मुज्जफरनगर। राजकीय इंटर कॉलेज मुजफ्फरनगर मैं चल रहा है भारतीय किसान यूनियन के धरने का आज सातवां दिन था और किसान धरने पर लगातार अडिग विश्वास के साथ अपने हकों की लड़ाई के लिए लड़ रहा है आज पूरा दिन धरना स्थल पर ग्रामीण क्षेत्र से किसान भारी संख्या में पहुंचे।
किसान अपने साथ में खाद्यान्न सामग्री, दूध,दही लेकर पहुंचे।
आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह भी धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों से मिले और दोपहर में मेरठ के तंबू में एक संगठन की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें आंदोलन की आगामी रणनीति पर संगठन के सभी पदाधिकारियों ने विस्तार से अपने विचार रखे और चर्चा की।
इस बैठक में सभी ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि अगर हमारी समस्याओं का हल नहीं होता तो भारतीय किसान यूनियन आने वाली 10 फरवरी को एक किसान महापंचायत का आयोजन करेगी उसमें मुजफ्फरनगर की सीमा से लगे हुए जिले शामिल होंगे।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत जी ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे किसान जो दिल्ली आंदोलन में शहीद हुए थे सरकार ने आज तक उन्हें कोई मुआवजा नहीं दिया है और नाही गन्ने का भुगतान हुआ और ना ही गन्ने का रेट उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषित किया है हमारी पूर्व से भी अनेकों मांगे केंद्र व प्रदेश सरकार में लंबित चली आ रही है अगर सरकार जल्द से जल्द इन मांगों को पूर्ण नहीं करती है तो आगामी दस फरवरी को पंचायत में ही आगे की रणनीति तय करके फैसला लिया जाएगा।
राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा देश का किसान आज हाशिए पर हैं और सरकार किसान के साथ लगातार खिलवाड़ कर रही है अगर यही क्रम जारी रहा तो देश का किसान बर्बाद हो जाएगा।
ऐसे देश के किसानों को बहुत आस थी लेकिन उन्हें सिर्फ निराशा हाथ लगी।
आज की बैठक में राष्ट्रीय महासचिव ओमपाल मलिक जी, प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार जी, मंडल अध्यक्ष नवीन राठी, शामली जिला अध्यक्ष कॉलदर सिंह सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
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