मुजफ्फरनगर। शहर के प्रतिष्ठित सराफा बंधुओं के खिलाफ युवक की आत्महत्या का मामला निचली अदालत से सेशन सुपुर्द हो गया है। चर्चित मामले में अगली सुनवाई जिला जज की अदालत में 17 मार्च को होगी।
कोतवाली थाना क्षेत्र के भगत सिंह रोड़ स्थित अजय स्वरूप बंसल और आशुतोष बंसल का प्रतिष्ठित जवैलरी शोरूम है। 10 जुलाई वर्ष 2019 में थाना नई मंडी में रामलीला टील्ला निवासी राजेश ने रेलवे लाइन पर ट्रेन केसामने कूदकर जीवन लीला समाप्त कर ली थी। मृतक के भाई चमन सिंह ने रुपये के लेन देनके विवाद में दोनों सराफा कारोबारियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा थाना नई मंडी में कायम कराया था। पहले थाना पुलिस ने पहले अंतिम रिपोर्ट (एफआर) लगा दी। लेकिन मामले में पुन: अग्रिम विवेचना के हुई तो पुलिस ने दोनोंके खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया। पिछले वर्ष नवंबर में अदालत ने दोनों भाईयों को समर्पण करने के बाद जेल भेजा था। जिला जज ने दोनों की जमानत मंजूर कर ली थी। तभी ये मामला अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट संख्या-एक की अदालत में लंबित था। अभियोजन अधिकारी रामावतार ने बताया निचली अदालत से केस कमिट होने के बाद सेशन सुपुर्द कर दिया गया है। आरोप तय करने के लिए जिला सत्र न्यायाधीश की अदालत में अगली तारीख 17 मार्च नियत की गई है और दोनों आरोपियों को तलब किया।
शहर के कोतवाली क्षेत्र के रामलीला टिल्ला निवासीराजेश कुमार ने जुलाई वर्ष 2019 में जीवनलीला समाप्त कर ली थी। घटना के बाद शव के पास बरामद सुसाइड नोट में मृतक ने भाई ने शहर के अजय स्वरूपबंसल और आशुतोष बंसल पर आत्महत्या करने का आरोप लगाया था। आरोप था कि मृतक राजेश ने जनवरी वर्ष 2019 में सदर बाजार में आरोपियों से एक दुकान का सौदा पगड़ी पर किया था। जिसकी तयशुदा पूरी रकम 6.65 लाख रुपये चुकाने के बाद भी उसे दुकान पर कब्जा नहीं दिया गया। रकम भी लौटाई। यही वजह आत्म हत्या का कारण बताया गया है। पहले दोनों आरोपियों ने हाईकोर्ट से स्थगन आदेश ले रखा था। लेकिन तीन साल स्टे खारिज होने के बाद नवंबर 2023 में दोनों को जेल जाना पड़ा था।
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