टीआर ब्यूरो
मुजफ्फरनगर। उत्तराखंड सरकार द्वारा उमेश कुमार सहित कई पत्रकारों के खिलाफ की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्रवाई के विरोध में आज जनपद के मीडियाकर्मियों ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया।
उत्तराखंड सरकार द्वारा एक निजी चैनल के मुख्य संपादक उमेश कुमार तथा अन्य वरिष्ठ पत्रकारों राजेश शर्मा एवं एसपी सेमवाल के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसके विरोध में आज मुजफ्फरनगर के पत्रकारों द्वारा जिला कचहरी में प्रदर्शन कर एडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में कहा गया कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। भारत में मीडिया ने लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा के लिए हमेशा महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पिछले कुछ सालों से उत्तराखंड सरकार लगातार पत्रकारों की आवाज को कुचलने का प्रयास कर रही है और पत्रकारों पर राजद्रोह जैसे धाराओं का सहारा लेकर मुकदमे दर्ज करा रही है जो कि लोकतंत्र के खिलाफ है। उत्तराखंड में संगीन धाराओं के तहत सरकार के इशारे पर कई पत्रकारों को जेल भेजा जा चुका है। ज्ञापन में मांग उठाई गई की पत्रकारों के खिलाफ दर्ज किए गए राजद्रोह के केस की अन्य राज्य की पुलिस अथवा सीबीआई से जांच कराई जाए। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार धर्मेंद्र कुमार, प्रवेश मलिक, मुजफ्फरनगर न्यूज एप के निदेशक अमरीश चौधरी, अभिषेक चौधरी मोंटी, अनुज त्यागी, जितेंद्र राठी, विवेक चौधरी, संदीप रंजन, जफर इकबाल, रोहित त्यागी, अंकित कुमार, लियाकत अली, विकास गोयल, निशांत राठी आदि मौजूद रहे।
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