बुधवार, 7 अप्रैल 2021

शहरी इलाके में नाइट कर्फ्यू और संडे लाकडाउन का ऐलान


भोपाल। कोविड संकट के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के सभी शहरी इलाकों में 8 अप्रैल से नाइट कर्फ्यू लगाने की बुधवार को घोषणा की। साथ ही, प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में आगामी तीन महीनों तक सप्ताह में पांच दिन (सोमवार से शुक्रवार) ही कामकाज होगा।

चौहान ने ट्वीट किया कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए आज बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में आगामी 3 महीने तक सप्ताह में 5 दिन (सोमवार से शुक्रवार), सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ही कामकाज होगा। शनिवार-रविवार को ये बंद रहेंगे।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, इस बैठक में फैसला लिया गया है कि प्रदेश के समस्त नगरीय क्षेत्रों में 8 अप्रैल से आगामी आदेश तक रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। प्रदेश के समस्त जिलों के नगरीय क्षेत्रों में आगामी आदेश तक प्रत्येक रविवार लॉकडाउन रहेगा। चौहान ने आगे लिखा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मध्य प्रदेश के संपूर्ण छिंदवाड़ा जिले में 8 अप्रैल की रात 8 बजे से आगामी 7 दिन तक संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा। शाजापुर शहर में आज (बुधवार) रात 8 बजे से अगले 2 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा।

अधिक संक्रमण वाले जिलों में नाइट कर्फ्यू के लिए डीएम लें निर्णय: योगी


लखनऊ । कोविड-19 से अति प्रभावित 13 जनपदों की स्थिति की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा-निर्देश दिये हैं कि जिन जिलों में कोविड-19 के अधिक मामले हैं वहां रात्री आवागमन नियंत्रित करने के लिए डीएम आवश्यक निर्णय लें। लखनऊ में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। वहीं यूपी के 13 जिलों में जहां 500 से ज्यादा मामले हैं वहां पर जिलाधिकारी नाइट कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी कर सकते हैं।

 निर्देशों में कहा गया है कि महाराष्ट्र के साथ-साथ दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण की स्थिति तेजी से खराब हो रही है। ऐसी स्थिति में वहां निवासरत उत्तर प्रदेश के नागरिकों की वापसी संभावित है। पँचायत चुनाव की प्रक्रिया भी चल रही है। आने वाले दिन हमारे लिए चुनौतीपूर्ण होंगे। हमें इसका सफलतापूर्वक सामना करना है। पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश के सभी जिलों ने कोविड प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था, इस बार भी हम टीम वर्क से इस लड़ाई को जरूर जीतेंगे।

लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर और मुरादाबाद जिले में कोविड संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। यहां केस की संख्या अधिक है।हालांकि पॉजिटिविटी दर में गिरावट हुई है। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए। ट्रेस करके उनका टेस्ट किया जाए और जरूरत के अनुसार ट्रीटमेंट दिया जाए। निगरानी समितियों और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की उपयोगिता बढ़ाई जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक प्रयोग किया जाए। मास्क न लगाने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। इन सभी जनपदों में निगरानी के लिए तत्काल विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाए। जिन जिलों में प्रतिदिन 100 से अधिक केस मिल रहे हैं, अथवा जहां कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक है, वहां माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के संबंध में जिलाधिकारी स्थानीय स्थिति के अनुरूप निर्णय लें। ऐसे जिलों में रात्रि में आवागमन नियंत्रित रखने के संबंध में भी समुचित निर्णय लिया जाए, लेकिन किसी भी परिस्थिति में आवश्यक सामग्री जैसे दवा, खाद्यान्न आदि के आवागमन को बाधित न किया जाए। 

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री अधिकारियों के साथ जनपदों का दौरा करें। स्थिति को देखें और व्यवस्था सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दें। मैं स्वयं भी अगले कुछ दिनों में प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर जिलों का औचक निरीक्षण करूँगा।

सभी जनपदों में पीपीई किट, पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थरमामीटर, सैनिटाइजर, एंटीजन किट सहित सभी आवश्यक लॉजिस्टिक की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। किसी भी जनपद से लॉजिस्टिक के अभाव की शिकायत नहीं आनी चाहिए। जरूरत हो तो तत्काल शासन को अवगत कराएं, पूरी मदद मिलेगी।

आपदाकाल में हमें एकजुट होकर काम करना होगा। सभी सरकारी व निजी चिकित्सा संस्थानों के एम्बुलेंसों को कोविड मरीजों के उपयोग में लाया जाए। इन एम्बुलेंसों को इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जोड़ा जाए।मरीजों को तत्काल रिस्पॉन्स मिलना चाहिए।

 जिन जिलों में जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी स्तर के अधिकारी संक्रमित हैं, वहां संबंधित विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की भूमिका बढ़ाई जाए। सीएमओ की अनुपस्थिति हो तो एडी हेल्थ स्तर के अधिकारी सेवाएं दें। 

नगर विकास विभाग द्वारा नगरों में विशेष स्वच्छता अभियान संचालित किया जाए। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सैनिटाइजेशन, स्वच्छता आदि का विशेष महत्व है। 

कुल कोविड टेस्ट में कम से कम 50 प्रतिशत टेस्ट प्रतिदिन आरटीपीसीआर विधि से किए जाएं। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट तथा बस अड्डे पर रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्था को और प्रभावी किया जाए। अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र आदि प्रदेशों से विशेष ट्रेन भी संचालित होगी। ऐसे में गोरखपुर, गोंडा, बस्ती व आसपास के क्षेत्रों में खास सतर्कता बरते जाने की जरूरत है।

 कोविड मरीजों के लिए बेड की कोई कमी नहीं है। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए यह आवश्यक है कि कोविड अस्पतालों में और अधिक संख्या में बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जनपदवार स्थिति की समीक्षा करते हुए बेड को संख्या में बढ़ोतरी की जाए। कोविड व नॉन कोविड के लिए इलाज की अलग-अलग और समुचित व्यवस्था की जाए।

जिलाधिकारीगण पंचायत चुनाव की व्यवस्था को सुचारु रखते हुए जनपद के सभी विभागों के कार्मिकों को कोविड प्रबंधन के कार्य से जोड़ें। अतिरिक्त मानव संसाधन के लिए भी स्वीकृति दी गई है। तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।सिविल डिफेंस की सेवाएं ले सकते हैं।

पंचायत चुनाव में सभाएं नहीं करेगी भाजपा


लखनऊ । कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश भाजपा ने पंचायत चुनाव में सभाओं का आयोजन नहीं करने का फैसला किया है। 

पंचायत चुनाव में भाजपा की तरफ से कोई भी चुनावी सभा नहीं की जाएगी। पार्टी का सारा जोर बैठकों और सधी रणनीति के माध्यम से मतदाताओं को पार्टी के प्रत्याशियों की तरफ आकर्षित करने की होगी। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह पंचायत चुनाव में जिलों में बैठकें कर पार्टी पदाधिकारियों को जरूरी टिप्स देंगे। पहली बार बड़ी तैयारी के साथ पंचायत चुनाव में समर्थित प्रत्याशी उतार रही भाजपा ने तैयारी की थी कि जिला पंचायत वार्डों में प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभाएं की जाएंगी। इन चुनावी सभा को पार्टी के बड़े नेता संबोधित करने वाले थे। इस तैयारी को अमलीजामा पहनाने की रणनीति पर भी काम किया जा रहा था। प्रत्याशी भी मतदाताओं को प्रभावित करने वाले नेताओं के कार्यक्रम को लेकर बहुत आशान्वित थे। 

पार्टी ने चुनावी सभाओं के फैसले को रद्द कर दिया है। पार्टी का पूरा फोकस अब बूथ स्तर तक सक्रिय संगठनों को और अधिक सक्रिय कर हर मतदाता तक अपनी पहुंच बनाने की है।

उत्तर प्रदेश में नाइट कर्फ्यू की घोषणा किसी भी समय

 


लखनऊ । कोरोना को लेकर सीएम योगी द्वारा आपातकाल बैठक ली जा रही है। कुछ देर सीएम योगी की बैठक टीम 11 के अफसरों के साथ होगी। वैक्सीनेशन अभियान की समीक्षा के साथ ही नाइट कर्फ्यू की भी घोषणा होने की सम्भावना हो रही। 

बताया जा रहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की सलाह पर चर्चा कर नाइट कर्फ्यू पर भी सलाह कर कभी भी घोषणा होने की बात कही जा रही है। प्रदेश में तीन दिन में कोरोना के मरीजों में रिकार्ड बढ़ोत्तरी को देखते हुए ये बैठक आपातकाल में बुलाई गई है। 

ये किसान आंदोलन है, शाहीनबाग नहीं, जो लॉकडाउन से खत्म हो जाएगा : राकेश टिकैत

 


सहारनपुर l भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि कोरोना के कारण लॉकडाउन लगाने की तैयारी है, लेकिन सरकार यह न समझे कि शाहीनबाग की तरह किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा। जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती तब तक यह किसान आंदोलन चलता रहेगा। राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा सरकार में पार्टी के ही नेताओं का दम घुट रहा है। उन्हें भी घरों से बाहर निकालना पड़ेगा। 

बुधवार को राकेश टिकैत शहीद-ए-आजम भगत सिंह के भतीजे की बेटी की शादी में आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे थे। सबसे पहले उन्होंने शहीद भगत सिंह के भतीजे सरदार किरणजीत सिंह से मुलाकात की और बेटी की विदाई पर आशीर्वाद दिया। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसान आंदोलन को शाहीनबाग समझने की भूल न करें। कोरोना के कारण यदि पूरे देश में भी कर्फ्यू लग जाएगा तो देश का किसान आंदोलन से पीछे नहीं हटेगा। धरना स्थल पर ही धरना दिया जाएगा। जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं होती तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा। फिलहाल नवंबर दिसंबर तक आंदोलन को जारी रखा जाएगा। 

राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. प्रियवंदा तोमर के त्यागपत्र देने के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि देश में भाजपा की नहीं कंपनियों की सरकार है। इसी कारण भाजपा नेताओं को घरों में बंद किया गया है। अभी कई अन्य भाजपा नेता भी पार्टी छोड़ेंगे।राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपाइयों ने राजस्थान में उनके काफिले पर हमला कराया था। कुछ युवकों ने उनके काफिले पर हमला किया था। उन्होंने कहा कि वह उन युवकों से बात करेंगे और उनकी विचारधारा जानने का प्रयास करेंगे ताकि उनकी विचारधारा को भी बदला जा सके ।

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं तिथियों में परिवर्तन, नई तिथि देखे

 


प्रयाग राज। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा अब 8 से 28 मई के बीच होगी। पंचायत चुनाव के कारण शासन ने परीक्षा कार्यक्रम संशोधित कर दिया है। पूर्व में 10 फरवरी को घोषित कार्यक्रम में 24 अप्रैल से परीक्षा प्रस्तावित थी। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं अब एक साथ 8 मई शनिवार से शुरू होंगी। 10वीं की परीक्षा 12 कार्य दिवसों में सम्पन्न होकर 25 मई को समाप्त होगी। इसी प्रकार 12वीं की परीक्षा 15 कार्य दिवसों में सम्पन्न होकर 28 मई को समाप्त होगी।


सचिव यूपी बोर्ड दिव्यकांत शुक्ल के अनुसार प्रदेश में नकल विहीन एवं शुचितापूर्ण परीक्षाओं के आयोजन कराए जाने के लिए तैयारियां पूर्ण किए जाने के संबंध में सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों एवं जिला विद्यालय निरीक्षकों को शासन ने आवश्यक निर्देश दिए हैं।


यूपी बोर्ड हाईस्कूल (10वीं) के मुख्य पेपर व तारीखें - ( UP Board High School Date Sheet 2021 )

8 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - हिन्दी, प्रांरभिक हिन्दी

10 मई (दोपहर 2 जबे से 5.15 तक) - संगीत गायन

11 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - गृह विज्ञान 

12 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - चित्रकला, रंजनकला

12 मई (दोपहर 2 जबे से 5.15 तक) - कंप्यूटर 

13 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - संस्कृत

13 मई (दोपहर 2 जबे से 5.15 तक) - संगीत वादन

17 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - अंग्रेजी 

18 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - वाणिज्य

19 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - सामाजिक ज्ञान

20 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - कृषि

20 मई (दोपहर 2 जबे से 5.15 तक) - मानव विज्ञान, रिटेल ट्रेडिंग, सुरक्षा, ऑटोमोबाइल्स, आईटी, आईटीईएस, हेल्थ केयर 

22 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - विज्ञान 

25 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - गणित

यूपी बोर्ड इंटर (12वीं) के मुख्य पेपर व तारीखें - ( UP Board Inter 12th Date Sheet 2021 )

8 मई ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - हिंदी, सामान्य हिन्दी 

11 मई ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - बहीखाता तथा लेखाशास्त्र (वाणिज्य वर्ग के लिए), भूगोल

12 मई ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - व्यापारिक संगठन और पत्र व्यवहार (वाणिज्य वर्ग के लिए), गृह विज्ञान

13 मई ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - अर्थशास्त्र तथा वाणिज्य भूगोल (वाणिज्य वर्ग के लिए)

17 मई - ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - कंप्यूटर, कृषि वनस्पति विज्ञान, कृषि अर्थशास्त्र

18 मई - ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - अंग्रेजी

20 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - गणित , प्रारंभिक सांख्यकी 

20 मई - ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - रसायन विज्ञान, इतिहास

22 मई - (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - मनोविज्ञान, शिक्षा शास्त्र, तर्कशास्त्र

22 मई ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) -जीव विज्ञान और गणित

24 मई ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - समाजशास्त्र

25 मई (सुबह 8 बजे से 11.15 बजे) - बीमा सिद्धांत एवं व्यवहार (वाणिज्य वर्ग के लिए), 

25 मई ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - अर्थशास्त्र, भौतिक विज्ञान

27 मई ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - - संस्कृत

28 मई ( दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे ) - नागरिक शास्त्र

जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 601 नामांकन आए


 मुज़फ्फरनगर। जनपद में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 351 आरक्षित वह 250 अनारक्षित प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए। इन्हें मिला कर आज कुल 601 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए।

दूसरी ओर ब्लॉक में नामांकन करने को सुबह से ही लंबी लाइनें लगी रही। बता दें कि नामांकन के लिए दो दिन का समय रखा गया है। गुरुवार को भी नामांकन किया जाएगा। विकास खंड कार्यालय में नामांकन के लिए तो खिड़कियां बनाई गई। जिसमें अलग-अलग न्याय पंचायत के पर्चे दाखिल किए गए। नामांकन को लेकर शाम तक विकास खंड कार्यालय में प्रत्याशियों की लंबी लाइन लगी रही। इस दौरान पुलिस की कड़ी सुरक्षा रही।

ये क्या भाजपा विधायक कपड़े फाड़ कर डीएम आवास पर सड़क पर लेट गये


प्रतापगढ़ । पंचायत चुनाव के लिए तैयार शिवगढ़ ब्लॉक की मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भाजपा के रानीगंज विधायक अभय कुमार ओझा ( धीरज ) ने जमकर हंगामा किया। वे डीएम कैंप कार्यालय में धरने पर बैठ गए। उन्हें मनाने पहुंचे एसपी से उनकी नोकझोंक हुई तो विधायक ने एसपी पर मारपीट का आरोप लगाते हुए खुद के कपड़े फाड़कर डीएम आवास के सामने सड़क पर लेट गए। 
बताया गया है कि बुधवार दोपहर बाद डेढ़ बजे रानीगंज विधायक अभय कुमार ओझा अपने कुछ समर्थकों के साथ डीएम कैम्प कार्यालय पहुंचे और मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया। इस दौरान डीएम आवास पर नहीं थे तो विधायक ने उनके कैम्प कार्यालय में ही फर्श पर समर्थकों संग धरने पर बैठ गए। इसकी सूचना विधायक के समर्थकों के साथ एडीएम शत्रोहन वैश्य को मिली। एडीएम उन्हें मनाने के लिए कार्यालय पहुंचे और बहुत कोशिश की लेकिन विधायक किसी भी हाल में मानने को तैयार नहीं हुए। समर्थकों की भीड़ पहुंची और नारेबाजी करते हुए डीएम कार्यालय में जबरन घुस गई। सूचना पर डीएम डॉ नितिन बंसल व एसपी आकाश तोमर पहुंचे और विधायक को समझाने लगे। इस बीच विधायक की एसपी से नोकझोंक भी हुई। इस पर आक्रोशित विधायक ने अपने कपड़े फाड़कर डीएम कैम्प आवास से समर्थकों संग बाहर निकले और एसपी पर मारपीट का आरोप लगाते हुए सड़क पर लेट गए। समर्थक एसपी व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हालात को देख एसपी मौके से चले गए। दूसरी तरफ विधायक व उनके समर्थक डीएम कैम्प आवास पर ही डटे रहे। डीएम उन्हें मनाने में जुटे रहे।

सपा ने जिला पंचायत उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की

 मुज़फ्फरनगर । समाजवादी पार्टी के समर्थित जिला पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी गई है।



महावीर सिंह फौजदार जिले के नये सीएमओ

 मुजफ्फरनगर । डॉ महावीर सिंह फौजदार मुजफ्फरनगर के नए मुख्य चिकित्सा अधिकारी होंगे। उन्हें मेरठ में जिला क्षय अधिकारी पद से स्थानांतरित कर यहां भेजा गया है। वे एस के का स्थान लेंगे।


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