बुधवार, 27 अक्टूबर 2021

मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना विधानसभा : भाजपा के उमेश मलिक और सपा रालोद गठबंधन दोनों के नाक का सवाल

 


मुजफ्फरनगर । आज हम बात करेंगे जिले की बुढ़ाना विधानसभा के बारे में जिस पर भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान विधायक उमेश मलिक सहित भाजपा के कई अन्य नेता भी दावेदारी कर रहे हैं। परंतु जनता के बीच रहकर दिन-रात जनता की सेवा करने वाले ग्रामीण अंचल से जुड़े उमेश मलिक अपना एक अलग ही वर्चस्व रखते हैं, परंतु वही दूसरी और बात करें सपा रालोद गठबंधन की तो इस बार बुढाना विधानसभा की सीट रालोद के खाते खाते में डालते हुए गठबंधन से बसपा सरकार में मंत्री रहे योगराज सिंह एवं पूर्व विधायक राजपाल बालियान के नामों पर चर्चा चल रही है, जिसको लेकर दोनों पार्टियां अपने अपने कार्यकर्ताओं को रणनीति बनाने के लिए पहले से ही बोल चुकी है। बुढ़ाना में चुनावी समीकरण की बात करें तो 2013 के दंगे के बाद से बुढ़ाना विधानसभा सीट भाजपा एवं सपा रालोद गठबंधन के लिए पहले से ही कांटे की टक्कर वाली रही है। जिसमें 2017 में भाजपा के विधायक उमेश मलिक द्वारा वर्तमान में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी को काफी भारी मतों के अंतर से परास्त किया गया था, परंतु अब समाजवादी पार्टी रालोद गठबंधन के साथ अपने प्रत्याशी को जीत का जीत का प्रत्याशी मानते हुए लगभग पूर्व मंत्री योगराज सिंह पर दांव खेलने के लिए पूर्ण सहमति बना चुकी है। वही भारतीय जनता पार्टी बुढ़ाना विधानसभा सीट पर बिना किसी बदलाव के अपने वर्तमान विधायक उमेश मलिक पर ही दावं खेलने की सहमति बना चुकी है। इसको देखते हुए उमेश मलिक द्वारा लगातार क्षेत्र में घूम कर लोगों की हर समस्याओं का समाधान किया जा रहा है, हालांकि कुछ दिन पूर्व किसान आंदोलन की राजधानी कहे जाने वाले सिसौली में उमेश मलिक का विरोध किया गया था, परंतु इस विरोध के बाद से उमेश मलिक की स्थिति बुढ़ाना विधानसभा में पहले से भी अधिक मजबूत हो गई है। जब हमारे संवाददाता द्वारा क्षेत्र में घूमकर क्षेत्र की जनता से उसके वर्तमान विधायक के बारे में जानकारी ली गई, तो जनता द्वारा बताया गया है कि हम अपने विधायक के कार्यों से संतुष्ट हैं। 

मुजफ्फरनगर के इस बसपा नेता किस मामले में बी वारंट पर पुलिस द्वारा ले जाया गया मेरठ

 


मुजफ्फरनगर । बहुजन समाज पार्टी के के नेता शंकर सिंह भोला को सकोती में हुए हत्याकांड के मामले में दीवार द्वारा मुजफ्फरनगर पुलिस मेरठ कोर्ट लेकर गई 1 वर्ष पूर्व सकोती में जिम ट्रेनर की हत्या में पंजाब के पटियाला का बदमाश पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसमें उसके द्वारा हत्या में शामिल होना स्वीकार किया गया। पटियाला पुलिस द्वारा मामले की जानकारी दौराला पुलिस को देने पर दौराला पुलिस द्वारा बदमाश की रिमांड ली गई। करीब 1 वर्ष पूर्व सकोती निवासी जिम ट्रेनर परविंदर की बदमाशों ने गोलियां बरसा कर हत्या कर दी थी। हत्या का कारण नगर निगम में ठेकेदारी के पैसों को लेकर हुए विवाद में बसपा नेता एवं पूर्व में जिला पंचायत का चुनाव लड़ चुके शंकर सिंह भोला का नाम प्रकाश में आया था। दौराला पुलिस द्वारा कई बार भोला को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर पर दबिश दी गई थी। परंतु 8 साल पुराने एक मामले में जमानत तुड़वा कर अक्टूबर 2021 को जेल में चला गया। दौराला पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो दौराला पुलिस ने सीजेएम कोर्ट से तलब करा लिया मुजफ्फरनगर पुलिस शंकर सिंह भोला को सरकारी वाहन से तारीख भुगतने के लिए मेरठ रवाना हो गई। जिला कारागार गेट पर बसपा नेता से मिलने के लिए प्रातः 7:00 बजे ही करीबी रिश्तेदारों का जमघट लग गया। पुलिस लाइन गारत के साथ सरकारी वाहन में भारी पुलिस के बंदोबस्त के साथ बसपा नेता को मेरठ ले जाया गया, जहां उसकी सुरक्षा के लिए उसके साथी भी कई वाहनों में सवार होकर मेरठ के लिए रवाना हो गए। बसपा नेता की स्कॉर्पियो गाड़ी भी दौराला पुलिस ने अपने कब्जे में ले रखी है, हत्या में शामिल बसपा नेता के कई साथी भी पुलिस की हिरासत में है। 8 वर्ष पूर्व हुए बिलासपुर के मामले की जमानत तुड़वाकर शंकर सिंह भोला वापस जेल चला गया था।

एनसीआर के नाम पर फैक्ट्री, कारखाने, उद्यमियों एवं ट्रान्सपोर्टरों का सरकार कर रही उत्पीडन

 


मुजफ्फरनगर। जनाधिकार संघर्ष समिति के अध्यक्ष ब्रहमसिह प्रजापति ने बताया कि भाजपा के शासनकाल मे जहंा यह कहा जा रहा है कि डबल इंजन की सरकार देश व प्रदेश मे चल रही है। वहीं पर संसद द्वारा पारित कानून को उत्तर प्रदेश मे लागू ना करके इस नीति की बखिया उधेडी जा रही है। 

  नगर के बालाजी चैक स्थित एक रेस्टोरेन्ट मे पत्रकारों से बातचीत करते हुए ब्रहमसिह प्रजापति ने कहा कि देश-प्रदेश मे एन.सी.आर लागू करके और प्रदूषण के नाम पर लाखो बेरोजगार परिवारो को आर्थिक व मानसिक रूप से बर्बाद कर दिया गया है। इसके साथ ही फैक्ट्री कारखाने उद्यमियों एवं ट्रान्सपोर्टरों का उत्पीडन हो रहा है। अतः जनहित,राजस्वहित में लागू प्रतिबन्धो को तत्काल समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होने उदाहरण देते हुए बताया कि एनसीआर कानून के चक्कर मे मवाना मे 68 मे से 4,पुरकाजी मे 42 मे से 6 और घटायन मे कोई भी गाडी रूट पर नही चल रही है। जिसके कारण यात्री बेहद परेशान हैं। उन्होने निजी वाहनो को 20 साल और व्यवसायिक वाहनो को 15 साल की सीमा मे रखने की मंाग की। पत्रकार वार्ता मे राष्ट्रीय स्तर के खिलाडी और टैम्पू यूनियन के अध्यक्ष चै.कुशलपाल ने सरकार से मांग की, देखा जाए तो प्रदूषण को केवल गाडी के इंजन ही बढाते हैं। सरकार वाहन निर्माताओं को निर्देश दे कि 10 वर्ष के बाद निर्माता पुराने वाहन का इंजन खरीदकर आवश्यक शुल्क लेकर नया इंजन बदल दे। इससे समस्या काफी हल हो जाएगी। उन्होने कहा कि सरकारी रोडवेज वाहनो मे आज भी बरसो पुरानी गाडियंा चलाकर कानून को आइना दिखाया जा रहा है। नकली डीजल पैट्रोल से इंजन जाम हो रहे हैं। इस तरफ सरकार का कोई ध्यान नही है। उन्होने केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान से भी मांग की कि जनपद को शीघ्र से शीघ्र एनसीआर से बाहर करायें। पत्रकार वार्ता मे मेलाराम,बाबूराम,सुनील कुमार,मुकेश कुमार, विनय पाल,राजबीरसिह सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

2013 दंगे के ज़ख्मों ओवैसी ने फिर से हरा किया

 





मुजफ्फरनगर। ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी एडवोकेट ने आज यहां पर आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में मुजफ्फरनगर की जनता को दंगा झेलना पड़ा। यह दंगा देश की आजादी के बाद हुए विभाजन से भी ज्यादा भयावह था। विभाजन के बाद पहली बार लोगों को अपना घर, गांव और मस्जिदों को छोड़कर शरणार्थी बनने के लिए विवश होना पड़ा। सपा ने दंगे के बाद पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया और मुस्लिम विधायकों की जुबां पर ताला लगाकर उनकी ताकत को कमजोर करने का काम किया गया।

बुधवार को शहर के निकटवर्ती गांव बझेडी के पास आयोजित मजलिस के शोषित वंचित समाज सम्मेलन की जनसभा में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पार्टी के मुखिया असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि २०१३ में मुजफ्फरनगर में दंगा हुआ। इसमें विभाजन के बाद बड़े पैमाने पर लोगों को अपने घर से बेघर होना पड़ा। ५० हजार गरीब अपना गांव, खेत और जमीन के साथ ही मस्जिदों को छोड़कर अपने ही जिले में शराणार्थी बन गये। यह सपा का फेलियर था। सपा सरकार ने दंगा पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए कुछ नहीं किया। उस दौरान यूपी की विधानसभा में करीब ७० मुस्लिम विधायक थे। जिन पार्टियों के यह मुस्लिम विधायक थे, उनके आकाओं ने मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ितों की पीड़ा पर बोलने के लिए अपने विधायकों के मुंह सिल दिये और जुबां पर ताला लगा दिया गया। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब यूपी विधानसभा में ७० मुस्लिम विधायक थे और समाजवादी पार्टी सत्ता में थी तो फिर इतना बड़ा दंगा कैसे हो गया? उन्होंने कहा कि सपा और ७० मुसलमान विधायक आपको इंसाफ नहीं दिला पाये, इसको समझना होगा। इन विधायकों की पार्टियों ने उनको कमजोर बनाया और आपकी ताकत को खत्म किया गया। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में यहां से आप अपने वोट के सहारे लोकतांत्रिक ताकत का प्रदर्शन करते हुए मजलिस का विधायक चुनते हो तो हम उसको पूरी छूट देंगे कि वह हर नाइंसाफी पर आवाज बुलन्द करें। 

हम मुस्लिमों के साथ ही हिन्दु भाईयों, दलितों और पिछड़ों पर होने वाले हर जुल्म के खिलाफ आवाज उठायेंगे। मजलिस कभी भी किसी भी नाइंसाफी को पसन्द नहीं करती है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक बंदिशों के बीच रहते हुए हमें अपनी ताकत हासिल करनी होगी। अपने ऐसे रहनुमा चुनने होंगे जो आपकी आवाज को ताकत देने का काम करें। उन्होंने अपने सम्बोधन में टी-२० वर्ल्ड के मैच में भारत की पाकिस्तान के हाथों हार का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें भी हिन्दु मुस्लिम का मसाला तलाश किया जा रहा है। आज भारत की हार का जिम्मेदार गेंदबाज मौहम्मद शमी को बताया जा रहा है। उन्होंने इसकी निंदा की।

इससे पूर्व जिला आगमन पर असदुद्दीन औवेसी का कार्यकर्ताओं द्वारा जोशीलंे अंदाज में स्वागत किया गया। काफिले के साथ उनको जनसभा स्थल पर लाया गया। यहां पर भारी भीड़ औवेसी को सुनने के लिए जुटी थी। इसके साथ ही यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी फोर्स को तैनात किया गया था। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने भी फोर्स के साथ जनसभा स्थल का दौरा किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मजलिस के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली, पश्चिम प्रभारी डा. महताब चैहान, सह सचिव मौलाना इमरान कासमी, प्रवक्ता मुफ्ती कामिल, जिलाध्यक्ष इंतजार अंसारी, आबिद शकील, मास्टर खालिद, शाहरूल त्यागी एडवोकेट, सलीम अली, सरफराज अहमद, मौ. आरिफ प्रधान, शकील अहमद, मईनुदीन चांद, शमीम कुरैशी उपस्थित रहे।

घटतौली की शिकायतों पर पेट्रोल पंप पर छापा


मुजफ्फरनगर। घटतौली की शिकायतों पर पूर्ति निरीक्षक सदर द्वारा विकासखंड सदर के मॉडर्न सर्विस स्टेशन पेट्रोल पंप का औचक निरीक्षण किया गया।

जिलाधिकारी  चंद्र भूषण सिंह के निर्देशानुसार आज ए के राणा पूर्ति निरीक्षक नगर क्षेत्र मुजफ्फरनगर के द्वारा विकासखंड सदर में मॉडर्न सर्विस स्टेशन पेट्रोल पंप का औचक निरीक्षण किया गया। तथा ए0 के0 राणा पूर्ति निरीक्षक नगर क्षेत्र मुजफ्फरनगर के द्वारा श्री हरीश प्रजापति वरिष्ठ निरीक्षक विधिक माप विज्ञान के साथ मॉडर्न सर्विस स्टेशन पेट्रोल पंप पर जाकर कमतौल की शिकायत की जांच की गई जिसके अंतर्गत मॉडर्न सर्विस स्टेशन पेट्रोल पंप की मशीनों की भी जांच की गई एवं मॉडर्न सर्विस स्टेशन पेट्रोल पंप डीलर को निर्देशित किया गया। 

महिला सिपाही के साथ छेड़छाड़ पर दरोगा निलंबित, मुकदमा दर्ज


आगरा। महिला सिपाही से छेड़छाड़ करने वाले दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद एसएसपी ने उसे निलंबित कर दिया है। 

आगरा के एत्मादपुर में महिला सिपाही के घर में घुसकर छेड़छाड़ करने पर कोतवाली थाने में तैनात दरोगा की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस मामले में महिला सिपाही ने थाना एत्मादपुर में दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, एसएसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया है। एत्मादपुर थाने में तैनात महिला सिपाही हर्षना ने कोतवाली थाने में तैनात दरोगा पुनीत कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे के अनुसार, पूर्व में एत्मादपुर थाने में तैनात रहे दरोगा पुनीत कुमार पिछले एक साल से महिला सिपाही को दोस्ती करने के लिए परेशान कर रहा था। महिला सिपाही ने अपने और दरोगा के घरवालों को इसकी जानकारी भी दी थी। इसके बाद भी वह महिला सिपाही को परेशान कर रहा था। दो माह पहले कांस्टेबल ने दरोगा के नंबर को फोन पर ब्लॉक कर दिया था। आरोप है कि 24 अक्टूबर को रात करीब पौने नौ बजे दरोगा महिला के एत्मादपुर स्थित निवास में पीछे से घुस रहा था। इसका महिला कांस्टेबल की छोटी बहन अर्चना ने विरोध किया था। इस पर दरोगा ने उसके साथ मारपीट और गालीगलौज करते हुए कमरे में घुस आया। कमरे में आकर उसने महिला कांस्टेबल से छेड़खानी की। विरोध करने पर मारपीट की। कांस्टेबल की तहरीर पर दरोगा के खिलाफ एत्मादपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

दरोगा की पिटाई की वीडियो वायरल होने और महिला कांस्टेबल द्वारा मुकदमा दर्ज होने के बाद एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने दरोगा को निलंबित कर दिया है। दरोगा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। निलंबन काल में दरोगा को पुलिस लाइन से संबद्ध किया गया है।

24 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में महिला कांस्टेबल की छोटी बहन दरोगा को कॉलर पकड़कर मार लगाते हुए खींचते हुए ले जा रही है। युवती को दरोगा को एत्मादपुर थाने ले गई। यह वीडियो पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना रहा। अब इस मामले में एसएसपी ने दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की है।

मुजफ्फरनगर के भाजपा के इस नेता ने थामा रालोद का दामन

 


मुज़फ्फरनगर। भाजपा नेता नेता डॉ. सुमित पाल ने भाजपा छोड़ कर रालोद की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने दावा किया कि उनके साथ बुढ़ाना विधानसभा के 10 गांव के पाल समाज के युवाओं का समर्थन है और अगले चुनावों में वह भी रालोद के समर्थन में रहेंगे।

सरकुलर रोड स्थित राष्ट्रीय लोक दल कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर व पूर्व मंत्री योगराज सिंह द्वारा पाल समाज के डॉ. सुमित पाल और उनके समर्थकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई। रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर ने कहा भाजपा छोड़कर पार्टी में आने वाले लोगों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन पारस चौधरी ने किया। मुख्य रुप से पूर्व मंत्री योगराज सिंह, वैभव चौधरी, सूरज बालियान, पराग चौधरी, शक्ति मलिक, राहुल पाल, अंकित पाल, अनुज पाल, गौरव पाल, आदित्य पाल, राम कुमार पाल, करण पाल, अविनाश पाल, रोहित पाल, प्रिंस, सोनी पाल, अक्षय, सनी कश्यप, बॉबी पाल, सोनू पाल, दीपांशु पाल, राजन पाल, कपिल पाल, रोहतास पाल, संजू पाल, राहुल पाल, नितिन पाल व संजीव पाल आदि उपस्थित रहे।

हाथ जोड़कर थाने पहुंचे गोकश, की तौबा


मुजफ्फरनगर । पुलिस का खौफ अपराधियों पर भारी पड़ रहा है। आज फिर हाथ जोड़कर  मंसूरपुर थाने पहुंचे दर्जनों गोकशों ने गोकशी से किया तौबा कर ली। 

 योगी सरकार में अपराधियों पर लगातार कस रहे शिकंजे के चलते अपराधी अब अपराध से तौबा करने लगे हैं। बुद्धवार को कुछ ऐसा ही नजारा मंसूरपुर थाना परिसर में देखने को मिला।बुद्धवार को लगभग दर्जन गोकश हाथ जोड़कर थाने पहुंचे और माफी मांगते हुए कोतवाली प्रभारी मुकेश कुमार गौतम के समक्ष भविष्य में  गोकशी न करने की कसम खाई। उन्होंने कोतवाली प्रभारी से यह भी वायदा किया कि गांव में उनके अलावा भी अगर कोई गोकशी करते पाया गया तो वह उसकी सूचना भी पुलिस को देंगे तथा उसकी गिरफ्तारी में मदद करेंगे।कोतवाली प्रभारी मुकेश कुमार गौतम ने सख्त चेतावनी दी कि गोकशी की शिकायत पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा ।

कांग्रेस पार्टी से इस्तीफों का सिलसिला जारी


मुजफ्फरनगर। पूर्व सांसद व कद्दावर नेता हरेंद्र मलिक के कांग्रेस छोडने के बाद उनके समर्थकों के इस्तीफों का सिलसिला जारी है। 

सलीम मलिक पूर्व प्रदेश सचिव उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रभारी गौतमबुद्ध नगर व बिजनौर ने पूर्व सांसद किसान नेता हरेंद्र मलिक के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

याकूब प्रधान जिलाध्यक्ष किसान कांग्रेस मुजफ्फरनगर ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

दलित किसान की हत्या के विरोध में सिंधु बोर्डर रवाना हुए हिंद किसान मजदूर समिति के कार्यकर्ता

 



मुजफ्फरनगर। सिंधु बॉर्डर पर हुई किसान की हत्या को लेकर किसान मजदूर समिति द्वारा विरोध प्रदर्शन के लिए मुजफ्फरनगर से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सिंधु बॉर्डर के लिए रवाना हुए। 

मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रमोहन के नेतृत्व में हजारों की संख्या उनके समर्थक आज मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में एकत्रित होकर सिंधु बॉर्डर के लिए बुढाना से बागपत होते हुए रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने उन्होंने सिंधु बॉर्डर पर मारे गए किसान एवं मजदूर को श्रद्धांजलि देते हुए केंद्र एवं पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की सरकार से मुआवजा देने की मांग के साथ साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।

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