्रबल है। आपको समझ पाना बेहद मुश्किल है। आप आशावादी होने के कारण हर स्थिति का सामना करने में सक्षम होते हैं। आप सौन्दर्यप्रेमी हैं। आपमें सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला आपका आत्मविश्वास है। इसकी वजह से आप सहज ही महफिलों में छा जाते हैं। आप राजसी प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। आपको अपने ऊपर किसी का शासन पसंद नहीं है।
शुभ दिनांक : 1, 10, 19, 28
शुभ अंक : 1, 10, 19, 28, 37, 46, 55, 64, 73, 82
शुभ वर्ष : 2026, 2044, 2053, 2062
ईष्टदेव : सूर्य उपासना तथा मां गायत्री
शुभ रंग : लाल, केसरिया, क्रीम,
कैसा रहेगा यह वर्ष
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष उत्तम रहेगा। पारिवारिक मामलों में महत्वपूर्ण कार्य होंगे। पदोन्नति के योग हैं। बेरोजगारों के लिए भी खुशखबर है इस वर्ष आपकी मनोकामना पूरी होगी। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद रहेगा। अधूरे कार्यों में सफलता मिलेगी। अविवाहितों के लिए सुखद स्थिति बन रही है। विवाह के योग बनेंगे। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम हैं
केबिनेट मन्त्री सुरेश राणा ने अपने सम्बोधन में कहा कि इतिहास को भूलने वालों को इतिहास कभी माफ नही करता इतिहास हमारे पूर्वजों के आदर्शों हमारी संस्कृति का प्रतीक है ।जो इतिहास का अवलोकन करते हैं वही आगे बढ़ते हैं।पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन जब भारत की यात्रा पर आ रहे थे तो उन्होंने अपनी माँ से पूछा कि भारत से क्या लेकर आना है तो उनकी माँ ने कहा कि थोड़ी सी हल्दीघाटी की मिट्टी ले आना मैं उस वीरभूमि को देखना चाहती हूँ सैंकड़ो वर्षो के त्याग व संघर्ष तथा बलिदान के उपरांत भगवान श्री राम के मन्दिर के निर्माण का सपना पूरा हुआ है।सन्तो के आशीर्वाद से माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी व मुख्य मन्त्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से सम्भव हो सका है । ये हम सब हिंदुओं के पूर्व जन्म के पुण्य कार्यो का फल है कि हमारी पीढ़ी मन्दिर निर्माण के सपने को पूरा होते देखेगी । ये सौभाग्य व गौरव की बात है कि 500 वर्षो के लगातार संघर्ष के बाद भव्य ,दिव्य ,गगनचुंबी,विश्व के सबसे विशाल व सुन्दर श्री राम मन्दिर का निर्माण अयोध्या नगरी में होगा। श्री राम मंदिर निर्माण के लिये भक्तों ने सीने पर गोलियां खाई ,सन्तो के आह्वान पर भक्त लगातार संघर्ष करते रहे। आंदोलन करते रहे । श्री राम के आदर्शों को मानने वाले यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी व योगी बधाई के पात्र हैं । योगी आदित्यनाथ न स्वयं खाते हैं न किसी को खाने देते हैं न सोते हैं न सोने देते हैं इसी कारण उनके मंत्रियों का शरीर भी फिट हो गया है।पूर्व की सरकारों में लोग तिलक लगाते भी डरते थे। नाम व पहचान बदलकर छात्राओं का अपरहण कर लिया जाता था जिसके लिये हम थानों आदि पर पँचायत करते थे आज मुख्यमंत्री के प्रयासों के कारण हमारी बहु बेटियां सुरक्षित हैं । अवैध रूप से धन अर्जित कर बिल्डिंग खड़ी कर समाज को डराने धमकाने वालों की कोठियों को ध्वस्त किया जा रहा है । अगर दूसरे लोगो की सरकार आई तो फिर से ये लोग बिरयानी पार्टी करेंगे। धर्म संस्कृति की रक्षा केवल मोदी व योगी जी जैसे युग पुरुष ही कर सकते हैं आज प्रदेश में योगी की जलवा है तो देश मे मोदी का जलवा है जी भगवान श्री राम का नाम भी लेना नही चाहते थे उनकी आस्था भी श्री राम में दिखने लगी है ।केदारनाथ में जाकर हवन यज्ञ करने वाले प्रधानमंत्री हर समय देश के लिये सोचते हैं । योगी जी शुकतीर्थ के विकास को लेकर गम्भीर हैं शुकतीर्थ से मुज़फ्फरनगर तक हाई वे निर्माण का कार्य जारी है शुकतीर्थ के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर मुख्यमंत्री शुकतीर्थ आये थे ।वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ.वीरपाल निर्वाल ने शुकतीर्थ में गंगा का जल स्तर बढाने व मोरना चीनी मिल के विस्तारीकरण की मांग पर केबिनेट मन्त्री ने षीघ्र समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया । इस अवसर पर महामंडलेश्वर गोपालदास महाराज, ब्लॉक् प्रमुख अनिल राठी,अमित चौधरी, जिला गन्ना अधिकारी आर डी द्विवेदी, प्रबन्धक कमल रस्तौगी,सन्दीप गुर्जर, प्रदीप निर्वाल, आशीष निर्वाल, प्रधान मोनू उर्फ सहदेव एडवोकेट, कुणाल वालिया भोपा,डॉ.वीरपाल सहरावत,बृजवीर सिंह,वेदवीर सिंह भोकरहेड़ी,उत्तम चोरावाला आदि उपस्थित रहे।
🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 🌤️ *दिनांक - 04 मार्च 2025* 🌤️ *दिन - मंगलवार* 🌤️ *विक्रम संवत - 2081* 🌤️ *शक संवत -...