लखनऊ. विकास दुबे को बड़ा अपराधी मान लिया गया है और अब उस पर ₹500000 का इनाम घोषित कर दिया गया है..
वहीं अब तक भी विकास दुबे को ना ढूंढ पाने के चलते उत्तर प्रदेश पुलिस की अच्छी खासी किरकिरी हो रही है और उसके सर्विलांस विभाग पर भी सवाल उठ रहे हैं..
काफी वर्ष पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने ददुआ को ठोका था परंतु जैसे ही ददुआ को मारकर पुलिस बल वापस आ रहा था तो ठोकिया ने कई पुलिस जन को मार दिया था।
वहीं 2009 में जब घनश्याम केवट को पुलिस ने घेरा तो वह 3 दिन तक एक मकान में ही पुलिस के हाथों नहीं आया और इस दौरान उसने चार पुलिसकर्मी ढेर कर दिए।
बाद में जब उस मकान को आग लगाई गई तो वह वहां से भागा और बीच में उसे एसटीएफ ने ढेर किया।
कमाल की बात यह थी कि 3 दिन तक वह अकेला ही पुलिस का सामना करता रहा।अब विकास दुबे जब 150 घंटों के बाद भी पुलिस के हाथ नहीं आया तो उस पर इनाम 25000 से बढ़ाकर धीरे-धीरे 500000 कर दिया गया है।
इसके साथ ही योगी जी उस अचूक निशानेबाज पुलिस जो रात्रि के अंधेरे में अक्सर बदमाश की पिंडली में सटीक निशाना मारती है वह आम लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है
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