मंगलवार, 18 जनवरी 2022

नल के निशान पर चुनाव लड़ेंगे सौरभ स्वरूप


 मुजफ्फरनगर । समाजवादी पार्टी और रालोद गठबंधन के प्रत्याशी सौरभ स्वरूप रालोद के चुनाव निशान नल पर यह चुनाव लड़ेंगे। 

टिकट के ऐलान के बाद सौरभ स्वरूप सरकूलर रोड स्थित रालोद कार्यालय पर पहुंचे और उनको वहां पर सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर ने संयुक्त रूप से रालोद की ओर से सिंबल प्रदान किया। इस दौरान सौरभ स्वरूप बंटी ने कहा कि वह सपा और रालोद हाईकमान का आभार प्रकट करते हैं और विश्वास दिलाते हैं कि इस चुनाव में जनता का स्नेह हासिल कर वह अखिलेश और जयंत चैधरी को मजबूती प्रदान करते हुए जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि परिवार एकजुट है, कोई विवाद नहीं है। उनके पिता ने जिस विकासशील नीति को लेकर शहर में समाजसेवा और राजनीति की है, वह उसी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं। विरोध को लेकर उन्होंने कहा कि उनका कहीं कोई विरोध नहीं है, जो लोग सामने आये हैं, वह सक सोची समझी साजिश के तहत किया गया है। वह सभी रूठों को मनाने का भी प्रयास करेंगे और सभी के साथ मिलकर सभी के हितों के लिए काम करने का वादा लेकर चुनाव मैदान में उतरेंगे।

मुजफ्फरनगर से परवेज आलम होंगे आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी

 


मुजफ्फरनगर। समाजवादी पार्टी से गठबंधन के प्रयास में विफल होने के बाद अब चन्द्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने यूपी विधानसभा चुनाव में सीधे टक्कर लेने की तैयारी करते हुए अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है। इस बार भी पुरकाजी में पूर्व विधायक अनिल कुमार को चुनौती देने के लिए पूर्व मंत्री उमा किरण चुनाव मैदान में उतरी हैं। उनको चन्द्रशेखर ने अपने राजनीतिक दल आजाद समाज पार्टी काशीराम से उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ ही चन्द्रशेखर ने जनपद में छह में से पांच सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। दो सीटों पर मुस्लिमों को टिकट दिया गया है।

पूर्व मंत्री और सपा नेत्री उमा किरण भी इस बार नया सियासी चोला ओढ़ चुकी है। उन्होंने बसपा के बाद अब सपा को भी बाय बाय कहा और भीम आर्मी प्रमुख के रूप में चर्चाओं में आये चन्द्रशेखर आजाद उर्फ रावण के राजनीतिक संगठन आजाद समाज पार्टी को ज्वाइन कर लिया है। सपा रालोद गठबंधन में उमा किरण भी जनपद की पुरकाजी सुरक्षित सीट से सपा कोटे से प्रमुख दावेदार बनी हुई थीं, लेकिन उनको २०१७ की भांति इस बार भी निराशा ही हाथ लगी। उस चुनाव में सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करते हुए पुरकाजी से दीपक कुमार को टिकट दे दिया था, जबकि सपा प्रत्याशी के रूप में उमा किरण भी नामांकन दाखिल कर चुकी थी। हाईकामन के विरोध के बावजूद भी उमा किरण ने पुरकाजी से चुनाव लड़ा था।

इस बार भी टिकट कटने से हताश होकर उन्होंने सपा से किनारा कर लिया और आजाद समाज पार्टी में चली गई। आज चन्द्रशेखर ने शामली, मुजफ्फरनगर और मेरठ जनपदों की २० सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा की। इनमें मुजफ्फरनगर की छह में से पांच सीटों पर प्रत्याशी उतारे गये हैं। जनपद की बुढ़ाना सीट से सालिम चैधरी, चरथावल से तरूण कुमार, पुरकाजी से पूर्व मंत्री उमा किरण, मुजफ्फरनगर सदर सीट से सभासद परवेज आलम और खतौली से मनोज गुर्जर को प्रत्याशी बनाया गया है। जबकि मीरापुर सीट से अभी टिकट का ऐलान नहीं किया गया है। पुरकाजी सीट पर उमा किरण के मैदान में आने से यहां पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन सकते हैं और रोमांचक मुकाबला हो सकता है। अभी तक पुरकाजी में भाजपा से विधायक प्रमोद उटवाल, सपा रालोद गठबंधन में पूर्व विधायक अनिल कुमार मैदान में उतरे हैं। अब पूर्व मंत्री उमा किरण की इस क्षेत्र में मौजूदगी इस चुनावी जंग की सरगर्मी को और बढ़ाने वाली साबित हो सकती है।

जिले में मिले 332 नए कोरोना मामलें

 


मुजफ्फरनगर । जिले में कोरोना का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है आज कोरोना के 332आए हैं जबकि 304 डिस्चार्ज किए गए हैं इसके बाद टोटल एक्टिव केसों की संख्या 2528 हो गई है।

पुरकाजी विधानसभा सीट से उमाकिरण होगी आजाद समाज पार्टी की प्रत्याशी

 


मुजफ्फरनगर । समाजवादी पार्टी से मंत्री रही उमाकिरण को आजाद समाज पार्टी ने पुरकाजी विधानसभा सुरक्षित सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। 

मंत्री के बाद जिला पंचायत सदस्य एवं 2017 के चुनाव में हार के बाद पूर्व मंत्री उमाकिरण का इस बार घटना होने के बाद उन्होंने आजाद समाज पार्टी का दामन थाम लिया है।

ब्राह्मण समाज के इस व्यक्ति ने कपिलदेव अग्रवाल के लिए कहीं यह बड़ी बात

 


मुजफ्फरनगर । गठबंधन द्वारा ब्राह्मण समाज की उपेक्षा के चलते ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ नेता समाजसेवी एवं एसडी कॉलेज के प्रबंधक अखिलेश दत्त द्वारा समस्त ब्राह्मण समाज से भाजपा के प्रत्याशी कपिल देव अग्रवाल को पूर्ण समर्थन देने के साथ-साथ भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की है।

पूर्व विधायक अनिल कुमार ने दाखिल किया नामांकन




 मुजफ्फरनगर। पुरकाजी विधानसभा सुरक्षित सीट से समाजवादी पार्टी एवं राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी पूर्व विधायक अनिल कुमार ने नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, राष्ट्रीय लोकदल के जिला अध्यक्ष प्रभात तोमर एवं रालोद महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष नीलम शर्मा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

दधेडू जाकर प्रमोद ऊंटवाल ने परिवार को दी सांत्वना

 


मुजफ्फरनगर । पुरकाजी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम दधेडू में देर रात्रि हुई हृदय विदारक घटना के बाद परिवार को भाजपा प्रत्याशी प्रमोद ऊंटवाल सांत्वना देने के लिए पहुंचे। 

बताया जा रहा है कि उक्त घटना भाजपा के बूथ अध्यक्ष रामलाल प्रजापति के भाई सुरेंद्र प्रजापति के यहां घटित हुई है जिसमें उनके 15 वर्षीय एवं 13 वर्षीय पुत्र एवं पुत्री की ठंड से निजात पाने के लिए चलाई गई अंगीठी के धुए से दम घुट कर मौत हो गई थी, साथ ही विधायक प्रमोद ऊंटवाल ने अधिकारियों से वार्ता कर हर संभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।

मीरापुर विधानसभा में मौलाना जमील अहमद कासमी होंगे कांग्रेस से प्रत्याशी

 


मुजफ्फरनगर । मीरापुर विधानसभा सीट से बसपा विधायक मौलाना जमील अहमद कासमी को कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी बनाया गया है। 

बताया जा रहा है कि आलाकमान द्वारा मौलाना जमील अहमद काजमी को फोन कर करके राहुल गांधी द्वारा दिल्ली बुलाया गया है।

क्या चाचा चित्तौ की विरासत को बचा पाएंगे सौरभ स्वरूप



अभिषेक अहलूवालिया 

मैनेजिंग डायरेक्टर 

मुजफ्फरनगर । जिले की सदर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी एवं रालोद गठबंधन से प्रत्याशी बनाए गए स्वर्गीय चितरंजन स्वरूप के बेटे सौरभ स्वरूप उर्फ बंटी को उम्मीदवार बनाकर एक बार फिर सपा ने चचा चितो की राजनीतिक विरासत पर दांव लगाया है। लेकिन घर की कलह के बीच यह दांव कितना कारगर होगा यह देखना बाकी है। 

गौरव की जगह सौरभ स्वरूप को प्रत्याशी तो बना दिया गया है लेकिन स्व चितरंजन स्वरूप का पुत्र होने के अलावा उनकी कोई अपनी राजनीतिक पहचान या सामाजिक दायरा नहीं है। ना ही जनता के बीच पकड़ है। गत दिवस विभिन्न स्थानों पर उनके पुतले भी फूंके गए हैं। बात करें स्वर्गीय मंत्री चितरंजन स्वरूप की सामाजिक पकड़ के साथ साथ व्यवहारिक कुशलता के माहिर स्वर्गीय चितरंजन स्वरूप ने मुजफ्फरनगर की जनता का दिल जीता। उनकी मृत्यु के बाद उनके बड़े बेटे गौरव स्वरूप द्वारा उनकी विरासत को सामाजिकता एवं कुशल व्यवस्था के चलते आगे बढ़ाया गया। परंतु इसके विपरीत सौरव स्वरूप उर्फ बंटी आज तक किसी भी सामाजिक कार्य एवं समाज उत्थान के लिए आगे नहीं आए है। क्षेत्र में उनकी पहचान केवल स्वर्गीय मंत्री चितरंजन स्वरूप के बेटे के नाम मात्र की है। समाजवादी पार्टी एवं रालोद गठबंधन को शहर विधानसभा सीट से नया प्रयोग कितना कारगर साबित होगा यह नहीं कहा जा सकता। जनपद के सभी विधानसभाओं के प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद सदर विधानसभा सीट की सूची में लगातार पेंच फंसते नजर आ रहे थे। कल समाजवादी पार्टी एवं रालोद गठबंधन ने अंतिम मोहर लगाकर स्वर्गीय मंत्री चितरंजन स्वरूप के छोटे बेटे सौरभ स्वरूप उर्फ बंटी को मुजफ्फरनगर की सदर विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया। प्रत्याशी की घोषणा होते ही सौरव स्वरूप के विरोध में लगातार पुतलों का दहन किया गया। जब गौरव की जगह सौरभ स्वरूप उर्फ बंटी को प्रत्याशी घोषित किया गया तो यह आश्चर्यजनक था। ऐसे में सौरभ स्वरूप उर्फ बंटी अपने पिता की चली आ रही व्यवहार कुशलता एवं सामाजिकता की विरासत को बचा पाएंगे इसमें संदेह है।

मुजफ्फरनगर में ठंड से बचने के लिए जलाई अंगठी ने ली भाई बहन की जान


 मुजफ्फरनगर । जलते कोयले की अंगीठी से निकले जहरीले धुएं ने घर के दो चिराग बुझे दिय। रात के समय ठंडसे बचने के लिए चारपाई के नीचे जलते कोयले की अंगीठी रखकर सोए दोनों सगे भाई-बहन सुबह मृत पाए गए। एक साथ घर के दो चिराग बुझने से गांव में भी कोहराम मच गया। 15 साल की बहन और 13 के भाई के शव देखकर गांव कराह उठा। मां-बाप के करुण कृंदन सुन क्षेत्र के लोग भी सिंहर उठे। सोमवार देर रात घटी इस ह्रदय विदारक के बारे में मंगलवार को लोगों को जानकारी मिली।

मुज़फ्फरनगर जनपद के थाना चरथावल क्षेत्र के गांव दधेडू कलां में ठंड से निजात पाने के लिए कमरे में जलाई गई कोयले की अंगीठी काल बनकर भाई-बहन पर टूट पड़ी।गांव निवासी राजेंद्र प्रजापति के दो बच्चे 15 साल की लड़की नेहा और 13 साल का लड़का अंश सोमवार रात अच्छे -भले खाना खाकर अपने कमरे में सोए थे। कड़कड़ाती ठंड से निजात पाने के लिए दोनों बच्चों ने अपने कमरे में कोयले की अंगीठी जला ली और उसे अपनी चारपाई के नीचे रखकर सो गए। कमरे में खिड़की और दरवाजे बंद होने के कारण अंगीठी से निकला जहरीला धुआं चारों और फैल गया। धुएं से दोनों भाई-बहन की रजाई में सोते-सोते ही दम घुटने से मौत हो गई। मंगलवार सुबह जब दोनों बच्चे देर तक नहीं उठे तो परिजनों ने उनके कमरे में पहुंच कर देखा। दोनों बच्चों के शव लिहाफ में दबे मिले। दो बच्चों की एक साथ मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी। बताया जा रहा है कि राजेंद्र प्रजापति के केवल दो ही संतान थी और दोनों एक साथ जहरीले धुएं के चलते काल का ग्रास बन गई।

गांव वाले स्तब्ध, परिवार में मचा कोहराम

हृदयविदारक घटना से पूरा गांव स्तब्ध है। राजेन्द्र प्रजापति के परिवार में कोाहराम मचा है। राजेन्द्र और उसकी पत्नी का विलाप देखकर लोगों के आंसु नहीं रुक रहे। एक साथ के दो बच्चों की मौत की खबर जिसने भी सुनी उसके भी आंसु नहीं रुक पाए।



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