मुज़फ्फरनगर । राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक चौधरी गुर्जर ने प्रदेश में लगातार बढ़ती हुई कोरोना महामारी के बीच राज्य के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के स्नातक व परा स्नातक छात्रों के स्वास्थ्य की चिन्ता न करते हुए अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के आयोजन को जरूरी बताने के यू जी सी के निर्णय को नितान्त अव्यवहारिक करार दिया है।
उन्होंने कहा कि यदि अन्तिम वर्ष के छात्रों की भी परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं तो बढ़ती हुई महामारी की दृष्टि से उनके स्वास्थ्य के लिए भी यह निर्णय खतरनाक सिद्ध हो सकता है। इस संबंध में देश के कई राज्यों ने परीक्षा कराने के यू जी सी के निर्णय को गलत बताते हुए परीक्षा कराने से मना कर दिया है !
अभिषेक चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार जहाँ एक ओर सप्ताह में दो दिन के लाक डाउन की निरन्तरता का निर्णय कर रही है तो वहीं दूसरी ओर यदि परीक्षाओं का आयोजन होता है तो इससे कोरोना जैसी बीमारी को फैलने में मदद मिलेगी । सरकार को यह भी देखना चाहिए कि छात्रगण अपने अपने घरों को जा चुके हैं और कई महीने से कोरोना की भयावह स्थिति से चिन्तित होने के फलस्वरूप शैक्षिक वातावरण से दूर हैं।आवागमन के साधन भी सुचारु रूप से उपलब्ध नहीं हैं।
रालोद प्रवक्ता ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से माँग करते हुए कहा कि भीषण महामारी को दृष्टिगत रखते हुए छात्र हित को ध्यान में रखकर निर्णय लें और विगत सेमेस्टरों के परीक्षाफल के आधार पर स्नातक व परा स्नातक के अंतिम वर्ष के छात्रों का परीक्षा फल जारी करने का निर्णय लेकर परीक्षाओं को निरस्त करने का आदेश जारी करें।
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