लंदन। मोरारी बापू की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में हो रही रामकथा में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ‘जय सियाराम’ का घोष करते हुए अपने संबोधन कुछ शुरुआत की।
विवि परिसर में मोरारी बापू की रामकथा सुनने पहुंचे ऋषि सुनक ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मोरारी बापू की रामकथा में उपस्थित होना सम्मान और खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि वो यहां प्रधानमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि हिंदू के रूप में शामिल हुए हैं।
सुनक ने कहा कि मेरे लिए आस्था बहुत निजी मामला है। ये मेरे जीवन के हर पहलू में मेरा मार्गदर्शन करती है। प्रधानमंत्री बनना बड़ा सम्मान है, लेकिन ये कोई आसान काम नहीं है। हमें कठिन फैसले लेने पड़ते हैं और हमारा विश्वास मुझे अपने देश के लिए सबसे बेहतर करने के लिए साहस और शक्ति देता है।
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