सोमवार, 17 मई 2021

मुजफ्फरनगर में मिला ब्लैक फंगस का दूसरा मरीज, मेरठ रैफर



बुढ़ाना। मेरठ मंडल के बाद अब सहारनपुर मंडल के जिला मुजफ्फरनगर में ब्लैक फंगस का दूसरा मरीज मिला है। यह मरीज बुढ़ाना ब्लाक के गांव अलीपुर अटेरना में मिला है। जिसको उपचार के बाद मुजफ्फरनगर शहर के एक निजी अस्पताल से मेरठ के लिए रैफर कर दिया गया है। सबसे अच्छी बात ये है कि मेरठ के चिकित्सकों ने इस रोग पर काबू पा लिया है। मरीज को दिखाई देना शुरू हो गया है। जबकि गांव में अन्य लोगों में दहशत का माहौल है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ाना के प्रभारी ने कहा है कि इस बीमारी से किसी भी ग्रामीण को डरने की जरूरत नहीं है। दूसरी और इस गांव में आधा दर्जन लोगों की कोरोना की रिपोर्ट पाज़िटिव आई है। सभी को उनके घरों में ही आइसोलेटेड कर दिया गया है।

 मिली जानकारी के अनुसार बुढ़ाना ब्लाक के गांव अलीपुर अटेरना निवासी 39 वर्षीय अनुज उर्फ सोनू त्यागी को पिछले हफ्ते अचानक से बुखार आया था। तब उसको गांव के चिकित्सक को दिखाया था तो वह ठीक हो गया था। उसके एक दो दिन बाद उसकी आंखों में लाली आनी शुरू हो गई थी। फिर उसकी आंखें सूजकर मोटी हो गई थी। उसके बाद उसकी आंखें, नाक और पूरा जबड़ा सुन्न हो गया था। नाक से खून आना शुरू हो गया था। दिखाई देना भी बंद हो गया था। तब घबराहट में परिजन उसको मुजफ्फरनगर में स्थित एक अस्पताल में ले गए। जहां पर चिकित्सकों ने उसको तीन चार दिन रखकर गंभीर हालत होने पर यह कहकर मेरठ रैफर कर दिया कि इसको ब्लैक फंगस है। हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर सकते। यहां पर इस अस्पताल के चिकित्सक ने इस मरीज के तीमारदार से 50 हजार रुपए भी ले लिए। उसके बाद गंभीर हालत में अनुज उर्फ सोनू को मेरठ के दो अलग अलग अस्पतालों में ले गए तो वहां भी उनसे पैसे डकारकर चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद परिजनों ने उसको मेरठ मेडीकल में भर्ती कराया तो चिकित्सकों ने उसका इलाज शुरू कर दिया। बताया जाता है कि इन भगवान रुपी चिकित्सकों ने इस रोग पर काबू पा लिया। जिसमें अनुज को आज आंखों से दिखना शुरू हो गया। वहां के चिकित्सकों ने अनुज की आंखों में कुछ इंजेक्शन लगाए और उसको अच्छा ट्रीटमेंट दिया। आंखों की रोशनी आने पर परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने मेडीकल के चिकित्सकों का धन्यवाद अदा किया। फिलहाल अनुज मेडीकल में ही भर्ती हैं। उधर दूसरी ओर जैसे ही अनुज के परिवार के किसी सदस्य ने गांव के लोगों को अनुज को ब्लैक फंगस होना बताया तो गांव के लोगों में दहशत का माहौल बन गया। इस बारे में जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ाना के प्रभारी डॉक्टर विक्रांत सिंह तेवतिया से बात हुई तो उन्होंने बताया कि अगर मरीज को ब्लैक फंगस हुआ है तो अन्य लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। ये छूआछूत की बीमारी नहीं है और ना ही ये हवा में फैलता है। इससे अलग गांव अलीपुर अटेरना के आधा दर्जन लोगों ने जब अपना कोरोना टेस्ट कराया तो उनकी रिपोर्ट पाज़ीटिव आई। जिसमें सभी को उनके घरों पर आइसोलेटेड कर दिया गया। जिन ग्रामीणों की कोरोना रिपोर्ट पाज़ीटिव आई है उनमें रोहित, दीपांशु, हरपाल, अंगूरी, पारस और संदीप हैं।

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