मुजफ्फरनगर। श्रीराम ग्रुप ऑफ काॅलेजेज के सभागार में अपशिष्ट जल प्रबंधन टीएसएस प्रौद्योगिकी के पायलट प्रोजेक्ट के विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए), बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और अन्य कंपनियों के अधिकारी और प्रतिनिधियों ने प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी। जल संयंत्र जल्द ही पालिका को हैंडओवर किया जाएगा।
कॉलेज संस्थापक चेयरमैन डॉ. एससी कुलश्रेष्ठ एवं जापान से आए हीरो यूकी निहारा, यसूहीरो माल्सुमोटो, हीरोशी यामा सूची, केनीची तनूरा और स्टुअर्ट कोनरली ने पत्रकारों को बताया कि तीन वर्ष पूर्व जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी ने कॉलेज परिसर में अपशिष्ट जल को पुनः शोधन एवं सिंचाई योग्य बनाने के लिए अपशिष्ट जलशोधन संयंत्र स्थापित किया था। इसके लिए जापान सरकार की तरफ से साढ़े तीन करोड़ रूपये का ऋण दिया गया था।
बताया कि यह प्रोजेक्ट श्रीराम ग्रुप ऑफ काॅलेजेज, नगर पालिका एवं जापान सरकार के बीच एक अनुबंध के आधार पर शुरू हुआ था, जोकि अब पूरा हो चुका है। अब जापान सरकार मुजफ्फरनगर नगर पालिका को सौंपना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक शौचालयों, स्कूलों, अस्पतालों सहित अन्य जगह यह पायलट प्रोजेक्ट लगाने का प्लान किया जा रहा है। इस पर जापान खर्च करेगा। इस मौके पर प्राचार्या डॉ. प्रेरणा मित्तल, निदेशक डॉ. अशोक कुमार, मीडिया प्रभारी रवि गौतम, श्रुति मित्तल, कनुप्रिया, अर्जुन सिंह मौजूद रहे।
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