रविवार, 19 अप्रैल 2020

बचे हुए गन्ने की समीक्षा की-जून माह में भी पेराई किए जाने की संभावना

मुजफ्फरनगर । केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने आज जिलाधिकारी व जिला गन्ना अधिकारी के साथ जिले की चीनी मिलों के क्षेत्र में बचे हुए गन्ने की समीक्षा की। जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि जिले की चार चीनी मिलों टिकौला, भसाना, खाईखेड़ी व तितावी चीनी मिल के गन्ने का सर्वे लगाकर अनुमान लगा लिया गया है। इन मिलों के नए सर्वे के आधार पर पर्चियां तीन दिन में जारी होने लगेगी। खतौली, मंसूरपुर व मोरना शुगर मिल के क्षेत्र में अभी काफी गन्ना बचा हुआ है इनकी पर्चियां जारी होने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग सकता है।
केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान, प्रदेश के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिलदेव अग्रवाल ने जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. सीडीओ आलोक यादव व जिला गन्ना अधिकारी डा. आरडी द्विवेदी के साथ चीनी मिलों के क्षेत्र में बचे हुए गन्ने की समीक्षा की। केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने निर्देश दिए कि जब तक मिल क्षेत्र में गन्ना है पेराई बंद नही होनी चाहिए। समीक्षा के दौरान पता चला कि वर्तमान में उपलब्ध गन्ने के आधार पर खतौली व मंसूरपुर मिल का जून माह में भी चलना तय माना जा रहा है। जिले में करीब 1.90 करोड़ कुंटल गन्ना अभी बचा होने की बात डीसीओ ने बताई। इसमें सबसे अधिक गन्ना खतौली व मंसूरपुर चीनी मिल के क्षेत्र में बचा हुआ है। बचे हुए गन्ने के आधार पर इन दोनों मिलों के जून माह में भी पेराई किए जाने की संभावना है। पेराई सत्र में कई दिन खराब रहने के कारण मोरना मिल के पास भी काफी गन्ना बचा हुआ है। समीक्षा के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने बताया कि जिले की चार चीनी मिलों टिकौला, भसाना, खाईखेडी व तितावी मिल से तीन दिन में पर्चियां जारी होने लगेगी। उन्होंने कहा कि खतौली और मंसूरपुर मिल ने अपना गन्ना दूसरे मिलों को डायवर्ट करने की प्रार्थना भी की है। लेकिन पहले संबंधित चीनी मिल अपना गन्ना पेराई करेंगी। इसके बाद जरूरी हुआ तो चीनी एवं गन्ना आयुक्त ही गन्ने को डायवर्ट करने के बारे में निर्णय लेंगे। केंद्रीय मंत्री ने डीएम से कहा कि वह गन्ने का बकाया भुगतान कराने के लिए भी मिलों पर दबाव बनाएं।
अपने क्षेत्र का गन्ना पेरने के बाद ही टिकौला मिल को मिलें बाहर से गन्ना: वीरेंद्र सिंहमुजफ्फरनगर। भाजपा के वरिष्ठ नेता कुतुबपुर निवासी वीरेंद्र प्रमुख ने प्रदेश के गन्ना आयुक्त को क्षेत्र के किसानों के हस्ताक्षर वाला पत्र भेजकर मांग की है कि जब तक टिकौला चीनी मिल अपने क्षेत्र में खड़े गन्ने की पेराई न कर ले तब तक उसे दूसरे चीनी मिल का गन्ना आवंटित न किया जाएं। उन्होंने कहा कि यदि पहले ही दूसरे मिल का गन्ना टिकौला मिल को दिया गया तो टिकौला मिल क्षेत्र के किसानों को भारी परेशानी उठानी होगी। उधर केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने भी इस बात से सहमति जताई कि पहले चीनी मिल अपने क्षेत्र के गन्ने की पेराई पूरी करें। इसके बाद यदि जरूरत हो तो गन्ना आयुक्त उसे दूसरी चीनी मिल का गन्ना आवंटित करें।


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

मंगलवार विशेष :पंचाग एवँ राशिफल

 🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻  🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞  🌤️ *दिनांक - 04 मार्च 2025* 🌤️ *दिन - मंगलवार* 🌤️ *विक्रम संवत - 2081* 🌤️ *शक संवत -...