कल से चतुर्मास आरंभ हो रहा है🌺🌺
💥💥चतुर्मास महात्म्य 💥💥
शास्त्रों में चतुर्मास की बहुत विस्तृत महिमा कही गई है चातुर्मास में की गई साधना व छोटी से छोटी उपासना भी महान फल को देने वाली बताई गई है इस समय अवधि में किया गया दान मंत्र जप व नियम पालन अक्षय फल को देने वाले बताए गए हैं इस वर्ष पुरुषोत्तम मास(अधिक मास)आने से इसकी महिमा और बढ़ गई है
💫इस बार चातुर्मास 29 जून (देव शयनी एकादशी) से 23 नवंबर (देव ऊठनी एकादशी तक है)💫
🌺🌺 शास्त्रों में स्पष्ट निर्देश व आदेश है कि किसी भी व्यक्ति को बिना कुछ नियम लिए चतुर्मास व्यतीत नहीं करना चाहिए कुछ ना कुछ नियम अवश्य लेना चाहिए।🌺🌺
स्कंद पुराण ,पद्म पुराण आदि में वर्णित नियम जो चतुर्मास में लिए जा सकते हैं वह निम्नलिखित है उसमें से किसी भी दो-तीन नियमों का या एक नियम का चयन करके आप पालन कर सकते हैं
1) नित्य मंदिर दर्शन का नियम
2)* नित्य निर्धारित संख्या मे नाम जप का नियम*
3) नित्य भगवद्गीता के एक श्लोक या एक अध्याय के पाठ का नियम
4) नित्य श्रीमद्भागवत महापुराण के पाठ का नियम
5) नित्य पवित्र नदियों के स्नान का नियम ( नित्य संभव नहीं हो तो अमावस्या पूर्णिमा का एकादशी के दिन स्नान करे)
6) शैय्या त्याग का नियम
8) शास्त्र विरुद्ध आहार के त्याग का नियम( प्याज लहसुन गाजर भटा मूली कद्दू लेसुआ, मशरूम)
9) नित्य विष्णु सहस्त्रनाम के जप का नियम
10) नित्य शिव सहस्त्रनाम के जप का नियम
11) शिव महापुराण के पारायण का नियम
12) वट वृक्ष रोपण
13) पीपल वृक्ष रोपण
14) तुलसी वृक्षारोपण
15) नित्य पुरुष सूक्त के जप का नियम
16) बिल्व वृक्ष रोपण
17) *चतुर्मास की एकादशी के व्रत का नियम*
18) पलाश के पत्ते की पत्तल में भोजन का नियम
19) नित्य दीपदान का नियम
20) तीर्थ दर्शन का नियम
21) *अपने प्रिय भोज्य पदार्थ का चतुर्मास में त्याग*
22) विविध शास्त्रोक्त वस्तुओ के दान का नियम
23) देवीभागवत के पारायण का नियम
🌹🌹जिन भी नियमों के आगे * यह चिन्ह लगा हुआ है उन नियमों को अवश्य पालन करने का प्रयत्न करना चाहिए
इन 23 नियमों में से प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम 1 नियम तो अवश्य लेना चाहिए🌹🌹
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