शामली। भाजपा नेता की पत्नी समेत तीन की कोरोना से मौत पर जिले में कोहराम मच गया है। दो मौत शामली शहर और एक मौत झिंझाना निवासी भाजपा नेता की पत्नी की हुई है। महिला को उपचार के लिए मुजफ्फरनगर भर्ती कराया गया था। एक ही दिन में तीन मौत होने से स्वास्थ्य विभाग में भी पूरी तरह से हडकंप मचा हुआ है और कोई भी स्वास्थ्य अधिकारी जुबान खोलने को तैयार नही है।
बताया जाता है कि मौहल्ला गऊशाला रोड निवासी एक युवक पिछले कई दिनों से निजी चिकित्सालय में उपचार करा रहा था। रविवार की सुबह युवक को सांस मे दिक्कत आने के कारण परिजनों ने 108 एम्बुलेंस के माध्यम से राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया। जिसकी टूनेट मशीन से जांच की गई तो पॉजेटिव पाए जाने पर हडकंप मच गया। इससे पहले कि चिकित्सक युवक का उपचार कर पाते उसकी मौत हो गई। परिजनों ने ऑक्सीजन न लगाए जाने का आरोप लगाते हुए विरोध भी किया। सूचना पाकर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंचे गई और परिजनों को समझा बुझाकर शांत किया। बाद में शव को स्वास्थ्य कर्मियों ने अंतिम संस्कार करने के लिए अपने कब्जे में ले लिया। वही दूसरी ओर शहर के मौहल्ला नंदूप्रसाद निवासी 85 वर्षीय वृद्ध को सांस लेने में दिक्कत होने के चलते ही कैराना रोड स्थित एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सक ने वृद्ध का कोरोना टेस्ट कराने की बात कही तो परिजनों ने सरकारी अस्पताल में टूनेट मशीन से जांच कराई तो वृद्ध भी पॉजेटिव पाया गया और थोडी देर बाद उसकी भी मौत हो गई। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। वृद्ध के शव को भी स्वास्थ्य कर्मियों ने एहतियात के तौर पर अपने कब्जे में ले लिया। वही झिंझाना निवासी भाजपा नेता की पत्नी को फेफडो में संक्रमण के चलते तीन दिन पूर्व मुजफ्फरनगर स्थित एक हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजेटिव पाई गई थी। रविवार सुबह महिला की हालत बिगडने पर मौत हो गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने महिला के शव को कब्जे में लेकर अंतिम संस्कार कर दिया। जनपद में एक ही दिन में तीन मौत होने से स्वास्थ्य विभाग में हडकंप की स्थिति मची हुई है। कोई भी स्वास्थ्य कर्मी व अधिकारी जुबान खोलने को तैयार नही है।
जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकडा लगातार बढता जा रहा है। रविवार को साप्ताहिक बंदी में दी गई छूट के दौरान शहर में कनफैक्शरी, रेस्टोरेंट, टायर पेंचर की दुकान, सहित दूध, फल और सब्जियों की दुकानों को खोला गया, जहां लोगों के आवागमन से संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ था। इसके अलावा दिनभर सडकों पर वाहन दौडते रहे। इस दौरान कोतवाली पुलिस द्वारा शहर के मुख्य चौराहों पर चेकिंग अभियान भी चलाया गया था, जहां सडकों पर अकारण घूमने वाले युवकों के चलान भी काटे गए।
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