शामली। लखनऊ में मारे गए कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की सोमवार को पैतृक गांव में हुई तेरहवीं में भी उसकी पत्नी पायल माहेश्वरी शामिल नहीं हुई। गांव में पुलिस और एलआईयू टीम डेरा डाले रही।
लखनऊ कोर्ट में पेशी के दौरान सात जून को संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 8 जून को पैतृक गांव में ही उसका अंतिम संस्कार किया गया था। सोमवार को उसकी तेरहवीं थी, जिसमें सिर्फ संजीव जीवा के परिजन और कुछ रिश्तेदार शामिल हुए। हवन के बाद जीवा के बड़े पुत्र तुषार के सिर पर पगड़ी बांधी गई। गांव में पुलिस बल और एलआईयू की टीम गांव में डेरा डाले रही। गैंगस्टर के मामले में फरार जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी तेरहवीं में भी शामिल नहीं हुई। वह अपने पति के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुई थी।
पायल ने पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर गिरफ्तारी से संरक्षण की मांग की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी।
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