बुधवार, 29 सितंबर 2021

किसान आंदोलन राकेश टिकैत नहीं बिचौलिये चला रहे हैं


 मुजफ्फरनगर । कृषि सुधार के कानूनों से किसानों को होने वाले लाभ के विषय में एक तथ्यात्मक विश्लेष्ण करते हुए पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बालियान ने कहा कि मौजूदा किसान आंदोलन उन बिचौलियों की लॉबी चला रही है जो किसान को सीधे लाभ होते नहीं देखना चाहती। 

उन्होंने कृषि सुधार के कानूनों से किसानों को होने वाले लाभ के विषय में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र तोमर, केन्द्रीय पशुपालन मंत्री डॉ संजीव बालियान, भारत कृषक समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ कृष्णवीर चौधरी, कानून को समझने वाले किसानों के साथ वार्ता व् कृषि विशेषज्ञों की राय पर एक विश्लेष्ण किया। 


सवाल- केंद्र सरकार को कृषि सुधार के कानूनों की आवश्यकता क्यों पड़ी। 


उत्तर- देश में 90 के दशक में आर्थिक उदारीकरण (Economic liberalization) के बावजूद कृषि और संबन्धित अन्य क्षेत्रों में विकास की गति उस रफ्तार से नहीं बढ़ी, जिस रफ्तार से बढ़नी चाहिए थी और इससे कृषि क्षेत्र में असमानता देखने को मिली। बेहतर ढ़ाचागत बाजार (Infrastructure market) और खाद्य भंडारण (Food storage) की कमी से देश जूझ रहा था।

   वर्ष 2000 से लेकर कानून आने से पहले कृषि विशेषज्ञों की अनेकों समितियों ने इन सुधारों की सिफारिस की थी, इसलिए कृषि सुधार के कानूनों की आवश्यकता पड़ी।  


सवाल- कृषि सुधार के पहले "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” से किसानों का क्या सुविधा मिलेगी। 


उत्तर- "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” के अंतर्गत किसान राज्य कृषि उपज विपणन कानून के तहत मंडी परिसर के बाहर बिना कोई बाजार शुल्क या करों (Taxes) के अपनी उपज बेचने के लिए स्वतंत्र है। 

     कृषि सुधार बिल से पहले मंडियों में व्यापारियों और बिचैलियों (Middlemen) की मोनोपोली थी, मगर इन कानूनों के आने से किसान जिसे वे चाहे और जहां वे चाहते हैं, वहाँ अपनी उपज (Produce) बेचने की आजादी यह बिल देते है अर्थात अब किसान के पास उपज बेचने के लिए कई विकल्प (Option) खुले हैं, इससे किसानों को इससे उन्हें बेहतर कीमत मिलेगी। 


सवाल- कृषि सुधार के पहले "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” से किसानों का क्या लाभ होगा।


उत्तर- कृषि सुधार बिल से पहले उपज को एक बार मंडी में लाने पर किसान को जो भी कीमत मिलती है उसे ही स्वीकार करना पड़ता है, लेकिन अब किसान अपने खेत पर भी कीमत के लिए मोलभाव कर सकते हैं, इससे उन्हें बेहतर कीमत मिलेगी। 

    

   

कृषि सुधार बिल से पहले मंडी शुल्क, किसानों और उपभोक्ताओं द्वारा वहन किया जाने वाला कमीशन और अन्य शुल्क का भुगतान करना होता था, लेकिन अब कोई फीस नहीं, कोई कमीशन नहीं देना होगा, जिसका लाभ किसानों को मिलेगा।

   

    कृषि सुधार बिल से पहले कीमत में भिन्नता, असंगठित बाजार (Unorganized market), बिचैलियों की लंबी कतार हुआ करती थी, मगर अब कोई बीच में बिचैलियों के नही होने से उपभोक्ता के भुगतान में उत्पादक का बड़ा हिस्सा मिलेगा। किसान प्रत्यक्ष रूप से विपणन से जुड़ेगा। 


सवाल- क्या "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य् (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” कृषि उपज मंडी समिति/मंडियों के अधिकरों को कम करता है।


 उत्तर- "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” कृषि उपज मंडी समिति/मंडियों के अधिकरों को कम नहीं करता है बल्कि यह मंडियों के बाहर अतिरिक्त व्यापार की अनुमति देता है। 


सवाल- कृषि सुधार कानून “मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता कानून, 2020” से ग्रामीण युवा कृषको का क्या लाभ होगा।


उत्तर- कृषि सुधार बिल से पहले कृषक युवाओं के लिए कृषि उत्पादों या वस्तुओं (Agricultural products or commodities) का व्यापार करने का कोई अवसर नहीं था, लेकिन अब ग्रामीण युवा कृषको को किसान उत्पादक संगठन (Farmer Producer Organization) के माध्यम से भी व्यापार श्रृंखला (Business chain) चलाने का अवसर मिलेगा।

    कृषि सुधार कानून से पहले किसान अपनी कृषि उपज बिचैलियों को दरकिनार कर सीधे उपभोक्ताओं को नहीं बेच सकते थे, मगर अब बिचैलियों को छोड़कर अधिक मूल्य लेकर किसी को भी किसान अपनी कृषि उपज सीधे बेच सकते हैं।


सवाल- “मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता कानून, 2020” से छोटे भूमि धारकों का क्या लाभ होगा।


उत्तर- कृषि सुधार बिल से पहले छोटे भूमि धारकों (Small land holders) के पास आदानों और निर्यात बाजारों (Inputs and Export Markets) में सौदेबाजी की क्षमता (Bargaining power) नहीं होती, अब किसान उत्पादक संगठन (Farmer Producer Organization), छोटे किसानों को बेहतर सौदेबाजी (Bargaining) के लिए संगठित करने में मदद यह बिल करता है।

   देश में वर्तमान में बिचैलियों की लंबी श्रृंखला, फ़ूड चैन बाजार असंगठित होने और उपज की क्वालिटी पर ध्यान न देने के कारण कृषि उपज का निर्यात (Export) बहुत कम है। ये कानूनों किसानों की उपज की वैश्विक बाजारों में आपूर्ति के लिए जरूरी आपूर्ति चैन बनाने में मदद करेंगे, इससे किसानों को अधिक लाभ होगा।

    ये अधिनियम स्थानीय उपजिलाधिकारी (Deputy Collector) के स्तर पर कम खर्च में समयबद्ध तरीके से विवाद के समाधान को बढ़ावा देता है। विवाद के निर्णय से संतुष्ट न होने पर अपर कोर्ट होते हुए हाई कोर्ट व् सुप्रीमकोर्ट जा सकते है। 


सवाल- “मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता कानून, 2020” से किसानों को क्या लाभ होगा।


 

उत्तर- “मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता कानून, 2020” किसानों को थोक विक्रेताओं, बड़े खुदरा कारोबारियों, प्रसंस्करण उद्योग, निर्यातकों आदि के साथ जुड़ने में सक्षम बनाता है। 

    यह कानून किसान और बड़े खुदरा कारोबारियों, थोक विक्रेताओं, प्रसंस्करण उद्योग, निर्यातकों व् किसानों के बीच आपसी सहमती के आधार पर व् सर्वोत्तम मूल्य पर पहले से तय कीमतों पर कृषि उपज बेचने के समझौते करने की सुविधा प्रदान करता है। 


सवाल- “आवश्यकक वस्तुध (संशोधन) कानून 2020” के जरिए अनाज, दलहन, तिलहन, खाद्य तेलों, प्यापज और आलू जैसी वस्तुतओं को आवश्यक वस्तुओं की सूची से बाहर करने से किसानों को क्या लाभ होगा। 


उत्तर- “आवश्यकक वस्तु (संशोधन) कानून 2020” के जरिए अनाज, दलहन, तिलहन, खाद्य तेलों, प्यारज और आलू जैसी वस्तुवओं को आवश्युक वस्तुधओं की सूची से बाहर कर कर दिया गया है। अब किसान या बड़े खुदरा कारोबारियों, थोक विक्रेताओं, प्रसंस्करण उद्योग, निर्यातकों भी अपनी योजना के मुताबिक इसका भंडारण और बिक्री कर सकता है। यह कृषि क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव लाने और किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक दूरदर्शी कदम है।

    देश में कोल्ड स्टोरेज, प्रसंस्करण और निर्यात में निवेश के अभाव में किसान अपनी उपज के उचित मूल्य पाने में असमर्थ रहे हैं, क्योंकि आवश्यक वस्तु अधिनियम की लटकती तलवार के कारण उनकी उद्यमशीलता हतोत्सासहित हो जाती है। ऐसे में जब भी शीघ्र नष्ट हो जाने वाली कृषि उपज की बंपर पैदावार होती है, तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। 

    इस कानून के बाद देश में उत्पाादन, भंडारण, ढुलाई, वितरण और आपूर्ति करने की आजादी से व्यापक स्तर पर उत्पादन करना संभव हो जाएगा और इसके साथ ही कृषि क्षेत्र में निजी/प्रत्यमक्ष विदेशी निवेश को आकर्षित किया जा सकेगा। इससे कोल्ड स्टोरेज में निवेश बढ़ाने और खाद्य आपूर्ति श्रृंखला (सप्लाई चेन) के आधुनिकीकरण में मदद मिलेगी। इन सबका लाभ सबसे अधिक किसानों को ही मिलेगा 


सवाल- “आवश्यपक वस्तुच अधिनियम संशोधन कानून 2020” से उपभोक्ताओं को क्या लाभ होगा।


उत्तर- “आवश्यपक वस्तु अधिनियम संशोधन कानून 2020” के तहत उपभोक्तओं के हितों की रक्षा के लिए यह व्यवस्था भी की गई है कि अकाल, युद्ध, कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि और प्राकृतिक आपदा जैसी परिस्थितियों में इन कृषि उपजों की कीमतों को नियंत्रित किया जा सकता है। 


सवाल- क्या किसान संगठन और विपक्षी दल किसानों को यह कहकर गुमराह रहे हैं।  


उत्तर- किसान संगठन और विपक्षी दल किसानों को यह कहकर गुमराह रहे हैं कि इन बिलों की आड़ में सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म करने की दिशा में काम कर रही है। सरकार निजी कंपनियों को लाभ देने और किसानों को भूमिहीन करने की नीयत से ये बिल लायी है। तथा कृषि सुधार के कानून लागू होने से किसान और उसकी उपज पर प्राइवेट कंपनियों का कब्जा हो जाएगा और सारा फायदा बड़ी कंपनियों को मिलेगा। 

   असल में ये कानून किसानों की बजाय बिचैलियों के लिए नुकसानदायक हैं, हरियाणा और पंजाब में आढ़तियों यानी बिचैलियों का दबदबा जगजाहिर है, इसलिये विपक्ष, किसान संगठन और हरियाणा और पंजाब के बिचैलियों की मजबूत लाबी किसानों की आड़ में इन कृषि सुधारों के कानूनों के विरोध का माहौल तैयार किया है। 

   संयुक्त किसान मोर्चे व् विपक्षी दलों द्वारा यह भी मिथक (भ्रम) पैदा किया जा रहा है कि कृषि सुधार कानून से किसानों को फायदा नहीं होगा, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इन कानूनों को लाना एक ऐतिहासिक निर्णय हैं, जो किसानों की मदद करने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव लाने में भी काफी मददगार साबित होंगे। 

    केंद्र सरकार एमएसपी की वर्तमान व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने का लगातार प्रयास कर रही है और पहले से अधिक कृषि उपज खरीद रही है।

मुजफ्फरनगर से कम से कम दो चेहरों समेत डेढ सौ टिकट काटेगी भाजपा

 


लखनऊ। प्रदेश में एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए भाजपा ने विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण में खराब रिपोर्ट कार्ड वाले कई मौजूदा विधायकों पर गाज गिरने वाली है। पार्टी के फार्मूले के अनुसार टिकट वितरण हुआ तो विधानसभा चुनाव-2022 में 150 से अधिक उम्मीदवार बदल जाएंगे। इनमें 2017 में चुनाव जीते और हारे उम्मीदवार भी शामिल है। मुजफ्फरनगर से कम से कम दो चेहरों का टिकट काटे जाने को लेकर तमाम चर्चाएं हैं।

जीत के लिए पार्टी तमाम हथकंडे अपनाएगी। ऐसे में साढ़े चार वर्ष तक संगठन व सरकार की गतिविधियों में निष्क्रिय रहने वाले विधायकों का टिकट कटेगा। वहीं, साढ़े चार वर्ष में समय-समय पर अनर्गल बयानबाजी कर संगठन व सरकार को कठघरे में खड़ा करने वाले विधायकों पर भी गाज गिरेगी। 70 वर्ष की उम्र पार कर चुके, विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारी से जूझ रहे विधायकों का टिकट भी कटेगा।

पार्टी का मानना है कि जिन विधायकों से स्थानीय जनता, कार्यकर्ता, संगठन पदाधिकारी नाराज है उनकी जगह नए चेहरे को मौका देने से फायदा होगा। साथ ही जिन विधायकों पर समय-समय पर अलग-अलग तरह के आरोप लगते रहे हैं उन विधायकों को भी टिकट देने से पार्टी परहेज करेगी। विधानसभा चुनाव 2017 में ज्यादा अंतर से हारे उम्मीदवारों को भी पुन मैदान में उतारने का जोखिम मोल लेने से पार्टी बचेगी।

भारतीय किसान यूनियन का जिला अस्पताल पर कब्जा, जमकर हंगामा स्टाफ से बदतमीजी





 मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने आज जिला अस्पताल में भ्रष्टाचार को लेकर तालाबंदी की, साथ ही भारतीय किसान यूनियन तोमर के कार्यकर्ताओं द्वारा वहां मौजूद मेडिकल स्टाफ से बदतमीजी की गई। जिला अस्पताल के कर्मचारियों एवं चिकित्सकों द्वारा इसका विरोध किया गया और जिला अस्पताल का मेन गेट बंद कर दिया गया। 

शहर कोतवाली के अंतर्गत जिला अस्पताल में आज भारतीय किसान यूनियन तोमर के दर्जनों पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सरकारी अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर जबरदस्त हंगामा एवँ प्रदर्शन किया गया। ब्लॉक अध्यक्ष नितिन चौधरी ने कहा कि हम जिला अस्पताल प्रशासन को 15 दिन का समय देते हैं भ्रष्टाचार को खत्म कर दे नहीं तो 15 दिन बाद सीएमओ ऑफिस पर ताला डाल दिया जाएगा भारतीय किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने सीएमएस व सीएमओ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।

बुधवार किसके लिए लाया उपहार : पंचांग और राशिफल

 


आज का पंचांग

शक संवत् 1943, आश्विनी, कृष्ण अष्टमी, बुधवार, विक्रम संवत् 2078। सौर आश्विन मास प्रविष्टे 14, सफ़र 21, 29 सितम्बर 2021 ई०। सूर्य दक्षिणायण, उत्तर गोल, शरद् ऋतु।

*अष्टमी तिथि* रात्रि 08 बजकर 30 मिनट तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ,

*आर्द्रा नक्षत्र* रात्रि 11 बजकर 26 मिनट तक उपरांत पुनर्वसु नक्षत्र का आरंभ।

*वरीयान योग* सायं 06 बजकर 34 मिनट तक उपरांत परिधि योग का आरंभ।

*बालव करण* प्रातः 07 बजकर 24 मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ।

*चंद्रमा* दिन रात मिथुन राशि पर संचार करेगा।

*आज के व्रत त्योहार*  जीवित्पुत्रिका व्रत, अष्टमी का श्राद्ध।

*सूर्योदय* सुबह 06 बजकर 13 मिनट पर।

*सूर्यास्त* शाम 06 बजकर 09 मिनट पर।

*राहुकाल* दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक।

*आज के उपाय* गाय को हरा चारा खिलाएं, दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

राशिफल-

मेष-किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। अपनों की सहायता से आपके बिगड़े काम भी बन जाएंगे। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम मध्‍यम, व्‍यापारिक दृष्टिकोण से आप सही चल रहे हैं। हरी वस्‍तु का दान करें।

वृषभ-आर्थिक मामले सुलझेंगे। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। रुपए-पैसे का आवक बढ़ेगा। लेकिन यदि कहीं लेनदेन करते हैं तो नुकसान भी हो सकता है। स्‍वास्‍थ्‍य ठीक है। प्रेम बढ़िया और व्‍यापार मध्‍यम दिख रहा है। हरी वस्‍तु पास रखें।

मिथुन-बहुत अच्‍छी स्थिति है। सकारात्‍मक उर्जा का संचार हो रहा है। आप आगे बढ़ रहे हैं। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति बहुत अच्‍छी है। बच्‍चों की सेहत पर ध्‍यान दें। गणेश जी की वंदना करें।

कर्क-मन परेशान रहेगा। थोड़ा चिंतित रह सकते है। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम रहेगा क्‍योंकि उर्जा की कमी महसूस कर सकते हैं। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति अच्‍छी रहेगी। भगवान शिव की अराधना करते रहें।

सिंह-आर्थिक मामले सुलझेंगे। शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। रुका हुआ धन वापस मिलेगा। कुछ नए स्रोत से भी पैसे आते रहेंगे। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम मध्‍यम है। व्‍यापार बहुत बढ़िया है। भगवान विष्‍णु की अराधना करें। पीली वस्‍तु पास रखें।

कन्‍या-रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। अच्‍छी स्थिति दिख रही है आपकी। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम है। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति अच्‍छी है। गणेश जी की वंदना करें।

तुला-जोखिम से उबर चुके हैं। कुछ अच्‍छी शुरुआत हो सकती है। स्‍वास्‍थ्‍य बहुत बढ़िया, प्रेम और व्‍यापार की स्थिति भी अच्‍छी कही जाएगी।

वृश्चिक-जोखिम भरा समय है। स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान दें। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति मध्‍यम दिख रही है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। हरी वस्‍तु का दान करें।

धनु-रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। व्‍यापारिक लाभ होगा। नौकरी में अच्‍छी स्थिति बनेगी। प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात संभव है। जीवनसाथी का सानिध्‍य मिलेगा। स्‍वाथ्‍स्‍य मध्‍यम, प्रेम और व्‍यापार की स्थिति काफी अच्‍छी है। हरी वस्‍तु का दान करें।

मकर-शत्रुओं पर भारी पड़ेंगे। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। स्‍वास्‍थ्‍य थोड़ा डिस्‍टर्बिंग रहेगा लेकिन प्रेम और व्‍यापार की स्थिति काफी अच्‍छी रहेगी। गणेश जी की वंदना करें।

कुंभ-भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। बच्‍चों की सेहत पर ध्‍यान दें। आपका स्‍वास्‍थ्‍य ठीक रहेगा लेकिन थोड़ा भावनात्‍मक रूप से परेशान रहेंगे। व्‍यापार अच्‍छी चलेगा। हरी वस्‍तु पास रखें।

मीन-रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे लेकिन गृहकलह के शिकार हो सकते हैं। भौतिक सुख संपदा में वृद्धि होगी। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम की स्थिति काफी अच्‍छी है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से भी अच्‍छे बने रहेंगे। हरी वस्‍तु का दान करें। भगवान गणेश की अराधना करें।

मंगलवार, 28 सितंबर 2021

खेल खत्म पैसा हजम: डलेगा रामपुर गेट डलावघर पर कूड़ा


 मुजफ्फरनगर । रुड़की रोड पर बंद डलावघर को लेकर मामला गरमाने के बाद नगर पालिका ईओ हेमराज सिंह ने बताया कि रूडकी रोड स्थित डलावघर को नगर पालिका और जिला प्रशासन ने बंद नहीं किया है। बंद किए गए डलावघर को बुधवार से शुरू किया जा रहा है। इस डलावघर पर कूडा डाला जाएगा। जो भी व्यक्ति कूडा डालने का विरोध करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

रामपुरी गेट के समीप बेशकीमती जमीन के आगे बने  नगर पालिका के डलावघर को कुछ लोगों ने बंद कर दिया। इस डलावघर के बंद होने पर नगर पालिका ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन सफाई कर्मचारी संंघ ने डलावघर बंद होने के विरोध में सात वार्डों में हडताल की हुई है। डलावघर को अवैध रूप से बंद करने में नगर पालिका के कुछ अधिकारी और भाजपा के कुछ नेताओं की भी भूमिका संदिग्ध बनी हुई है। डलावघर को बंद हुए कई दिन हो गए, लेकिन पालिका ने डलावघर को बंद करने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले में जिला प्रशासन ने कडी नाराजगी जताई है। जिला प्रशासन की नाराजगी के बाद नगर पालिका हरकत में आयी है। अब इस बंद डलावघर को चालू करने की नगर पालिका ने तैयारी शुरू कर दी है। बुधवार से नगर पालिका यहां पर कूडा डालने जा रही है।

बस इत्ती सी सावधानी बचाएगी गंभीर खतरे से


किडनी की बीमारी समस्या बन रही है। इसके इस खतरे से कैसे बचा जा सकता है। यह जानिए-

*तो यहाँ किडनी रोग के शीर्ष 6 कारण हैं:*

1. शौचालय जाने में देरी करना। अपने मूत्राशय में अपने मूत्र को बहुत देर तक रखना एक बुरा विचार है। एक भरा हुआ मूत्राशय मूत्राशय को नुकसान पहुंचा सकता है। मूत्राशय में रहने वाला मूत्र बैक्टीरिया को जल्दी से गुणा करता है। एक बार जब मूत्र मूत्रवाहिनी और गुर्दे में वापस आ जाता है, तो विषाक्त पदार्थ गुर्दे में संक्रमण, फिर मूत्र पथ के संक्रमण, और फिर नेफ्रैटिस और यहां तक ​​कि यूरीमिया का कारण बन सकते हैं। जब प्रकृति बुलाती है - जितनी जल्दी हो सके करो।

2. ज्यादा नमक खाना। आपको रोजाना 5.8 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए।

3. बहुत अधिक मांस खाना। आपके आहार में बहुत अधिक प्रोटीन आपके गुर्दे के लिए हानिकारक है। प्रोटीन पाचन अमोनिया पैदा करता है - एक विष जो आपके गुर्दे के लिए बहुत विनाशकारी है। अधिक मांस अधिक गुर्दे की क्षति के बराबर होता है।

4. बहुत ज्यादा कैफीन पीना। कैफीन कई सोडा और शीतल पेय का एक घटक है। इससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और आपकी किडनी खराब होने लगती है। इसलिए आपको रोजाना पीने वाले कोक की मात्रा कम कर देनी चाहिए।

5. पानी नहीं पीना। हमारे गुर्दे अपने कार्यों को अच्छी तरह से करने के लिए ठीक से हाइड्रेटेड होना चाहिए। यदि हम पर्याप्त मात्रा में नहीं पीते हैं, तो विषाक्त पदार्थ रक्त में जमा होना शुरू हो सकते हैं, क्योंकि गुर्दे के माध्यम से उन्हें निकालने के लिए पर्याप्त तरल पदार्थ नहीं होता है। रोजाना 10 गिलास से ज्यादा पानी पिएं। यह जांचने का एक आसान तरीका है कि क्या आप शराब पी रहे हैं

पर्याप्त पानी: अपने मूत्र के रंग को देखें; रंग जितना हल्का होगा, उतना अच्छा होगा।

6. देर से इलाज। अपनी सभी स्वास्थ्य समस्याओं का ठीक से इलाज करें और नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच करवाएं। आइए अपनी मदद करें...भगवान इस साल आपको और आपके परिवार को हर बीमारी से बचाएंगे।

(३) इन गोलियों से बचें, ये बहुत खतरनाक हैं:

* डी-कोल्ड

* विक्स एक्शन-500

* ऐक्टिफेड 

* कोल्डारिन

* कोसोम

* नाइस 

* निमुलिड 

* सेट्रीजेट-डी

इनमें फेनिल प्रोपेनॉल-एमाइड, पीपीए होता है जो

स्ट्रोक का कारण बनता है और संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रतिबंधित है।

कृपया, हटाने से पहले, इसे पास करके अपने दोस्तों की मदद करें..! यह किसी की मदद कर सकता है। Fwd जितने आप कर सकते हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका में डॉक्टरों ने सिल्वर नाइट्रो ऑक्साइड के कारण मनुष्यों में नया कैंसर पाया है।

जब भी आप रिचार्ज कार्ड खरीदें, अपने नाखूनों से खरोंच न करें, क्योंकि इसमें सिल्वर नाइट्रो ऑक्साइड कोटिंग होती है और यह त्वचा के कैंसर का कारण बन सकता है।

इस संदेश को अपने प्रियजनों के साथ साझा करें।


*महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुझाव:*

1. बाएं कान से फोन कॉल का जवाब दें।

2. अपनी दवा ठंडे पानी के साथ न लें....

3. शाम 5 बजे के बाद भारी भोजन न करें।

4. सुबह ज्यादा पानी पिएं, रात को कम।

5. सोने का सबसे अच्छा समय रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक है।

6. दवा लेने के बाद या खाने के तुरंत बाद न लेटें।

7. जब फोन की बैटरी लो टू लास्ट बार हो, तो फोन का जवाब न दें, क्योंकि रेडिएशन 1000 गुना ज्यादा तेज होता है।

क्या आप इसे उन लोगों को अग्रेषित कर सकते हैं जिनकी आप परवाह करते हैं?

स्वर्गीय श्री बी.पी. अग्रवाल की प्रथम पुण्य तिथि पर श्री मद भागवत कथा सप्ताह का आयोजन




 मुजफ्फरनगर । पटेल नगर नई मंडी में अग्रवाल परिवार द्वारा श्राद्ध पक्ष में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए मद भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है यह मद भागवत कथा 28 सितंबर से 4 अक्टूबर तक दोपहर 2:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक हुआ करेगी सभी धर्म प्रेमी मद भागवत कथा का आनंद उठाएं इसी कड़ी में आज मद भागवत कथा की शुरुआत के लिए कलश यात्रा का आयोजन अग्रवाल परिवार द्वारा किया गया। उनके पुत्र पंकज अग्रवाल और सभी सगे संबंधी भाईयों द्वारा कथा का आयोजन किया जा रहा है। 

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बीए की छात्रा से ट्यूबवेल पर गैंगरेप

मुजफ्फरनगर। तमंचे की नोक पर बीए की छात्रा से गैंगरेप के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है।  बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कॉफी पिलाने ...