शुक्रवार, 12 फ़रवरी 2021

माघ गुप्त नवरात्र, भक्ति और सिद्धि का पर्व

 माघ गुप्त नवरात्रि 12 फरवरी से, जानिए महत्व


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देवी दुर्गा की पूजा, भक्ति और सिद्ध शक्तियों की प्राप्ति के लिए नवरात्रि सबसे उत्तम दिन होते हैं। 

वर्ष में चार बार नवरात्रि आती हैं।

 चैत्र और आश्विन माह के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नवमी तक दो प्रकट नवरात्रि होती हैं और माघ व आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक दो गुप्त नवरात्रि होती हैं। 

गुप्त नवरात्रि भी प्रकट नवरात्रि की तरह ही सिद्धिदायक होती हैं, बल्कि ये प्रकट से भी ज्यादा प्रबल होती हैं।

 गुप्त नवरात्रियां सिद्ध शक्तियां प्राप्त करने के लिए तांत्रिकों, शाक्तों के लिए सबसे सिद्ध दिन होते हैं।


क्या है अंतर सामान्य और गुप्त नवरात्री में :- 

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👉🏻सामान्य नवरात्री में सात्विक और तांत्रिक दोनों पूजा की जाती है जबकि गुप्त नवरात्री में विशेष कर तांत्रिक पूजा और विशेष मंत्र सिद्धि के लिए पूजा की जाती है।  

👉🏻गुप्त नवरात्री में अपनी पूजा को गुप्त रखने का विधान है। 

👉🏻गुप्त नवरात्री में पूजा जितनी गोपनीय होगी मनोकामना जल्दी पूरी होगी।  



👉🏻 इस वर्ष माघ माह की गुप्त नवरात्रि 12 फरवरी 2021 शुक्रवार से प्रारंभ हो रही है।

 👉🏻इस बार षष्ठी तिथि की वृद्धि होने से नवरात्रि 10 दिन की रहेगी।

👉🏻 गुप्त नवरात्रि का समापन 21 फरवरी रविवार को होगा।


कई ग्रहों की स्थितियां बदलेंगी

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 👉🏻इस बार गुप्त नवरात्रि में अनेक ग्रहों की स्थितियां बदलेंगी।

👉🏻 नवरात्रि के पहले दिन 12 फरवरी को सूर्य कुंभ राशि में गोचर करेंगे और इसी दिन गुरु पूर्व दिशा में उदय होंगे।

 👉🏻दूसरे दिन 13 फरवरी को पूर्व में शुक्र अस्त हो जाएगा।

👉🏻 इसके बाद 15 फरवरी को बुध पश्चिम में उदय होगा।

 इसके बाद 20 फरवरी को शुक्र कुंभ राशि में प्रवेश करेगा वहीं 21 फरवरी नवरात्रि के अंतिम दिन मंगल वृषभ में गोचर करेगा और बुध मार्गी हो जाएगा।



ये हैं नवरात्रि की तिथियां और विशिष्ट संयोग 

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👉🏻12 फरवरी- प्रतिपदा- गुप्त नवरात्रि प्रारंभ, घट स्थापना, 

मां शैलपुत्री पूजन

 👉🏻13 फरवरी- द्वितीया- चंद्रदर्शन, मां ब्रह्मचारिणी पूजन

👉🏻 14 फरवरी- गौरी तृतीया- मां चंद्रघंटा पूजा, सर्वार्थसिद्धि सायं 4.23 से दूसरे दिन सूर्योदय तक, रवियोग सायं 4.23 से 

👉🏻15 फरवरी- मां कुष्मांडा पूजन, वरदतिलकुंद चतुर्थी, विनायक चतुर्थी, रवियोग सूर्योदय से सायं 6.28 तक 

👉🏻16 फरवरी- मां स्कंदमाता पूजन वसंत पंचमी, सरस्वती पूजन, खटवांग जयंती, पंचक प्रारंभ रात्रि 8.55 से

 👉🏻17 फरवरी- ----- महापात दोष ----- षष्ठी तिथि वृद्धि 

👉🏻18 फरवरी- षष्ठी, मां कात्यायनी पूजन, वसंत ऋतु प्रारंभ

👉🏻 19 फरवरी- मां कालरात्रि पूजन, रथ आरोग्य सप्तमी, नर्मदा जयंती

 👉🏻20 फरवरी- मां महागौरी पूजन, दुर्गा अष्टमी

👉🏻 21 फरवरी- नवमी, मां सिद्धिदात्री पूजन, गुप्त नवरात्रि पूर्ण


गुप्त नवरात्री में करे यह उपाय :- 


👉🏻कर्ज मुक्ति के लिए :- नवरात्री में पड़ने वाले मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर  में पान का बीड़ा अर्पित करे।  

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👉🏻जरुरी काम में बार बार बाधा आने पर :- प्रतिदिन अर्गला स्त्रोत का पाठ करे।  देवी के सम्मुख घी का दीपक जला कर पाठ करने से जल्दी लाभ होगा।  

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धन की प्राप्ति हेतु :-

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👉🏻कनकधारा स्त्रोत का नियमित पाठ करे।  


👉🏻दोनों समय देवी की आरती करने मात्र से ही धन की समस्या दूर होती है।  


 👉🏻घी से दीपक जलाकर  'ॐ दुं दुर्गायै नमः' मंत्र का जाप करना चाहिए।


👉🏻 मां दुर्गा को लाल पुष्प चढ़ाना शुभ माना जाता है।


 नौकरी की समस्या के लिए- 

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👉🏻नौकरी या जॉब में किसी तरह की समस्या आ रही है तो गुप्त नवरात्रि के दौरान 9 दिन तक मां दुर्गा को बताशे पर रखकर लौंग अर्पित करनी चाहिए। इस दौरान 

सर्वबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वित: 

मनुष्यो मत्प्रसादेने भविष्यति ना संशय:

 मंत्र का जाप करना चाहिए। 


खराब सेहत के लिए-

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 👉🏻खराब सेहत से छुटकारा पाने के लिए 9 दिन तक देवी मां को लाल पुष्प अर्पित करना चाहिए। इस दौरान 

ऊं क्रीं कालिकायै नम:

 मंत्र का जाप करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति स्वस्थ होता है।

अक्षय शर्मा -----✍️🌹🚩

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