मुजफ्फरनगर। संत महेन्द्रपाल के निर्वाण दिवस पर आयोजित सर्वधर्म सम्भाव सम्मेलन में मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गजेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को मानवता पूर्ण कार्य करते हुए गरीबों की सेवा करनी चाहिए। क्योंकि हमारे धर्म शास्त्रों मे भी कहा गया है कि निर्धनों की सेवा ही ईश्वर की सच्ची पूजा है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को जीवन में एक गुरू को स्थान देना चाहिए। क्योंकि गुरू ही सच्चा मार्ग दर्शक होता है। इस मौके पर पांच सौ लोगों को गर्म वस्त्र वितरित किए गए।
दिल्ली से आए वरिष्ठ चिकित्सक डा.आमोद कुमार ने कहा कि मानवता के कार्यो से ही ईश्वर की प्राप्ति होती है। उन्होंने ईशा मसीह का उदाहरण देते हुए कहा कि ईशा मसीह ने जीवनभर मानवता की सेवा की। इस लिए आज भी उन्हें उनके अनुयायी उन्हे ईश्वर का दर्जा देते हैं। कार्यक्रम मे वक्ता के रूप मे राशिद अली, सरदार सतनाम सिंह हंसपाल, दिल्ली से आई शिखा त्यागी, डा.आर.एन. त्यागी सहित अनेक वक्ताओं ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में गुरू महेन्द्रपाल को समर्पित लीला अमृत नामक पुस्तिका का विमोचन किया गया। पुस्तिका के लेखक वरिष्ठ पत्रकार गोविन्द वर्मा को सम्मानित किया गया। इसके अलावा वरिष्ठ समाजसेवी सत्यवीर अग्रवाल सहित कांग्रेस नेता बी.बी.गर्ग व पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के आयोजक डा.अशोक सिंघल ने अपने सम्बोधन में कहा कि गुरू महेन्द्रपाल सिंह ने जीवनभर मानवता की सेवा की। डा.सिंघल ने कहा कि उनके पिता ई.कन्हैया लाल सन्त महेन्द्रपाल के परम शिष्य थे। उन्ही की प्रेरणा से इस गुरू आश्रम का निर्माण कराया गया। 23 वर्ष पूर्व सन्त महेन्द्र पाल का गोलोक प्रस्थान हो गया। उसके उपरांत यहां उनकी समाधी बनाई गई। जिसमें दूर दूर से सन्त जी के शिष्य आकर नमन करते हैं। डाअशोक सिंघल ने बताया कि वे मूलरूप से ग्राम बोपाडा के रहने वाले हैं इसी कारण इस गांव मे आश्रम का निर्माण कराया गया है। उन्होंने कहा कि सन्त जी की प्रेरणा से वे मानवता के कार्यो के लिए पूर्णत: समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि मानवता पूर्ण कार्यो के कारण ही इस आश्रम का नाम मानवता धाम आश्रम रखा गया है।
कार्यक्रम का संचालन तरूण गोयल एडवोकेट ने किया। कार्यक्रम में सभासद देवेश कौशिक, सभासद मौ.खालिद, सभासद बिजेन्द्र पाल, किसान चिन्तक कमल मित्तल, समाजसेवी इन्जि. अशोक अग्रवाल सहित काफी संख्या मे गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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