लखनऊ। छांगुर बाबा केस को लेकर नया विवाद सामने आया है, जिसमें आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने यूपी के मुख्यमंत्री और इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर अपर जिला जज काशिफ शेख पर गंभीर आरोपों की जांच की मांग की है। ठाकुर ने अपने पत्र में इस मामले की तत्काल जांच और आवश्यक कार्यवाही की अपील की है।अमिताभ ठाकुर ने बताया कि उन्हें यह जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री देवेंद्र सिंह राणा से प्राप्त हुई है, जिनके अनुसार मेरठ निवासी बदर अख्तर सिद्दीकी इस केस में अभियुक्त हैं, जबकि आशा नेगी नामक महिला को पीड़िता के तौर पर नामित किया गया है।राणा द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर ठाकुर ने आरोप लगाया कि मौजूदा समय में मुजफ्फरनगर में एडीजे पद पर तैनात काशिफ शेख, बदर सिद्दीकी के नजदीकी रिश्तेदार हैं। आरोपों के अनुसार काशिफ शेख ने हरदोई में तैनाती के दौरान मेरठ के तत्कालीन सीजेएम कोर्ट के सरकारी कक्ष में आकर इस केस की जांच कर रहे क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर प्रकाश शर्मा को बुलाया था और मामले को दबाने का दबाव बनाया था। इतना ही नहीं, आरोप यह भी लगाया गया है कि ऐसा न करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी।इस मुद्दे को लेकर एक टीवी प्रोग्राम के दौरान भी जज काशिफ शेख पर सार्वजनिक आरोप लगाए गए हैं। ठाकुर ने इस पूरे मामले को “बेहद गंभीर” बताते हुए इसे न्यायिक प्रक्रिया और कानून के दुरुपयोग से जोड़ते हुए कहा कि यदि आरोप सही हैं तो यह न केवल नैतिक रूप से गलत है, बल्कि कानून और लोकतंत्र के लिए भी खतरा है।प्रवक्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने बताया कि इस संबंध में शिकायत की प्रति भी पत्र के साथ संलग्न की गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि निष्पक्ष न्याय व्यवस्था के लिए इस मामले की गहन जांच जरूरी है।
इस संबंध में जज से संपर्क कर उनका पक्ष भी जानने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
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