मुजफ्फरनगर l जिले में ब्लैक फंगस का एक ओर रोगी निजी ईएनटी चिकित्सक के यहां उपचार के लिए पहुंचा। पहचान होने पर उसे एम्स ऋषिकेश में रैफर कर दिया गया। शहर में कई निजी ईएनटी चिकित्सक और सर्जन हैं जिनमें से एक ने कहा कि वह ब्लैक फंगस का उपचार करने में सक्षम हैं लेकिन बाजार में इसकी दवा उपलब्ध नही है। ऐसे में कैसे इलाज कराया जाए।
ब्लैक फंगस को लेकर मरीज डरे हुए हैं। पहले हुए कोरोना संक्रमण से किसी तरह से ठीक हुए इन मरीजों में अब ब्लैक फंगस का डर सताने लगा है। मुजफ्फरनगर के जिला चिकित्सालय में कई मरीज ब्लैक फंगस की आशंका के चलते चिकित्सकों को दिखाने पहुंचे लेकिन किसी को भी ब्लैक फंगस की पुष्टि नही हुई। दूसरी ओर शहर के निजी चिकित्सकों के यहां भी ब्लैक फंगस के संदिग्ध लक्षण वाले मरीज पहुंच रहे हैं। नगर के प्रसिद्ध ईएनटी सर्जन और विशेषज्ञ चिकित्सक डा. एमके तनेजा ने कहा कि ब्लैक फंगस का वह उपचार कर सकते हैं लेकिन बाजार में दवा उपलब्ध नही हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां बढीवाला निवासी एक महिला अपनी नाक दिखाने आई थी। उसे ब्लैक फंगस पाया गया जिस कारण वह इस महिला को एम्स ऋषिकेश में रैफर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस से मरीज डरे हुए हैं और उपचार को आ रहे हैं लेकिन 90 प्रतिशत मरीजों को ब्लैक फंगस नही है। कुछ को संदिग्ध लक्षण हैं जिसे नाक में दूरबीन लगाकर या नाक के पानी के लैब में टेस्ट के आधार पर ही ब्लैक फंगस की पुष्टि हो सकती है। ईएनटी विशेषज्ञ डा. एमके तनेजा ने कहा कि ब्लैक फंगस का उपचार यहीं पर संभव है।
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