मुजफ्फरनगर । मत्स्य विभाग द्वारा एक साथ 110 क्विंटल प्रतिबंधित मछली पकड़ने के बाद अब खतौली के मंसूरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सोहंजनी तागान में कई गई प्रतिबंधित मछलियों के पालन पर कडी कार्यवाही की गई है।
मत्स्य विभाग के अधिकारी आनंद जैसवाल के अनुसार बुधवार को शाम करीब चार बजे मत्स्य विभाग को एक सूचना प्राप्त हुई थी कि खतौली विधान सभा क्षेत्र के गांव सोहंजनी तगान में निजी भूमि पर गांव के तीन तालाबो में सरकार द्वारा प्रतिबंधित थाई मंगुरा मछली का इमरान, एंव हरीश त्यागी के द्वारा सरकार और मत्स्य विभाग को चुनौती देते हुए चोरी छिपे पालन किया जा रहा है, जिसपर मत्स्य विभाग द्वारा गांव में पहुंच कर तालाबों का निरीक्षण किया गया तो ज्ञात हुआ कि गांव के निजी तालाबो में थाई मंगुरा मछली पालन का खेल चल रहा हैं, और कुछ समय पूर्व ही अवैध मछली पालको के द्वारा तालाब खाली करा दिए गए थे, जबकि कुछ निजी तालाबो में कुछ माल बचा हुआ है, जिस पर मत्स्य विभाग ने उच्च अधिकारियों को सूचना देते हुए अवैध मछली पालको को नोटिस देकर कार्यवाही करते हुए, गुरुवार को खतौली के नायाब तहसीलदार, अमित रस्तोगी, के नेतृत्व में एक टीम गठित करते हुए सोहंजनी राखी पब्लिक स्कूल पुलिस चौकी इंचार्ज, क्षेत्रीय लेखपाल, एंव पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच कर दो तालाबो की जाल डलवा कर सफाई कराते हुए करीब 10 क्विंटल मंगुरा मछली निकल वाकर गहरे गड्ढे में दफन करा दी गई, साथ ही मछली पालन में इस्तेमाल होने वाले उपकरण एंव बोलेरो पिकअप गाड़ी को कब्जे में लेकर जब्त किए जाने की कार्यवाही की गई है। जब मत्स्य विभाग की टीम गांव में पहुंची और मछली पालकों से उन्हें मौके पर बुलाने की बात कही तो मछली पालकों ने मत्स्य विभाग की कार्यवाही से क्रोधित होकर साफ तौर पर बेबाक होकर आरोप लगाया है कि हम इस पालन के नाम पर मत्स्य विभाग को पैसा भिजवाते हैं।
इस आरोप पर मत्स्य विभाग अधिकारी आनंद जैसवाल ने आरोप लगाने वाले व्यक्ति से मिली भगत को बढ़ावा देने वाले एंव मत्स्य विभाग को बदनाम करते हुए पैसा लिए जाने वाले कर्मचारी का नाम जानना चाहा तो उसने बताया कि योगेंद्र कुमार नाम का व्यक्ति अवैध पालन हेतु पैसा ले जाता है। यह बात तो साफ हो गई है कि जिला मत्स्य विभाग के कर्मचारियों की अवैध मछली पालकों के साथ मिली भगत के तार इतने बडे पैमाने पर जुड़े हुए है कि छोटे मछली विक्रेताओं के रूप में काम करने वाले लोग आज मछली माफियाओं के रूप में पनपकर तो उभर ही रहे है जिन्हें जनता के स्वास्थ्य का जरा भी ख्याल नही है, और मोटे मुनाफे के लालच में जनपद के गांव गांव गली गली अवैध मछलियों का पालन कराये जाने के बड़े खेल को चुपचाप अंजाम दिलाते हुए केंसर कारक मछलियों को बढ़ावा दिलाने में पीछे नही है, आपको बतादे की मीडिया को जानकारी देते हुए कर्तव्यनिष्ठ मत्स्य विभाग अधिकारी आनंद जैसवाल की 3 दिनों में अबतक की छापेमार कार्यवाही में यह दूसरी बड़ी कार्यवाही है, वंही ऐसे लोगो को चेतावनी दी है कि या तो गैरकानूनी काम बंद करदे अन्यथा, सरकारी जेवर पहनने के साथ जेल जाने को तैयार रहे, वंही मत्स्य विभाग की मिलीभगत एंव रिश्वत खोरी वाले सवाल पर कहा कि इसकी बारीकी से विभागीय जांच शुरू हो चुकी है और जिनका नाम भी मिलीभगत एंव रिश्वतखोरी में सत्यापित होगा उसी आधार पर विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
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