शुक्रवार, 1 मई 2020

जिलाधिकारी ने लिया रोडवेज का जायजा।

टीआर ब्यूरो



मुजफ्फरनगर।जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने कोरोना और लॉक डाउन के दृष्टिगत बाहर प्रदेशों और जनपदों से आ रहे नागरिकों और प्रवासियों के सम्बंध में बस स्टेशन जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। झाँसी से मध्यप्रदेश में फंसे  हुए नागरिक को लेकर तीन बसें जिनमे क्रमशः 19 ,13 ,35  श्रमिक सवार थे ।
आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इस दौरान एआरएम संदीप अग्रवाल,स्टेशन प्रभारी राजकुमार तोमर आदि मौजूद रहे।


भाजपा नेता पं0 श्रीभगवान शर्मा ने विधायक प्रमोद ऊँटवाल को  21 चैक सौंपे।


टीआर ब्यूरो


मुजफ्फरनगर । देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू किए गए लाकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर सहायता राशि देने का सिलसिला लगातार जारी है। आज मौ. बचन सिंह कॉलोनी स्थित अपने आवास पर वरिष्ठ भाजपा नेता व सरवट ग्राम प्रधानपति पंडित श्रीभगवान शर्मा ने प्रधानमंत्री राहत कोष में अपने समर्थकों के सहयोग से राहत राशि दी है । पीएम केयर फंड के नाम से 21 चैक विधायक प्रमोद ऊंटवाल को सौंपे है। इस मौके पर पंडित श्रीभगवान शर्मा ने कहा कि देश पर आई आपदा के समय पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा है। उनके नेतृत्व में कोरोनावायरस पर नियंत्रण पाने के बेहतरीन प्रयास किए जा रहे हैं। इस कार्य में जुटे चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ, मीडिया कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, बैंकिंग सेवा देने वाले लोग बधाई के पात्र हैं, जो जरूरी सेवाओं को जारी रख रहे हैं और लोगों की दिक्कत का ध्यान रखते हुए उन्हें जरूरी सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश मैं कोरोना वायरस पर नियंत्रण पाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की। इस मौके पर भाजपा विधायक प्रमोद उंटवाल ने कहा कि कि जरूरी सेवा में जुटे लोगों को धन्यवाद पत्र भाजपा कार्यकर्ता देने का कार्य कर रहे हैं । इसके अलावा अपने -अपने मोहल्ले से 40 घरो से कम से कम ₹100 की सहायता राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में दिलवाई जा रही है । इसके अलावा आरोग्य एप डाउनलोड कराया जा रहा है । उन्होंने सभी से अपने घरों में रहने की अपील भी की। विधायक प्रमोद उन्टवाल ने क्षेत्र के असहाय व जरूरतमंद लोगों की सेवा करने का संकल्प दोहराया और सभी से इसमें सहयोग करने की भी अपील की है। उन्होंने पंडित श्रीभगवान शर्मा द्वारा सरवट ग्राम पंचायत क्षेत्र में जरूरतमंदों की सहायता करने पर भी जमकर सराहना की। इस मौके पर पंडित श्रीभगवान शर्मा ने  जरूरतमंद  लोगों की लगातार सहायता करने का संकल्प दोहराया है। आज जिन लोगों के चैक विधायक प्रमोद उंट़वाल को पं. श्रीभगवान शर्मा ने सौंपे हैं, उनमें कर्मवीर त्यागी, शिवा, विवेक चंद शर्मा, सुभाष शर्मा, तरुण कुमार, अशोक कुमार शर्मा, दयानंद राठोर, पलटूराम, नीरज सिंह, विजयन गर्ग, श्याम लाल, भंवर सिंह, मदनपाल, नरेंद्र कुमार, धर्मपाल, कमलसिंह, प्राची त्यागी, भगवान सिंह, सोहनवीर सिंह, रमेशचंद, राजबाला आदि शामिल रहे। इस मौके पर 51 जरूरतमंद लोगों को राशन वितरित किया गया। सरवट ग्राम प्रधान श्रीमती उषा शर्मा, मास्टर श्यामलाल, मास्टर सोहनवीर सिंह, हरपाल शर्मा, समेंद्र शर्मा, कमलेश शर्मा, भंवर सिंह, दयानंद राठौर, गजेंद्र नेगी, नरेंद्र उपाध्याय, रजत धीमान, रमेश ठाकुर, ऋषभ शर्मा, सुरेश शर्मा आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।


कहीं भी ले सकंेगे राशनकार्ड पर सामान


लखनऊ। प्रदेश सरकार ने 1 मई से प्रदेश में राष्ट्रीय राशन पोटेबिलिटी लागू करने का फैसला लिया है। अब धारक कहीं भी राशनकार्ड पर सामान ले सकंेगे।
केंद्र सरकार की वन नेशन, वन कार्ड योजना के तहत राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी की शुरुआत होने के बाद उत्तर प्रदेश का कोई लाभार्थी अन्य राज्य से और अन्य राज्य का कोई भी लाभार्थी उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत बने किसी भी राशन कार्ड की राशन संख्या मात्र बताकर राशन ले सकता है। यह सुविधा आधार आधारित वितरण एवं पिछले 6 माह से सक्रिय राशन कार्डों पर ही होगी।
फिलहाल उत्तर प्रदेश सहित 16 राज्य (आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा, बिहार, पंजाब, हिमाचल प्रदेश) और केंद्र शासित प्रदेश दादरा नगर हवेली के लाभार्थी आपस में राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठा सकेंगे। प्रवासी मजदूरों को इस योजना का विशेष लाभ मिलेगा। प्रदेश स्तर पर राशन पोटेबिलिटी पहले से लागू है। अप्रैल में करीब 7.07 लाख राशन कार्ड धारकों ने इस सुविधा का लाभ उठाया। प्रदेश में इस सुविधा का सर्वाधिक लाभ गौतम बुद्ध नगर में 11.50 प्रतिशत और उसके बाद लखनऊ में 8.50 प्रतिशत लोगों ने उठाया।


हर हफ्ते होगी ग्रीन और रेड जोन की समीक्षा-रेड जोन में 3 मई के बाद भी छूट नहीं


नई दिल्ली। पूरे देश में लॉकडाउन  में सरकार ने तीन मई के बाद छूट देने की योजना बना ली है। गृह मंत्रालय ने कोरोना के मामलों को देखते हुए देश के सभी जिलों को ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में बांट दिया है। जल्द ही सरकार ऑरेंज और ग्रीन जोन में छूट देने का ऐलान कर सकती है। गृह मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि जिलों को दिए गए जोन का स्टेट्स स्थायी नहीं है। इसकी हर हफ्ते समीक्षा की जाएगी और उसी आधार पर जोन में बदलाव किया जाएगा।


कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या, डबलिंग रेट और दूसरे पहलुओं को ध्यान में खते हुए ये बंटवारा किया गया है। मौटे तौर पर समझ सकते हैं कि ज्यादा केस होने पर रेड, उससे कम पर ऑरेंज और बहुत कम केस होने पर ग्रीन जोन में जिले को रखा गया है। इसी आधार पर 3 मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद छूट मिलेगी। ग्रीन जोन में ज्यादातर कामकाज की इजाजत होगी। ऑरेंज जोन में कुछ शर्तों के साथ अनुमति मिलेगी लेकिन रेड जोन में 3 मई के बाद भी छूट नहीं दी जाएगी।
गृह मंत्रालय के मुताबिक मौजूदा समय में देश के 130 जिले रेड, 284 ऑरेंज और 319 जिले ग्रीन जोन में हैं। वहीं राज्य सरकार को निर्देश दिए गए हैं कि रेड जोन में हॉटस्पॉट वाले इलाकों का चयन कर करके गृह मंत्रालय को सूचित किया जाए। हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय और गृह मंत्रालय हालात की समीक्षा करेंगे। साथ ही उसी आधार पर जोन की लिस्ट फिर से बनाई जाएगी। फिलहाल ग्रीन और ऑरेंज जोन में तीन मई के बाद छूट देने की योजना है। गृह मंत्रालय के मुताबिक किसी जिले को ग्रीन जोन में तभी शामिल किया जाएगा, जब वहां 21 दिनों तक कोई नया मामला नहीं आएगा। वहीं छूट भी कोरोना के मरीजों की संख्या पर निर्भर करेगी। गृह मंत्रालय के मुताबिक हॉटस्पॉट वाले इलाकों में घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करने की योजना है।


इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सारे बॉर्डर को पूरी तरह सील करने के आदेश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के बार्डर को पूरी तरह सील करें, सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बरती जाए। नेपाल राष्ट्र सहित अन्य राज्यों से बगैर अनुमति कोई प्रदेश में आने न पाए। योगी आदित्यनाथ ने  कहा कि 10 लाख लोगों के लिए तत्काल क्वारंटीन सेन्टर व शेल्टर होम और कम्युनिटी किचन तैयार किए जाएं, जहां आने वाले प्रवासी मजदूरों को तात्कालिक रूप से रखा जा सके। क्वारंटीन सेन्टर व शेल्टर होम स्थापना के लिए बड़े कालेजों का उपयोग किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि नोएडा के साथ दिल्ली से भी उत्तर प्रदेश के छात्र-छात्राओं को वापस लाने के लिए वहां की सरकार से सम्पर्क किया जाए। उन्होंने कहा कि नोएडा, गाजियाबाद तथा अलीगढ़ से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में वापस जाने वाले छात्रों की सूची तैयार करायी जाए।


मुज़फ्फरनगर सहित उप्र के 19 ज़िले रेड जोन में शामिल


टीआर ब्यूरो।


लखनऊ। कोरोना संकट के बीच लाॅक डाउन के चलते राहत की उम्मीद में बैठे लोगों को एक और झटका लग सकता है। पूरे देश से आई रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने रेड जोन से ग्रीन जोन में जिलों को रखने के मानक में बदलाव किया है। इसे लेकर आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सुदन की ओर से जारी पत्र के अनुसार यूपी के 19 जिले रेड जोन में है। ऑरेंज जोन में 35 जिले और ग्रीन जोन में 20 जिले हैं। पत्र में बताया गया है कि अब 28 दिन की बजाय 21 दिन तक कोरोना वायरस से संक्रमित का नया केस नहीं आने पर  जिले को रेड जोन से ग्रीन जोन में कर दिया जाएगा। अभी तक 14 दिन तक नया केस नहीं आने पर जिले को रेड से आरेंज और फिर अगले 14 दिनों तक केस नहीं आने पर ग्रीन जोन जिलों में रखा जाता था। आगे इसी आधार पर जोन निर्धारित होंगे। इस बाबत विस्तृत पत्र भी उन्होंनें जारी किया है।
केंद्र सरकार की ओर से जारी लिस्ट के अनुसार यूपी के 19 जिले रेड जोन में है। ऑरेंज जोन में 35 जिले और ग्रीन जोन में 20 जिले हैं। 
रेड जोन के जिले हैं-
आगरा, लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर नगर, मुरादाबाद ,फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, मेरठ, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, अमरोहा, संत कबीर नगर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मथुरा, बरेली। 
ऑरेंज जोन -
गाजियाबाद, हापुड़, बदायूं, बागपत, बस्ती ,शामली, औरैया, सीतापुर, बहराइच, कन्नौज, आजमगढ़, मैनपुरी, श्रावस्ती, बांदा, जौनपुर, एटा, कासगंज, सुल्तानपुर, प्रयागराज, जालौन, मिर्जापुर, इटावा, प्रतापगढ़, गाजीपुर, गोंडा, मऊ, भदोही, उन्नाव, पीलीभीत, बलरामपुर, अयोध्या, गोरखपुर, झांसी, हरदोई, कौशांबी। 
ग्रीन जोनरू-बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हाथरस, महाराजगंज, शाहजहांपुर, अंबेडकर नगर ,बलिया ,चंदौली ,चित्रकूट, देवरिया, फर्रुखाबाद ,फतेहपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, सिद्धार्थ नगर, सोनभद्र, अमेठी ।


केंद्र सरकार ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन को लेकर आज सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में सभी राज्य सरकारों को उनके जिलों में रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन को लेकर एडवाइडरी जारी की गई है। केंद्र सरकार ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन को लेकर आज सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। इस पत्र में सभी राज्य सरकारों को उनके जिलों में रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन को लेकर एडवाइडरी जारी की गई है। केंद्र ने सभी राज्यों के जिलों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा है।स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों में देश में 1993 नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस दौरान 73 लोगों की मौत भी हुई है।स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कुल 35,043 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं देश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 1147 तक पहुंच गया है। वहीं देश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों का आंकड़ा भी बढ़कर 8889 तक पहुंच गया है।


बिजली उपकरणों की खुलेंगी दुकानें

टीआर ब्यूरो।


मुज़फ्फरनगर। लॉक डाउन के बीच जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने पंखा एसी कूलर सेनेटरी हार्डवेयर और बिजली उपकरण की दुकान खोलने के आदेश जारी किया है। सुबह 6:00 से 9:00 बजे तक मंगलवार बृहस्पतिवार और शनिवार को दुकाने खुलेंगी।


जिलाधिकारी ने किया राशन की दुकानों का निरीक्षण।


टीआर ब्यूरो


मुजफ्फरनगर।जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने आज राशन वितरण के समय कई राशन की दुकानों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।। जनपद में राशन वितरण प्रणाली को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सजग है। जिला पूर्ति अधिकारी जाकिर साहब लगातार सभी राशन डीलरों को आवश्यक दिशा निर्देश देकर सभी कार्ड धारको तक राशन वितरित करवा रहे हैं। जिला पूर्ति अधिकारी जाकिर अहमद ने सभी राशन डीलरों को निर्देशित कर रखा है कि राशन वितरण प्रणाली में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए ही राशन वितरित करें और ई पास मशीन का इस्तेमाल करने से पहले अंगूठे को साफ करके ही ई पास मशीन का इस्तेमाल करें।


162 रुपए सस्ता हुआ गैर सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर।

टीआर ब्यूरो


नई दिल्ली।लॉक डाउन में गृहणियों को केंद्र सरकार की राहत। तीसरी बार एलपीजी सिलेंडर की कीमत कटौती की गई है। मई महीने में एलपीजी सिलेंडर के दाम में 162.50 की कटौती की गई है। तेल विपणन कंपनियां द्वारा हर महीने की एक तारीख को एलपीजी सिलेंडर के दामों की समीक्षा की जाती है। कटौती के बाद दिल्ली में  14.2 किलोग्राम के गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 744 रुपये से घटाकर 581.50 हो गई है। 
मुंबई में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 579 हो गई है, जबकि पहले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 714.50 थी। कोलकाता में सिलेंडर की कीमत में 190 रुपये की कटौती हुई है। अब यहां एक सिलेंडर 584.50 का हो गया है। वहीं चेन्नई में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 569.50 रुपये हो गई है। कंपनियों द्वारा एलपीजी सिलेंडर की दरें हर महीने के पहले दिन बदली की जाती हैं, पहले ही दो महीनों से कीमतों में कटौती हो रही है जबकि पिछले साल अगस्त से कीमतें बढ़ रही थीं।
25 मार्च से शुरू हुए कोरोना लॉकडाउन के बाद से देश के अधिकांश हिस्सों में एलपीजी सिलेंडरों की खरीद को लेकर घबराहट देखी गई है। खुदरा विक्रेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि देश में एलपीजी सिलेंडर की कोई कमी नहीं है और स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए गैस का पर्याप्त भंडार है।
भारत के सबसे बड़े ईंधन रिटेलर इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड (IOC) ने कहा कि उसने अप्रैल में बिक्री में 20% की वृद्धि दर्ज की है। भारत में एलपीजी सिलेंडरों की कीमत मुख्य रूप से दो कारकों पर निर्भर है - एलपीजी की अंतरराष्ट्रीय कीमतें, अमेरिकी डॉलर और रुपये की विनिमय दर।
हर घर को एक साल में सब्सिडी वाली दरों पर 14.2 किलो के 12 सिलेंडर दिए जाते हैं। इससे आगे अगर कोई भी गैस सिलेंडर लेता है तो उसे बाजार कीमत पर खरीदना होता है। PAHAL (एलपीजी के प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) योजना के तहत, उपभोक्ताओं को सब्सिडी दर पर एलपीजी सिलेंडर मिलता है।


मजदूरों की आर्थिक मदद कर समाजसेवियों ने मजदूर दिवस मनाया 

टीआर ब्यूरो।



मुजफ्फरनगर । पूरी दुनिया में 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है इस दिन दुनिया भर के मजदूरों की स्थिति पर चिंतन मनन व उनके विकास के लिए योजनाएं बनाई जाती है ताकि मजदूर खुशहाल हो सके करोना महामारी के कारण लाक डाउन के चलते मजदूरों की आर्थिक हालत खराब को दृष्टिगत रखते हुए कुछ समाजसेवियों ने मजदूरों की आर्थिक मदद कर आज मजदूर दिवस मनाया ।
शिव चौक के आसपास काफी मजदूर ( रिक्शा पोलर ,मोची ,कान का घुघ निकालने वाले ) अपनी रोजी रोटी के लिए काम करते थे बंदी के कारण आर्थिक तंगी से ग्रस्त हैं इन गरीब मजदूरों की आर्थिक तंगी तो को देखते हुए समाजसेवी नीरज जैन, अर्जुन अग्रवाल, मनु स्वीट्स , शिशुकांत एडवोकेट गोल्डन कन्फेक्शनरी आदि ने गरीब मजदूर दिवस पर मजदूरों की आर्थिक नगद मदद कर मजदूर दिवस मनाया उन्होंने कहा मजदूर हमारे हाथ पैर हैं और ऐसे संकट के समय उनकी आर्थिक मदद करना ही हमारे लिए मजदूर दिवस है मजदूरों के बिना कोई कार्य संभव नहीं है मानवता के नाते इन सब ने मजदूरों की आर्थिक मदद की ताकि में ये अपनी कुछ आवश्यक वस्तुएं खरीद का अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें । सभी ने आर्थिक मदद करते हुए अपना फोटो खिंचवाने से परहेज किया । लुधियाना से पैदल चलते हुए मुजफ्फरनगर पहुंचे 5 सुल्तानपुर के मजदूरों को भोजन कराया चाय पिलाई  और उनकी भी आर्थिक मदद की ।


एसएसपी अभिषेक यादव ने शराब तस्करी में लिप्त सिपाही को किया सस्पेंड।

 


टीआर ब्यूरो।


मुजफ्फरनगर। शराब की तस्करी कर रहा जनपद पुलिस लाइन में तैनात सिपाही को सस्पेंड करते हुए उसके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। नोएडा निवासी सिपाही करीब दो साल से जनपद पुलिस लाइन में ही तैनात था।गाजियाबाद पुलिस ने बृहस्पतिवार को शराब तस्करी के बड़े धंधे का खुलासा किया था। शराब तस्करी में पकड़ा गया एक आरोपी रोहित बैंसला यूपी पुलिस में है, जो फिलहाल जनपद पुलिस लाइन में तैनात है।
 विभागीय सूत्रों के अनुसार, रोहित बैंसला जनपद नोएडा का रहने वाला है, जो वर्ष 2015-16 बैच में भर्ती हुआ था। उसके पिता भी पुलिस विभाग में रह चुके हैं, जो दरोगा पद से सेवानिवृत्त हुए थे। एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि रोहित करीब दो साल से जनपद में तैनात है और इस दौरान पुलिस लाइन में ही रहा है। प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है कि वह बुधवार शाम घर जाने की बात कहकर पुलिस लाइन से रवाना हुआ था, जिसके बाद उसके शराब तस्करी में पकड़े जाने का खुलासा हुआ।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही उसके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं।


भारी मात्रा में अवैध गांजे के साथ 02 तस्कर गिरफ्तार।


टीआर ब्यूरो।


मुज़फ्फरनगर। थाना बुढाना पुलिस द्वारा दौराने चैकिंग बायवाला चौराहे से हाईवे पर एक होण्डा सिटी कार नं0 HR 26 AC 8922 सहित 02 शातिर मादक पदार्थ तश्कर अभियुक्त को भारी मात्रा में गांजे सहित गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त पूर्व में भी अवैध गांजा/शराब की बिक्री के आरोप में जेल में रह चुके है।
 रिजवान पुत्र फतेहदीन नि0 ग्राम विज्ञाना थाना बुढाना मु0नगर, राममेहर उर्फ काला पुत्र महावीर सिंह नि0 ग्राम गढी सखावत थाना बुढाना मु0नगर को गांजे की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया गया।
तस्करों से 20 पैकेट अवैध गांजा(40 किग्रा0) होण्डा सिटी कार नं0 HR 26 AC 8922  बरामद किया गया।


सांस्कृतिक विरासत सिखा रहा स्पिक मैके


मुजफ्फरनगर।  स्पिक मैके अपने कार्यक्रमों के जरिया सांस्कृतिक विरासत सिखा रहा है। देखिए-


https://youtube.com/user/spicmacay/live


ऐसे खायें खाना जो ना पड़े पछताना


*||🌹भोजन विधि 🌹||*
*::*
🌹अधिकांश लोग भोजन की सही विधि नहीं जानते। गलत विधि से गलत मात्रा में अर्थात् आवश्यकता से अधिक या बहुत कम भोजन करने से या अहितकर भोजन करने से जठराग्नि मंद पड़ जाती है, जिससे कब्ज रहने लगता है। तब आँतों में रूका हुआ मल सड़कर दूषित रस बनाने लगता है। यह दूषित रस ही सारे शरीर में फैलकर विविध प्रकार के रोग उत्पन्न करता है। उपनिषदों में भी कहा गया हैः आहारशुद्धौ सत्त्वशुद्धिः। शुद्ध आहार से मन शुद्ध रहता है। साधारणतः सभी व्यक्तियों के लिए आहार के कुछ नियमों को जानना अत्यंत आवश्यक है। जैसे-


🌹आलस तथा बेचैनी न रहें, मल, मूत्र तथा वायु का निकास य़ोग्य ढंग से होता रहे, शरीर में उत्साह उत्पन्न हो एवं हलकापन महसूस हो, भोजन के प्रति रूचि हो तब समझना चाहिए की भोजन पच गया है। बिना भूख के खाना रोगों को आमंत्रित करता है। कोई कितना भी आग्रह करे या आतिथ्यवश खिलाना चाहे पर आप सावधान रहें।


🌹सही भूख को पहचानने वाले मानव बहुत कम हैं। इससे भूख न लगी हो फिर भी भोजन करने से रोगों की संख्या बढ़ती जाती है। एक बार किया हुआ भोजन जब तक पूरी तरह पच न जाय एवं खुलकर भूख न लगे तब तक दुबारा भोजन नहीं करना चाहिए। अतः एक बार आहार ग्रहण करने के बाद दूसरी बार आहार ग्रहण करने के बीच कम-से-कम छः घंटों का अंतर अवश्य रखना चाहिए क्योंकि इस छः घंटों की अवधि में आहार की पाचन-क्रिया सम्पन्न होती है। यदि दूसरा आहार इसी बीच ग्रहण करें तो पूर्वकृत आहार का कच्चा रस(आम) इसके साथ मिलकर दोष उत्पन्न कर देगा। दोनों समय के भोजनों के बीच में बार-बार चाय पीने, नाश्ता, तामस पदार्थों का सेवन आदि करने से पाचनशक्ति कमजोर हो जाती है, ऐसा व्यवहार में मालूम पड़ता है।


🌹रात्रि में आहार के पाचन के समय अधिक लगता है इसीलिए रात्रि के समय प्रथम पहर में ही भोजन कर लेना चाहिए। शीत ऋतु में रातें लम्बी होने के कारण सुबह जल्दी भोजन कर लेना चाहिए और गर्मियों में दिन लम्बे होने के कारण सायंकाल का भोजन जल्दी कर लेना उचित है।


🌹अपनी प्रकृति के अनुसार उचित मात्रा में भोजन करना चाहिए। आहार की मात्रा व्यक्ति की पाचकाग्नि और शारीरिक बल के अनुसार निर्धारित होती है। स्वभाव से हलके पदार्थ जैसे कि चचावल, मूँग, दूध अधिक मात्रा में ग्रहण करने सम्भव हैं परन्तु उड़द, चना तथा पिट्ठी से बने पदार्थ स्वभावतः भारी होते हैं, जिन्हें कम मात्रा में लेना ही उपयुक्त रहता है।


🌹भोजन के पहले अदरक और सेंधा नमक का सेवन सदा हितकारी होता है। यह जठराग्नि को प्रदीप्त करता है, भोजन के प्रति रूचि पैदा करता है तथा जीभ एवं कण्ठ की शुद्धि भी करता है।


🌹भोजन गरम और स्निग्ध होना चाहिए। गरम भोजन स्वादिष्ट लगता है, पाचकाग्नि को तेज करता है और शीघ्र पच जाता है। ऐसा भोजन अतिरिक्त वायु और कफ को निकाल देता है। ठंडा या सूखा भोजन देर से पचता है। अत्यंत गरम अन्न बल का ह्रास करता है। स्निग्ध भोजन शरीर को मजबूत बनाता है, उसका बल बढ़ाता है और वर्ण में भी निखार लाता है।


🌹चलते हुए, बोलते हुए अथवा हँसते हुए भोजन नहीं करना चाहिए।


🌹दूध के झाग बहुत लाभदायक होते हैं। इसलिए दूध खूब उलट-पुलटकर, बिलोकर, झाग पैदा करके ही पियें। झागों का स्वाद लेकर चूसें। दूध में जितने ज्यादा झाग होंगे, उतना ही वह लाभदायक होगा।


🌹चाय या कॉफी प्रातः खाली पेट कभी न पियें, दुश्मन को भी न पिलायें।


🌹एक सप्ताह से अधिक पुराने आटे का उपयोग स्वास्थ्य के लिए लाभदायक नहीं है।


🌹भोजन कम से कम 20-25 मिनट तक खूब चबा-चबाकर एवं उत्तर या पूर्व की ओर मुख करके करें। अच्छी तरह चबाये बिना जल्दी-जल्दी भोजन करने वाले चिड़चिड़े व क्रोधी स्वभाव के हो जाते हैं। भोजन अत्यन्त धीमी गति से भी नहीं करना चाहिए।


🌹भोजन सात्त्विक हो और पकने के बाद 3-4 घंटे के अंदर ही कर लेना चाहिए।


🌹स्वादिष्ट अन्न मन को प्रसन्न करता है, बल व उत्साह बढ़ाता है तथा आयुष्य की वृद्धि करता है, जबकि स्वादहीन अन्न इसके विपरीत असर करता है।


🌹सुबह-सुबह भरपेट भोजन न करके हलका-फुलका नाश्ता ही करें।


🌹भोजन करते समय भोजन पर माता, पिता, मित्र, वैद्य, रसोइये, हंस, मोर, सारस या चकोर पक्षी की दृष्टि पड़ना उत्तम माना जाता है। किंतु भूखे, पापी, पाखंडी या रोगी मनुष्य, मुर्गे और कुत्ते की नज़र पड़ना अच्छा नहीं माना जाता।


🌹भोजन करते समय चित्त को एकाग्र रखकर सबसे पहले मधुर, बीच में खट्टे और नमकीन तथा अंत में तीखे, कड़वे और कसैले पदार्थ खाने चाहिए। अनार आदि फल तथा गन्ना भी पहले लेना चाहिए। भोजन के बाद आटे के भारी पदार्थ, नये चावल या चिवड़ा नहीं खाना चाहिए।


🌹पहले घी के साथ कठिन पदार्थ, फिर कोमल व्यंजन और अंत में प्रवाही पदार्थ खाने चाहिए।


🌹माप से अधिक खाने से पेट फूलता है और पेट में से आवाज आती है। आलस आता है, शरीर भारी होता है। माप से कम अन्न खाने से शरीर दुबला होता है और शक्ति का क्षय होता है।


🌹बिना के भोजन करने से शक्ति का क्षय होता है, शरीर अशक्त बनता है। सिरदर्द और अजीर्ण के भिन्न-भिन्न रोग होते हैं। समय बीत जाने पर भोजन करने से वायु से अग्नि कमजोर हो जाती है। जिससे खाया हुआ अन्न शायद ही पचता है और दुबारा भोजन करने की इच्छा नहीं होती।


🌹जितनी भूख हो उससे आधा भाग अन्न से, पाव भाग जल से भरना चाहिए और पाव भाग वायु के आने जाने के लिए खाली रखना चाहिए। भोजन से पूर्व पानी पीने से पाचनशक्ति कमजोर होती है, शरीर दुर्बल होता है। भोजन के बाद तुरंत पानी पीने से आलस्य बढ़ता है और भोजन नहीं पचता। बीच में थोड़ा-थोड़ा पानी पीना हितकर है। भोजन के बाद छाछ पीना आरोग्यदायी है। इससे मनुष्य कभी बलहीन और रोगी नहीं होता।


🌹प्यासे व्यक्ति को भोजन नहीं करना चाहिए। प्यासा व्यक्ति अगर भोजन करता है तो उसे आँतों के भिन्न-भिन्न रोग होते हैं। भूखे व्यक्ति को पानी नहीं पीना चाहिए। अन्नसेवन से ही भूख को शांत करना चाहिए।


🌹भोजन के बाद गीले हाथों से आँखों का स्पर्श करना चाहिए। हथेली में पानी भरकर बारी-बारी से दोनों आँखों को उसमें डुबोने से आँखों की शक्ति बढ़ती है।


🌹भोजन के बाद पेशाब करने से आयुष्य की वृद्धि होती है। खाया हुआ पचाने के लिए भोजन के बाद पद्धतिपूर्वक वज्रासन करना तथा 10-15 मिनट बायीं करवट लेटना चाहिए(सोयें नहीं), क्योंकि जीवों की नाभि के ऊपर बायीं ओर अग्नितत्त्व रहता है।


🌹भोजन के बाद बैठे रहने वाले के शरीर में आलस्य भर जाता है। बायीं करवट लेकर लेटने से शरीर पुष्ट होता है। सौ कदम चलने वाले की उम्र बढ़ती है तथा दौड़ने वाले की मृत्यु उसके पीछे ही दौड़ती है।


🌹रात्रि को भोजन के तुरंत बाद शयन न करें, 2 घंटे के बाद ही शयन करें।


🌹किसी भी प्रकार के रोग में मौन रहना लाभदायक है। इससे स्वास्थ्य के सुधार में मदद मिलती है। औषधि सेवन के साथ मौन का अवलम्बन हितकारी है।
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मोर पंख के लाभ जानते हैं आप


मोरपंख के गुण


जो व्यक्ति अपने घर में दो मोरपंख रखता हैं, उस परिवार में कभी फूट पैदा नहीं होती है। घर में दो मोरपंख रखने से घर में लड़ाई - झगड़े नहीं होते हैं और परिवार साथ मिल ख़ुशी- ख़ुशी रहता है।


जो व्यक्ति अपने साथ हमेशा मोरपंख रखता हैं उसके साथ कभी कोई दुर्घटना नहीं होती है। मोरपंख सदैव अपने पास रखने से आपका भाग्य प्रबल हो जाता हैं और किसी भी दुर्घटना का भाग नहीं बनते हो।


मोरपंख को घर में रखने से नकारात्मक उर्जा घर से बाहर निकल जाती हैं और सकारात्मक उर्जा घर के अन्दर आ जाती है।आप तो जानते ही हैं जिस घर में सकारात्मक उर्जा रहती हैं वहां लक्ष्मी जी जल्दी आती है।


यदि आप का बच्चा पढ़ाई में कमजोर हैं या उसका पढ़ाई लिखाई में मन नहीं लगता हैं तो आप उसके स्कूल बैग में एक मोरपंख रख दे। ऐसा करने से आपके बच्चे का पढ़ाई में मन लगेगा और वो परीक्षा में अच्छे अंको से पास होगा।


जिन लोगो की राशि में राहू दोष होता हैं उन्हें अपनी जेब या डायरी में मोरपंख रखना चाहिये। ऐसा करने से राहू दोष चला जाता हैं और आपके कार्यों में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होती हैं.


मोर का प्रिय भोजन सांप हैं. यहीं कारण हैं कि सांप मोर से डरता हैं. यदि आप को सांप से डर लगता हैं तो अपने पास एवं घर में एक मोर पंख जरूर रखे. ऐसा करने से सांप आपके या आपके घर के नजदीक नहीं आयेगा।आप चाहे तो मोर पंख को घर के बाहर भी लटका सकते हैं।


मोरपंख को सिर पर रखने से विद्या लाभ होता हैं. अर्थात जिन व्यक्ति की बुद्धि कमजोर होती हैं वो भी ज्ञानी बन जाते है। आप चाहे तो मोरपंख को अपनी टोपी पर लगा सकते हैं या घर में ही रोजाना कुछ घंटे सिर पर पहन सकते है।


घर का मुख्यद्वार यदि वास्तु के अनुसार नहीं बना या लगा हैं तो उस द्वार पर तीन मोर पंख लगा दे 
इस मोर पंख के नीचे आप को भगवान श्री गणेश जी का चित्र भी लगाना होगा.
ऐसा करने से वास्तु दोष दूर हो जाता हैं और घर परिवार पर कोई भी मुसीबत या तकलीफ नहीं आती है।


यदि आपके जीवन में एक साथ दुखो का पहाड़ टूट पड़े और आप बहुत बड़ी मुसीबत में फंस जाए तो घर के कमरे या बेडरूम में मोर पंख लगाना चाहिये।इस बात का ध्यान रखे कि यह मोरपंख आप को कमरे के अग्नि कोण में ही लगाना होगा. ऐसा करने से सारी मुसीबतें धीरे धीरे दूर चली जाती है।


ये तो सभी जानते हैं कि पति पत्नी में अक्सर लड़ाई झगड़े होते रहते हैं ऐसे में सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए शादी वाले एल्बम में एक मोरपंख लगा दे। ऐसा करने से पति पत्नी में झगड़े नहीं होंगे और प्रेम बढ़ेगा


मोरपंख को रात में अपने घर आँगन के बाहर रख दे ऐसा करने से नकारात्मक उर्जा का नाश होता हैं और घर में शान्ति बनी रहती है। यदि आप जीवन में सदैव सफल होना चाहते हैं तो अपने पास एक मोरपंख रखना शुरू कर दे। इस मोरपंख से निकलने वाली पॉजीटिव एनर्जी आपको किसी भी काम में फेल नहीं होने देती है।


यदि आप रात को डरावने सपनो से परेशान रहते है तो अपने सिरहाने मोरपंख को रख कर सो जाये। ऐसा करने से डरावने सपने आना तो बंद होंगे ही साथ ही आपको अगली सुबह मनमोहक होगी।


मोरपंख को कभी भी जमीन पर ना फेंके इसे कृष्ण भगवान का अपमान माना जाता हैं ऐसा करने से आपके घर की तरक्की रुक जाती है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रहे कि आप मोरपंख को कभी लात ना मारे वरना आपके साथ कोई अनर्थ हो सकता है।


यदि कोई व्यक्ति आप को अपनी मर्जी से ख़ुशी - ख़ुशी मोरपंख देता हैं तो आप के जीवन की सफलता के सारे रास्ते खुल जाते है। बस इस बात का ध्यान रखे कि आप को उनसे यह मोरपंख मुंह से नहीं माँगना है उन्हें ये आप को अपनी स्वेच्छा से देना होगा तभी आपको इसका लाभ मिलेगा।


पुरानी मान्यताओं के अनुसार मोरपंख मोर के मरने, या उस से झड़ने के बाद भी सदा जीवत रहता है। यही कारण हैं कि इसका असर इतना प्रबलशाली होता है।


आप जब भी  मोरपंख को खरीदते हैं तो उसे शुभ मुहर्त देख कर ही खरीदना चाहिये। अशुभ मुहर्त पर ख़रीदा गया मोरपंख लाभ नहीं देता हैं।


घर के दक्षिण पूर्वी कोने में मोरपंख लगाने से घर में हमेशा बरकत बनी रहती है। ऐसे घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती हैं।


आप जब भी कोई मोरपंख ख़रीदे तो इस बात का विशेष ध्यान रखे कि वह कहीं से भी टुटा ना हो ऐसा मोरपंख पास में रखना अशुभ माना जाता है। इसलिए हमेशा साबुत और सही हालत वाला मोरपंख लाये.


मोरपंख को घर में लाने के पूर्व श्रीकृष्ण भगवान का नाम जरूर ले। ऐसा करने से घर में सम्रद्धि आती हैं और सारे रुके कार्य भी समय पर पुरे हो जाते है।


मोरपंख को घर की तिजोरी या पूजा स्थल वाली जगह पर रखने से घर में धन की कभी कमी नहीं होती हैं। आप की तिजोरी हमेशा भरी रहती है।


मोरपंख को घी में डुबो कर पीपल के पेड़ पर बाँध देने से शत्रुओं का विनाश होता है। यह उपाय करने से शत्रु आप पर कभी विजय प्राप्त नहीं कर पाता है।


मोरपंख से बच्चे की नजर उतारने से वह कभी बीमार नहीं पड़ता हैं और ना ही किसी की बुरी नजर उसका कुछ बिगाड़ पाती हैं।


मोरपंख को किताब में रखने से उस किताब का पढ़ा याद रहता हैं.


मोरपंख को गंगाजल में डुबो कर घर में उस से छिड़काव करने से भूत- प्रेत दूर रहते है।
      
नोट- मोर पंख स्वयं से गिरा हो। हानी पहुँच के कोई कार्य ना करे। प्रकृति का समान करे, तभी आप के कार्य हो पाएंगे।


चिकित्सकों से मारपीट, भीम सेना जिलाध्यक्ष गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर। थाना कोतवाली नगर के जिला चिकित्सालय में उपकार बाबरा द्वारा इमरजैन्सी वार्ड में इमरजैन्सी स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार व सरकारी कार्य में वाधा उत्पन्न करने के आरोप में भीम सेना के जिलाध्यक्ष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है ।


पुलिस ने बताया कि दिनांक 30.04.2020 की रात्रि को समय करीब 10:30 बजे थाना कोतवाली नगर पुलिस को चिकित्साधिकारी श्री मशकूर आलम द्वारा लिखित तहरीर द्वारा अवगत कराया गया कि आज दिनांक 30.04.2020 की शाम को समय करीब 08:30 बजे 01 अज्ञात व्यक्ति भीड के साथ इमरजैन्सी वार्ड में आया तथा अपने मरीज के बहाने इमरजैन्सी वार्ड में इमरजैन्सी स्टाफ को धमकाने लगा, मारने पीटने की धमकी देने के साथ सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की जिसके सम्बन्ध में थाना कोतवाली नगर पर मु0अ0सं0-285/20 धारा-269,270,332,504,506 भादवि, धारा-51 आपदा प्रवन्धन अधिनियम व धारा-3(2) महामारी अधिनियम बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया है, दोराने विवेचना सी0सी0टी0वी0 फुटेज के आधार पर अभियुक्त उपकार बाबरा पुत्र अथर सिंह निवासी अलमासपुर थाना नई मण्डी जनपद मु0नगर को गिरफ्तार कर लिया गया है, अभियोग की विवेचना प्रचलित है।


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