बुधवार, 1 नवंबर 2023

सहारनपुर कपड़े की दुकान में आग से लाखों का नुकसान

 सहारनपुर और । कपड़े की दुकान में देर रात अचानक आग लग गई। दुकान में लगे इनवर्टर की बैटरी फटने से आग पूरी दुकान में फैल गई। जिससे लाखों रुपए का कपड़ा व अन्य सामान जल गया। आग बुझाने के प्रयास में दुकान मालिक भी झुलस गया। जिसे निजी चिकित्सक के यहां ले जाया गया। पुलिस व फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई।


कस्बे के आरडी मार्केट में थाना मिर्जापुर क्षेत्र के गांव हसनपुर नौगांवा निवासी अर्पित उर्फ लक्की पुत्र शिवकुमार की कपड़े की दुकान है। मंगलवार को अर्पित का भाई सहारनपुर गया हुआ था। इसी के चलते रात 10:30 बजे तक अर्पित दुकान पर ही उसकी प्रतीक्षा कर रहा थालोगों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही रेत आदि डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। सूचना पर इंस्पेक्टर योगेश शर्मा व दमकल भी मौके पर पहुंच गई। काफी देर के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका, तब तक दुकान में रखा लगभग 4 लाख रुपये की कीमत का पूरा कपड़ा व सामान जल कर राख हो चुका था।लोगों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही रेत आदि डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। सूचना पर इंस्पेक्टर योगेश शर्मा व दमकल भी मौके पर पहुंच गई। काफी देर के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका, तब तक दुकान में रखा लगभग 4 लाख रुपये की कीमत का पूरा कपड़ा व सामान जल कर राख हो चुका था।।

सी ए क्यू एम के आमंत्रण पर आईआईए मुजफ्फरनगर ने उठाई उद्योगो की समस्याए


मुजफ्फरनगर। आई०आई०ए चैप्टर मुजफ्फरनगर का एक प्रतिनिधिमंडल वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के डायरेक्टर टेक्निकल श्री राम कुमार अग्रवाल व उनके अधीनस्थ अधिकारी श्री पालीवाल से उनके दिल्ली स्थितः मुख्यालय में मिला और उद्योगों में पुराने जनरेटर पर प्रतिबंध के निर्देशों में परिवर्तन करने आदि समस्याओं में सुधार की माँग की ।


आई०आई०ए मुजफ्फरनगर चैप्टर के चेयरमैन पवन कुमार गोयल ने चार सुझाव अपने पत्र के माध्यम से आयोग को भेजे थे । जिनसे प्रदूषण में भी रोकथाम होगी व उद्योगों को भी सहूलियत मिलेगी। जिन पर विचार विमर्श करने के लिए आई०आई०ए मुजफ्फरनगर चैप्टर के चेयरमैन पवन कुमार गोयल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल को आयोग ने आमंत्रित किया, करीब एक घंटे की वार्ता में पवन कुमार गोयल के साथ आईआईए मुजफ्फरनगर के सचिव अमित जैन और मेरठ के सचिव गौरव जैन शामिल हुए । पवन कुमार गोयल ने बताया की चर्चा सार्थक हुई और आईआईए के प्रस्तावों को सुसंगत मानते हुए आयोग की आगामी बोर्ड बैठक में रखने का आश्वासन विभाग द्वारा दिया गया ।

  

दिल्ली के वायु प्रदूषण को कम करने के लिए केन्द्रीय सरकार ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग का गठन किया है, जो समय समय पर वायु प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के उद्देश्य से निर्देश जारी करता है। 

विभिन्न सरकारी व निजी संस्थाओ पर इनके निर्देश लागू होते है। जिसमे किसी प्रकार का कूड़ा न जलाने, सड़कों पर पानी का छिड़काव करने, विद्युत वितरण निगमों पर निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने, उद्योग में सिर्फ अनुमन्य ईंधन जलाने व अन्य निर्देश होते है। 


आयोग का एक निर्देश यह भी है की कोई भी डीजल से चलने वाला जनरेटर बिना नए उपकरणों के चलना प्रतिबंधित है। इन नए उपकरणों के लिए पूरे देश में केवल तीन कंपनिया ही अधिकृत है, जो अत्यधिक डिमांड होने की वजह से पूर्ति करने में सक्षम नहीं है। नए मानकों के जनरेटर पंद्रह अक्टूबर से ही मिलने शुरू हुए है, जिनकी कीमत भी पिछले साल से डेढ़ गुना ज्यादा कर दी गई है और डिलीवरी भी दो तीन महीनों में देने का वायदा कर रहे है उद्योगो में जनरेटर सिर्फ तब चलाए जाता है जब सरकारी विद्युत वितरण निगम बिजली आपूर्ति नहीं करता, लेकिन आयोग सरकारी विभाग पर कोई भी दंडनीय कार्यवाही नहीं करता केवल उद्योग पर दंडनीय कार्यवाही कर रहा हे। इन निर्देशों से उत्पादन पर विपरीत प्रभाव से उद्योग बंदी के कगार पर हैं ।एनसीआर में आना मुज़फ़्फ़रनगर के लिए अभिशाप बनता जा रहा है । उम्मीद है इस बैठक के बाद उद्योगों को कुछ राहत मिले।

मुजफ्फरनगर मिट्स कार्ट ने बांटे सुहागनों को मुफ्त उपहार

 

मुजफ्फरनगर ।




मिट्स कार्ट की ओर से करवा चौथ का कार्यक्रम गांधी कॉलोनी में रोड पर किया गया। 

कंपनी के पदाधिकारी मोहित ग्रेवाल, राहुल त्यागी ,शिवानी राजपूत ,जानवी सिरस्वाल द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में लकी कूपन के माध्यम से लगभग 400 लोगों ने लकी ड्रा में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के समापन पर 20 लकी ड्रा निकाले गए जिसमें दो चांदी के सिक्के बंपर प्राइस के रूप में रखे गए थे कंपनी के पदाधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य त्योहार को धूमधाम से मनाना एवं अपने ब्रैंड को जन-जन तक पहुंचना है एवं इस प्रकार के कार्यक्रम दिवाली तक निरंतर रूप से आयोजित किए जाएंगे। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सभासद प्रियंक गुप्ता हिमांशु कौशिक एवं अमित पटपटिया रहे। 

मुजफ्फरनगर एसएसपी संजीव सुमन ने किए कई सब इंस्पेक्टर और सिपाही लाइन हाजिर ,पुलिस विभाग में मचा हडकंप

 मुजफ्फरनगर। लगातार मिल रही शिकायतों और अपने कार्य में सक्रियता ना दिखाने पर कई सब इंस्पेक्टर और कई सिपाही एसएसपी संजीव सुमन ने लाइन हाजिर किया है 

थाना नई मंडी क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज को किया गया लाईन हाजिर। ककरौली थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर सुधीर भी भेजे गए लाइन।।ट्रांसपोर्ट नगर चौकी पर तैनात कांस्टेबल प्रिंस, कांस्टेबल अजय कांस्टेबल धीरेंद्र क़ो किया गया लाइन हाजिर।।*नगर कोतवाली की रामलीला टिल्ला चौकी से हेड कांस्टेबल राहुल और कॉन्स्टेबल राजकुमार ओर खालापार से हैड कॉन्स्टेबल हनी भी लाइन भेजे गए*


मुजफ्फरनगर आसमान में नजर आया चाँद , सुहागिनों ने किया दीदार

 मुजफ्फरनगर। सुहागिनों ने करवाचौथ के चांद का दीदार पति की लंबी उम्र की कामना कर व्रत खोला। 

जेल में 64 महिला बंदियों ने रखा करवा चौथ का व्रत 

मुजफ्फरनगर जिला जेल में बंद 64 महिला बंदियों ने अपने पति की लंबी आयु के करवा चौथ का व्रत रखा। इनमें नौ मुस्लिम महिला बंदी है। जेल प्रशासन ने पूजा व पति के दर्शन कराने के लिए विशेष इंतजाम किए। व्रत का खाना भी बनवाया गया। करवा चौथ की कहानी सुनने की व्यवस्था भी की है। मेहंदी लगवाने के लिए महिला ब्यूटीशियन को भी बुलाया गया। 

जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि इस समय जेल में 64 महिला बंदी है। इनमें 17 महिलाओं के पति भी जेल में बंद है। उन्हें रात में पति के दर्शन कराने की व्यवस्था की गई। 17 में से 9 महिला मुस्लिम बंदी हैं, उनके पति भी जेल में बंद हैं। जिन महिला बंदियों के पति जेल में नहीं है और उन्हें उनके पति को बुलाकर दिन में दर्शन कराए गए।


एसएसपी संजीव सुमन ने यातायात जागरूकता रैली को रवाना किया


मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुजफ्फरनगर  द्वारा यातायात माह नवम्बर 2023 का फीता काटकर व दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया और जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । 

 यातायात नियमों के प्रति जागरूकता एवं सुरक्षित परिवहन को प्रोत्साहित करने के उददेश्य से प्रत्येक वर्ष नवम्बर माह को यातायात माह के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में आज दिनांक 01.11.2023 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सजीव सुमन  द्वारा पुलिस लाईन, मुजफ्फरनगर से यातायात माह नवम्बर 2023 का का फीता काटकर व दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करते हुए जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  द्वारा बताया गया कि माह नवम्बर यातायात माह के रूप में मनाया जाता है, जिसमें वाहनों के चौकिंग अभियान एवं सडक पर सुरक्षित सफर तय करने के उददेश्य से लोगों में जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाता है। वर्तमान में यातायात नियमों की अनदेखी के कारण सड़कों पर प्रतिदिन होने वाले हादसों में जनहानि हो रही है, जिसमें इन हादसों से हम अपना बचाव कर सकते हैं, यदि हम यातायात नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित सफर के लिए जागरूक बनें। यातायात पुलिस की ओर से यातायात माह में प्रतिदिन यातायात नियमों के प्रति व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के साथ साथ सघन चेंकिग अभियान चलाकर काली फिल्म, बिना सीट बेल्ट, तीन सवारी मोटरसाइकिल, बिना हेलमेट तथा नो इंट्री का पालन न करने वाले वाहनों/वाहन चालकों के विरूद्ध कार्यवाही अमल में लाई जाएगी । महोदय द्वारा सभी से अपील की गई कि शराब के नशे में वाहन न चलाएं, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। वाहन को दाएं-बाएं मोडते समय अपने आगे-पीछे देखते हुए इंडिकेटर का प्रयोग करें। महोदय द्वारा कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी स्कूली छात्र/छात्राओं, संभ्रान्त व्यक्तियों व सभी पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण को यातायात नियमों के पालन करने के सम्बन्ध में शपथ दिलाई गई, साथ ही यातायात माह के दौरान चलाये जाने वाले अभियानों के सफल संचालन हेतु यातायात पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक नगर श्री सत्यनारायण प्रजापत, पुलिस अधीक्षक देहात श्री अतुल कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक अपराध श्री प्रशान्त कुमार प्रसाद, पुलिस अधीक्षक यातायात श्री कुलदीप सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

चौ0 चरणसिंह विश्वविद्यालय के 35 वें दीक्षान्त समारोह में श्रीराम कॉलेज की छात्रा उर्वशी को मिला स्वर्ण पदक


मुजफ्फरनगर। चौ0 चरणसिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के 35 वें दीक्षान्त समारोह में श्रीराम कॉलेज़ की बीपीईएस की छात्रा उर्वशी को सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। इस अवसर पर कुलाधिपति एवं महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमति आनन्दी बेन पटेल, तथा माननीय कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला द्वारा छात्रा को स्वर्ण पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। 

विश्वविद्यालय द्वारा जारी मेरिट लिस्ट के अनुसार श्रीराम कॉलेज के शारीरिक शिक्षा विभाग की छात्रा उर्वशी ने सर्वाधिक 87.46 प्रतिशत अंक प्राप्त कर 35वें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। 

विश्वविद्यालय द्वारा जारी श्रेष्ठता सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा उर्वशी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के आशीर्वाद एवं विभाग के प्रवक्ताओं द्वारा दिए मार्गदर्शन तथा महाविद्यालय द्वारा उपलब्ध शैक्षिक संसाधन एवं कुशल शिक्षक एवं शैक्षिक सुविधाओं के साथ-साथ पुस्तकालय में उपलब्ध उच्च कोटि के लेखकों की पुस्तकों को दिया। 

इस अवसर पर श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज़ के चेयरमैन डा0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 35वंे दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली छात्रा उर्वशी की सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय मेरिट में स्थान बनाना और कुलपति एवं कुलाधिपति महामहिम राज्यपाल से पुरस्कार प्राप्त करना प्रत्येक विद्यार्थी के लिए एक स्वर्णिम पल होता है। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षो से हमारे महाविद्यालय की बेटियां विश्वविद्यालय स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर महाविद्यालय एवं जनपद का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सफलता अर्जित करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण यह भी है कि सफलता को किस तरीके से बनाए रखा जाए। उन्होंने कहा कि हमारे लिए गौरवान्वित क्षण है कि हर वर्ष हमारे महाविद्यालय के विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। विद्यार्थी की सफलता में गुरू का मार्गदर्शन हमेशा से ही महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि सफलता का यह क्रम भविष्य में इसी प्रकार जारी रहेगा। 

इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डा0 प्रेरणा मित्तल ने छात्रा उर्वशी  की सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए सभी संकाय सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में विद्यार्थियों को शैक्षिक ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी प्रदान किया जाता है जोकि उनके भविष्य के लिए सार्थक सिद्ध हो रहा है।

इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डॉ0 प्रेरणा मित्तल, डीन एकेडमिक्स डा0 विनीत कुमार शर्मा, प्रमोद कुमार, डॉ0 मनोज धीमान, भूपेन्द्र कुमार, संदीप कुमार, तरूण कुमार, विश्वदीप कौशिक आदि ने विद्यार्थियों की सफलता पर उन्हें शुभकामनायें दी।

तीस लाख फिरौती के लिए लिए ट्यूशन टीचर ने प्रेमी से मिल कराई छात्र की हत्या


कानपुर । तीस लाख की फिरौती के लिए अपने प्रेमी के साथ मिलकर ट्यूशन टीचर रचिता ने अपने ही छात्र कुशाग्र की हत्या करवा दी। स्कूटी के नंबर से सारी सच्चाई का खुलासा हो गया। 

मामला कुछ ये है कि ट्यूशन टीचर रचिता के प्रेमी प्रभात ने छात्र कुशाग्र की हत्या कर दी, फिर 30 लाख की फिरौती वाला लेटर उसके घर भेजा। यह लेटर रचिता और प्रभात ने शिवा के हाथों कुशाग्र के घर स्कूटी से भिजवाया। इस स्कूटी को रचिता ने कुशाग्र के घर से मिलने वाले पैसे से खरीदा था। गार्ड ने लेटर रिसीव करते वक्त स्कूटी का नंबर नोट कर लिया और यह बात कुशाग्र के घर वालों को बताई, जिसके बाद हत्या का खुलासा हुआ। पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है।

किड्स लैंड पर देर रात तक जुटी रही महिलाओं की भीड़


मुजफ्फरनगर । करवा चौथ के शुभ अवसर पर दूसरे दिन 121 बहिनों ने फ्री महेंदी लगाई गई । देर रात तक महिलाओं की भीड़ जुटी रही।                 किड्स लैंड से अतुल कुमार गर्ग (महामंत्री जीओ गीता श्री कृष्ण कृपा परिवार) मुजफ्फर नगर ने बताया कि करवा चौथ के शुभ अवसर पर किड्स लैंड के शो रू 7 डी बिंदल बाजार मुजफ्फर नगर पर फ्री महेंदी कैम्प आज दिनांक 31-10-2023 दिन मंगल वार को  दूसरे दिन भी आयोजित किया गया जिसमे 121 रजिस्ट्रेशन हुए और सभी ने  अपने अपने हाथो पर मेहंदी लगवाई कार्यक्रम को सफल बनाने में अतुल कुमार गर्ग,केशव गर्ग, राजीव दूबे,वैभव मुखेजा,अनमोल, अबीर, मीनाक्षी गर्ग ,काजोल गर्ग, पिंकी, वैष्णवी, मानवी , अन्नू, रिदा, आदि का सहयोग रहा है। 

भाजपा नहीं तो किसे वोट देगा जाट समाज!


मुजफ्फरनगर । जाट समुदाय को वर्ष 2014 में केंद्र की कांग्रेस सरकार द्वारा केन्द्रीय सेवाओं में दिए गए आरक्षण के सच को जानना चाहिए –अशोक बालियान,चेयरमैन,पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन

     केंद्र की कांग्रेस सरकार द्वारा वर्ष 2015 में जाट समुदाय को केन्द्रीय सेवाओं में आरक्षण दिया गया था इस आरक्षण को ओबीसी रिजर्वेशन रक्षा समिति ने सुप्रीमकोर्ट में चुनौती दी थी। इस याचिका में आरोप लगाया गया था कि चार मार्च 2014 की अधिूसचना तत्कालीन केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने से एक दिन पहले जारी की थी, ताकि तत्कालीन सत्तारूढ़ पार्टी को वोट जुटाने में मदद मिल सके।

   सुप्रीमकोर्ट ने वर्ष 2015 में जाट आरक्षण पर निर्णय देते हुए कहा था कि जाति एक महत्वपूर्ण कारक है, लेकिन आरक्षण के लिए यही एक आधार नहीं हो सकता है। सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक आधार भी जरूरी है। इसलिए बिना राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) की रिपोर्ट के केंद्रीय नौकरियों और केंद्रीय शाक्षिक संस्थानों में जाटों को आरक्षण नहीं मिलेगा। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट यह भी कहा था कि इस फैसले का नौ राज्यों में जारी जाट आरक्षण पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

   सुप्रीमकोर्ट ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) के उस निष्कर्ष की अनदेखी करने के केंद्र के फैसले में खामी पाई थी, जिसमें कहा गया था कि जाट केंद्र की ओबीसी लिस्ट में शामिल होने के हकदार नहीं हैं, क्योंकि वे सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग नहीं हैं। सुप्रीमकोर्ट ने यह भी कहा था कि अतीत में अगर कोई गलती हुई है, तो उसके आधार पर और गलतियां करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

   सुप्रीमकोर्ट ने अपने निर्णय में कहा था कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) ने केंद्र सरकार को दिनांक 26-02-2014 को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें कहा गया था कि जाट समुदाय ने ओबीसी की केंद्रीय सूची में शामिल करने के लिए मानदंडों को पूरा नहीं किया है।  राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) द्वारा दी गई रिपोर्ट को दरकिनार करने के लिए कुछ और की आवश्यकता होती है, जो न्यायिक रूप से इंद्रा साहनी केस और वैधानिक रूप से (एनसीबीसी अधिनियम) सामान्य रूप से केंद्र सरकार पर बाध्यकारी होती है।केंद्र सरकार ने उसका भी पालन नहीं किया था।  

       सुप्रीमकोर्ट ने अपने निर्णय में कहा था कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) द्वारा दी गई रिपोर्ट को दरकिनार करते हुए दिनांक 02-03-2014 को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में जाट समुदाय को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश राज्यों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, राजस्थान के भरतपुर और धौलपुर जिलों के लिए पिछड़े वर्गों की केंद्रीय सूची में जाट समुदाय को ओबीसी की केंद्रीय सूची में शामिल करने का निर्णय लिया गया था और दिनांक 04-03-2014 को जाट समुदाय को ओबीसी की केंद्रीय सूची में शामिल करने के लिए अधिसूचना जारी की गई थी। जबकि यह क़ानूनीरूप से अनुचित था।    

    कुछ लोग सुप्रीमकोर्ट के इस फैसलें के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराने का आरोप बिना तथ्य बताये लगाते रहते है,जबकि  केंद्र की मोदी सरकार ने तो सुप्रीमकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करते हुए कहा था कि सुप्रीमकोर्ट जाट समुदाय को ओबीसी कोटे से बाहर किए जाने के अपने फैसले पर दोबारा विचार करे,लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जाट आरक्षण पर केंद्र की पुनर्विचार याचिका भी खारिज कर दी थी। इस समय विपक्ष भी जाट आरक्षण के नाम पर राजनीति कर रहा है। और जाट समाज को बरगलाया जा रहा है। इससे हमारे जाट समुदाय को सावधान रहना होगा।   

    एक ओर जहां अब लोकसभा चुनाव 2024 को शुरू होने में काफी कम समय रह गया है, वहीँ जाट समाज के कुछ संगठन जाट समुदाय की आरक्षण की मांग को लेकर को लेकर सभाए कर रहे है और इस संगठन ने पश्चिमी यूपी में बीजेपी की घेराबंदी शुरू करने के लिए इन्होने मेरठ में एक सभा भी की है  उन्होंने कहा है कि कि जाटों को केंद्रीय सेवाओं में आरक्षण नहीं दिया गया तो बीजेपी का विरोध करेंगे। जाट समुदाय के नाम पर बने संगठन ने यह नहीं बता रहा कि जाट आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देगा तो ये जरूर बताएं कि किसे वोट देंगे?

     जाट समुदाय वर्तमान में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा दिए गए आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के आरक्षण का लाभ ले रहा है, जिसमें शिक्षण संस्थानों और सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत का आरक्षण मिलता है। इस आरक्षण को 14 जनवरी 2019 लागू किया गया था और इस आरक्षण कोटा के अंदर ने अभियार्थी आते हैं, जो जनरल केटेगरी के हों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग हो। इस कोटा के अंदर एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग नहीं आते है। जनरल केटेगरी के वह लोग जिनकी सालाना आमदनी 8 लाख से कम है, उन्हें भी इस आरक्षण का लाभ मिलता है। अगर जाट समुदाय को पिछड़ा वर्ग का आरक्षण दिया जाता है, तो इन्हें फिर उसी श्रेणी में लाभ दिया जाएगा। 

    हमारा जाट समुदाय से कहना है कि उनकी जाट आरक्षण की मांग उचित ढंग से सही लोगों द्वारा उठायी जानी चाहिए और अनावश्यक बीजेपी का विरोध नहीं करना चाहिए, क्योकि जाट समुदाय को अधिकतर आरक्षण बीजेपी सरकार के समय ही मिला है। यूपी में जाटों को आरक्षण तब दिया, जब रामप्रकाश गुप्ता की अगुआई में बीजेपी की सरकार थी। राजस्थान में भी वसुंधराराजे सरकार ने जाट आरक्षण दिया था, जबकि वहां कांग्रेस ने इसका विरोध किया था। दिल्ली में जरुर शाली दीक्षित सरकार ने दिया था। समाजवादी पार्टी ने हमेशा विरोध किया है। 

    इन संगठनों के अनावश्यक विरोध की घोषणा से समाज को नुकसान होता है जैसे वर्ष 2014 में हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जाट समुदाय को 27 टिकट दिए गए थे, लेकिन जाट आरक्षण आंदोलन  के बाद अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जाट समुदाय को 17 टिकट दिए गए थे। इसलिए अनावश्यक विरोध जाट बनाम नान जाट वाली पॉलिटिक्स की प्रयोगशाला बन जाता है। जाट समुदाय को जातिवाद, परिवार और क्षेत्रवाद की राजनीति से बहार आने से अधिक लाभ होगा और सत्ता में भी उसकी हिस्सेदारी बढ़ेगी। इस समय मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल में जाट समुदाय से डॉ संजीव बालियान व कैलाश चौधरी दो मंत्री हैं। यदि हम इतिहास को देखें तो जाट समुदाय के बीच शुरू से ही हिंदुत्व व राष्ट्रवाद की भावना रही है।

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