बुधवार, 3 नवंबर 2021

क्या आप जानते हैं दीपावली के बारे में ये

दीपावली पर्व                                          

यह सर्वविदित है कि भारत त्योहारों का देश है | भारत भूमि पर 36  करोड़ देवी देवता निवास करते हैं | इसीलिए यहाँ का प्रतिदिन ही नहीं प्रतिपल भी उत्सवों का पल है | भारत में प्रत्येक उत्सव के  आयोजन के लिए निश्चित समय का महत्त्व व कारण मौजूद हैं | प्रत्येक त्यौहार के आयोजन का समय व कारण विज्ञान कि वर्तमान कसौटी पर खरा-परखा है | प्रत्येक वर्ष फागुन माह में होली तथा कार्तिक अमावस्या को दीपावली का आयोजन भारत ही नहीं, विश्व के प्रत्येक भाग में रहने वाले भारतीयों द्वारा उल्लास से किया जाता है|

दीपावली क्यों मनाई जाती है ? यह जानने के लिए हमें अपने ऋषि -मुनियों के चिंतन पर विचार करना होगा जो कि प्राचीन काल के वैज्ञानिक थे और नगरों से दूर वनों में अपने आश्रमों में शोधकार्यों द्वारा जनकल्याण के उपाय खोजा करते थे | उनके द्वारा खोजे गए सिद्धांत, उपाय आज भी अटल हैं | उन महामानवों ने अपने शोध विषयों को जनमानस से जोड़ने के लिए धर्म, त्यौहार व पर्व विशेष का सहारा लिया | उदहारण के लिए --हिन्दू धर्म में पीपल वृक्ष पर देवता अथवा भूत-प्रेत होने कि बात कहकर उसे काटने पर प्रतिबन्ध लगाया गया है, साथ ही उसके नीचे सफाई व पूजा का प्रावधान भी किया गया है | जबकि इसका मूल कारण पीपल द्वारा 24 घंटे प्राण वायु ऑक्सीजन का सृजन था, जिसे वर्तमान विज्ञान भी स्वीकार करता है |

 अब दीपावली पर्व कि बात करने से पहले कुछ बात धनतेरस यानी धन्वन्तरी त्रयोदशी के बारे में भी बता दूँ। पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के समय अमृत कलश धारण किये भगवान धन्वन्तरी प्रकट हुए थे | भगवान धन्वन्तरी ही आयुर्वेद के जनक कहे जाते हैं और यह ही देवताओं के वैध भी माने जाते हैं | कार्तिक कृषना त्रयोदशी उन्ही भगवान धन्वन्तरी का जन्म दिवस है जिसे बोलचाल की भाषा में धनतेरस कहते हैं |  सभी सनातन धर्म के अनुयायी भगवान धन्वन्तरी जी के प्रति इस दिन आभार प्रकट करते हैं | भगवान धन्वन्तरी का गूढ़ वाक्य आज भी आयुर्वेद में प्रमुखता से प्रयोग किया जाता है----

"यस्य देशस्य यो जन्तुस्तज्जम तस्यौषधं हितं ।

अर्थात जो प्राणी जिस देश व परिवेश  में उत्पन्न हुआ है उस देश कि भूमि व जलवायु में पैदा जड़ी  -बूटियों से निर्मित औषध ही उसके लिए लाभकारी होंगी |

इस गूढ़ रहस्य को हमारे मनीषियों ने समझा और उसी के संकल्प का दिन है " धनतेरस "| यह अलग बात है कि अनेक कारणों से वर्तमान में आयुर्वेद का प्रचार -प्रसार धीमा पड़ गया है | इस धनतेरस पर हम संकल्प लें कि भगवान धन्वन्तरी जी द्वारा स्थापित आयुर्वेद चिकित्सा का यथा संभव प्रचार-प्रसार एवं संरक्षण कर सुखी, समृद्ध राष्ट्र का निर्माण करें |  आज ही के दिन प्रदोष काल में  यम के लिए दीप दान एवं नैवेध अर्पण करने का प्रावधान है | कहा जाता है कि ऐसा करने से अकाल मृत्यु से रक्षा होती है | मानव जीवन को अकाल मृत्यु से बचाने के लिए दो वस्तुएं ही आवश्यक हैं --प्रकाश  = ज्ञान तथा नैवेध = समुचित खुराक|

यदि यह दोनों वस्तुएं प्रचुर मात्र में दान दी जाएँ तो निश्चय  ही देशवासी अकाल मृत्यु से बचे रहेंगे|अ ब बात करते हैं छोटी दीपावली यानि नरक चतुर्दशी की | कार्तिक  कृष्णा चतुर्दशी को ही नरक चतुर्दशी कहा जाता है | आज के दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था | इस विजय के उपलक्ष्य में ही यह पर्व मनाने का उल्लेख पुराणों में मिलता है | इस दिन प्रात: उबटन , तेल आदि मलकर सरोवर, नदी तट पर नहाने का भी प्रावधान संभवत: इसीलिए किया गया है कि घरों की सफाई आदि के कारण शरीर थका हुआ तथा धूल, मिट्टी से त्वचा शुष्क हो जाती है | जिसके कारण किसी कार्य में मन नहीं लगता  | तेल, उबटन आदि से स्नान करने से शरीर में स्फूर्ति आ जाती है |

छोटी दीपावली से अगले दिन कार्तिक अमावस्या को दीपावली का आयोजन किया जाता है |

 दीपावली क्यों मनाई जाती है ?

शास्त्रों व किवदंतियों में इसके अनेक कारण बताये गए हैं, संक्षेप में उनका वर्णन निम्न है------

कहा जाता है कि कृषि प्रधान भारत देश में आज से सहस्त्रों वर्ष पूर्व इस उत्सव का प्रचलन ऋतू पर्व के रूप में हुआ था | इस समय तक शारदीय फसलें पककर घरों में आ जाती थी | अन्न, धन, रुई ,कपास से भण्डार भर जाते थे | अत: जनता का ह्रदय भी उल्लास से भर जाता था और अमावस्या के दिन दीपमालिका जलाकर नए अनाज से धन की देवी लक्ष्मी का पूजन कर उत्सव मनाया जाता था |


स्कन्द पुराण, पद्म पुराण व भविष्य पुराण में इसके भिन्न भिन्न कारणों का वर्णन किया गया है  जैसे---

१ - महाराजा पृथू द्वारा दीन-हीन भारत को पृथ्वी दोहन करके अन्न, धनादि प्राप्ति के साधन बताकर सुखी, समृद्ध करने के कारण दीपावली मनाने का वर्णन है |

२ -आज ही के दिन समुद्र मंथन से भगवती लक्ष्मी के प्रकट होने की प्रसन्नता के उपलक्ष्य में इस उत्सव को मनाने  व माँ लक्ष्मी की पूजा का प्रावधान पाया जाता है |

३ -कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी यानी नरक चतुर्दशी के दिन भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर राक्षस के वध के पश्चात उसकी कैद से मुक्त राजाओं व राजकन्याओं द्वारा श्री कृष्ण के अभिनन्दन के उपलक्ष्य में अगले दिन अमावस्या को  दीप मालाएं सजाई गई थी |

४ -महाभारत के आदि पर्व में पांडवों के वन से लौटने पर प्रजा जनों द्वारा उनके स्वागत में नगर को सजाने का भी संकेत पौराणिक गाथाओं में मिलता है |

५ -भगवान राम के लंका विजयोपरान्त अयोध्या आने पर वहां की जनता ने उल्लास पूर्वक यह उत्सव मनाया | अत: कहा जाता है कि श्री राम विजयोपल्क्ष में ही दीपावली मनाई जाने का प्रारंभ हुआ |

६ -सनत्कुमार संहिता के अनुसार एक बार दैत्य राज बलि ने समस्त भूमंडल पर कब्ज़ा कर लक्ष्मी सहित सभी देवी-देवताओं को बंदी बना लिया | तब भगवान विष्णु ने वामन अवतार धारण कर बड़े कौशल से बलि पर विजय प्राप्त कर सबको कारागार से मुक्त  कराया |  इस अवसर पर भगवती लक्ष्मी का विशेष सम्मान किया गया तथा चारों और दीप मालाएं सजा कर प्रसन्नता व्यक्त कि गई |

७ -कल्प सूत्र नामक जैन ग्रन्थ के अनुसार २५०० वर्ष पूर्व आज ही के दिन भगवान महावीर स्वामी ने अपनी ऐहिक लीला संवरण की थी |

८ -महर्षि वात्सायन अपने "काम सूत्र " में इसे "यक्ष रात्री " के नाम से याद करते हैं | उस समय यह "माहिमान्य " उत्सव के रूप में मनाया जाने वाला विशेष पर्व था |

९ -सप्तम सती  में हर्ष वर्धन इसका उल्लेख अपने नाटक " नागानंद " में " दीप प्रतिप्दुत्सव " के नाम से करते हैं |

१०-नीलमत पुराण में " कार्तिक अमायां दीपमाला वर्णनम "  के अंतर्गत दीपावली का वर्णन किया गया है | जिसमे रोशनी, नए वस्त्र धारण करना, गाना बजाना आदि का निर्देश है |

                 इस प्रकार हम कह सकते हैं कि दीपावली पर्व अनेकों कारणों से संबध होता हुआ प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति का अहम् अंग है |

कुछ अन्य विवेचनाओं के अनुसार----

   शास्त्रों का कथन है “अन्धकार में भटकते मानव को प्रकाश प्रदान कर सन्मार्ग में लाने कि कामना करो |" प्रकाश यानि ज्ञान , यही भारतीय मनीषियों का चिंतन है |"

   वर्षा ऋतु के पश्चात कार्तिक माह में कीड़े य अन्य जहरीले कीट-पतंगे पैदा हो जाते हैं | जो रात्रि के अन्धकार में दिखाई नहीं देते | अत: दीप जलाकर कुँए, बावड़ी, मंदिर, धर्मशाला, चौराहे  व घर की चौखट आदि पर रखने का विधान है | कार्तिक मॉस की अमावस्या के पश्चात् शुक्ल पक्ष का प्रारंभ हो जाता है |

आज ही के दिन लक्ष्मी पूजन के समय बही, बस्ते, आय-व्यय खातों के पूजने की भी प्रथा है |

भारतीय अर्थ प्रणाली के अनुसार हमारा आर्थिक वर्ष आज ही के दिन प्रारंभ होता है |

वर्षा ऋतु में धूप की कमी से वायुमंडल में अनेक कीटाणु पैदा हो जाते हैं | इस अवसर पर घरों कि सफाई कर चूना व नीलाथोथा डालकर सफेदी की जाती थी ताकि घरों कि नमी ख़त्म हो कर घर कीटाणु मुक्त हो सकें |

 दीपावली पर्व के साथ ही द्यूत क्रीडा भी जुडी है | द्यूत क्रीडा पर अनेक मतभेद हैं | भविष्यत् पुराण के उत्तर पर्व, अध्याय चार और पद्म पुराण के उत्तर खंड १२२ में कहा गया है--

            कुर्यान्महोत्सवं राजा दिनानि नव सप्त वा |

                 वैश्यांगनानरैह्वाष्टई   धूर्त क्रीडामहोत्सवै: ||              

          प्रातगोवर्धन: पूज्यो धूतं रात्रौ समाचरेत ||

 अर्थात राजा का कर्त्तव्य है कि वह नौ य़ा सात दिन का उत्सव मनाये जिसमे राज्यभर के व्यापारी सम्मलित हों , महिला सम्मलेन हो, मल्ल, घुसें बाज़ी, लठैत,शास्त्रास्त्र, स्वस्थ प्रजाजनों की  प्रदर्शनी हों | वस्तुओं के भावी भावों के अनुमानिक सौदे, घुड दौड़ आदि  मनोरंजक कार्यक्रम हों | प्रात:काल गौ वंश की समृधि के प्रतीक देवता कि पूजा एवं रात के अधिवेशन में  द्यूत का पुरोगम संपन्न होना चाहिए |

   द्यूत दो प्रकार का होता है | एक पासे, कौड़ियों, सलाई आदि वस्तुओं कि संख्या दावं पर लगाना तथा दूसरा अन्नादि वस्तुओं के भावी भावों की कल्पना करना व अनुमान लगाकर सौदे करना।  प्रतियोगिता  में हार जीत का अनुमान कर प्रतियोगियों को प्रोत्साहित करना आदि |

   मनु स्मृति अध्याय ९ शलोक २३३ में  तथा नारद स्मृति में पहले प्रकार के द्यूत को ठगी तथा  दुसरे प्रकार को चुनौती कहा गया है | वेदादि में पहले प्रकार को निन्दित बताते हुए " अक्षैर्मा दिव्य" यानि पाशे मत खेलो " कहा गया है | जबकि दुसरे प्रकार के द्यूत को शास्त्रों में कल्पना शक्ति और साहस बढाने वाला कहा गया है | अत: अपने इस राष्ट्रीय त्यौहार पर पहले वाले द्यूत अर्थात ठगी , जुए का बहिष्कार करें , ऐसा शास्त्र सम्मत है |

डॉ अ कीर्तिवर्धन

विद्या लक्ष्मी निकेतन

53 -महालक्ष्मी एनक्लेव , जानसठ रोड

मुज़फ्फरनगर -251001 उत्तर प्रदेश

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मंगलवार, 2 नवंबर 2021

हरेन्द्र मलिक के निवास पर आयेंगे अखिलेश यादव

 मुजफ्फरनगर । 11 तारीख को आएंगे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव! बुढ़ाना कार्यक्रम के बाद मुजफ्फरनगर पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक के आवास प्रेमपुरी सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव आयेंगे।


नई मंडी डकैती का एक और अभियुक्त पकड़ा, 21.5 हजार रुपये बरामद


मुजफ्फरनगर। थाना नई मण्डी, पुलिस ने चर्चित डकैती के अभियोग में वांछित अभियुक्त गिरफ्तार, 21 हजार 500 रुपये बरामद किए।

गिरफ्तार अभियुक्त पवन सैनी पुत्र रामबीर निवासी कोताना थाना बडौत, बागपत द्वारा अपने साथियों के साथ दिनांक 26.09.2021 को थानाक्षेत्र नई मण्डी स्थित मकान में डकैती की घटना को कारित किया गया था, जिसके सम्बन्ध में थाना नई मण्डी पर CN-484/21 US-395,412,342 IPC पंजीकृत किया गया था। अभियुक्त के 06 साथियों को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

उससे 21 हजार 500 रुपये (CN-484/21 US-395,412,342 IPC से सम्बन्धित) बरामद किए गए हैं। 


 इसके अलावा 30 हजार की चरस सहित मादक पदार्थ तस्कर अभियुक्त गिरफ्तार किया गया है। थाना नई मण्डी पुलिस द्वारा अभियुक्त जाकिर पुत्र अनवर निवासी सरवट थाना सिविल लाइन मुजफ्फरनगर को अवैध मादक पदार्थ सहित गिरफ्तार किया गया। उसके पास 500 ग्राम चरस-कीमत लगभग 30 हजार रुपये मूल्य की बरामद की गई। 

सडक हादसे में युवक की मौत


मुजफ्फरनगर । मोरना के पास सडक हादसे में एक युवक की मौत हो गई। 

भोपा थाना क्षेत्र के गाँव छछरौली में तीव्र मोड़ पर बाइक फिसलने से भोकरहेड़ी निवासी नवयुवक विशाल वाल्मीकि की मौत हो गई। मोड पर तेजी से आते हुए वह बाइक संभाल नहीं पाया। इसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने चलाया चैकिंग अभियान


मुजफ्फरनगर । आगामी त्योहारों के दृष्टिगत जनपदीय पुलिस द्वारा चलाया गया सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। 

त्योहारों के परिपेक्ष्य में जनपद में कानून व्यवस्था को सुद्रढ रखने व सुरक्षा के दृष्टिगत आज दिनांक 02.11.2021 को एंटी सेबोटाज चेक टीम व डॉग स्क्वाड द्वारा जनपदीय पुलिस व LIU टीम के साथ मिलकर जिला अस्पताल, कचहरी परिसर, नुमाइश कैम्प, मुख्य चौराहों, मार्किट एरिया एवं अन्य भीड भाड वाले स्थानों पर चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है।अभियान के दौरान मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वाड के जरिये संदिग्ध व्यक्ति/वाहन/सामान की चैकिंग की जा रही है तथा अनावश्यक खडे व्यक्तियों से पूछताछ भी की। साथ ही वहां मौजूद व्यक्तियों से अपील की गई कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति/वस्तु दिखने पर तत्काल पुलिस को सूचित करें।

दिवाली पर बिजली आपूर्ति अबाध सुनिश्चित करने के निर्देश


लखनऊ।उत्तर प्रदेश में इस बार बिजली की आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए पावर कारपोरेशन ने खास इंतजाम किया है।पावर डिस्ट्रीब्यूशन डिपार्टमेंट ने सभी इंजीनियरों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि फॉल्ट और ट्रांसफॉर्मर पर विशेष ध्यान दिया जाए।विभाग ने आगे कहा है कि अगर कहीं कोई दिक्कत हो, तो उसे तुरंत ठीक किया जाए, जिससे बिजली की आपूर्ति निर्बाध तरीके से चलती रहे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यूपी पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि यूपी में शहरों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी धनतेरस की सुबह से दीपावली के दूसरे दिन सुबह तक निर्बाध बिजली देने की व्यवस्था की जाए,अगर कहीं इस दौरान फॉल्ट की सूचना आए, तो तुरंत अभियंता ठीक करें।

आपको बता दें कि पावर कारपोरेशन ने पिछले दिनों कोयले की किल्लत को देखते हुए यूपी में शेड्यूल जारी किया था।इसके मुताबिक यूपी के गांवों में 21 घंटे तक बिजली सप्लाई करने की बात कही गई है।मगर अब ने निर्देश के मुताबिक 6 नवंबर तक यूपी में 24 घंटे तक बिजली आपूर्ति की जाएगी।

यूपी में कोयले की किल्लत की वजह से करीब 10000 मेगावाट कम बिजली की आपूर्ति हो रही है, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों पीएम मोदी को पत्र भी लिखा था।यूपी में दीपावली पर बिजली को लेकर राजनीति भी हो चुकी है। 2017 के चुनाव में पीएम मोदी ने अपने चुनावी भाषण में इसका जिक्र किया था।भाजपा ने चुनावी वादों में भी दीपावली पर बिजली देने का वादा किया था।

इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी द्वारा दीपावली मिलन का आयोजन

 



मुजफ्फरनगर ।इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी द्वारा दीपावली मिलन का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि नरेंद्र बहादुर सिंह अपर जिलाधिकारी सतपाल पाल चेयरमैन कोऑपरेटिव सोसायटी अशोक कंसल पूर्व विधायक उपस्थित रहे संचालन होती लाल शर्मा महामंत्री ने किया संयोजक मनोहर लाल कालरा ने सबका आभार व्यक्त किया। प्रसिद्ध उद्योगपति आलोक स्वरूप, प्रसिद्ध समाजसेवी देवराज पंवार उपस्थिति रहे। गुडविल सोसायटी के अध्यक्ष सुरेंद्र अग्रवाल ने दीपावली की शुभकामनाएं दी

तीन बाइकचोर पकडे, सोलह बाइकें बरामद


मुजफ्फरनगर । थाना सिविल लाइन पुलिस ने बड़े गिरोह को दबोचकर चोरी की 16 मोटरसाइकिल बरामद की हैं । गिरोह के तीन अभियुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों पर दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। 2 आरोपी  फरार हो गए। फरार अभियुक्तों कि तलाश में दबिशें जारी हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों से 2 तमंचे व कारतूस ओर एक चाकू बरामद किए हैं। दो पत्रकारों की चोरी हुई मोटरसाइकिल भी पुलिस ने की चोरों से बरामद की हैं। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय व सीओ सिटी कुलदीप कुमार सिंह ने किया प्रेस वार्ता में बड़ा खुलासा किया। थाना सिविल लाइन इंचार्ज बिजेंद्र सिंह रावत व उनकी टीम ने कि चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की हैं ।
अभियुक्तगण जनपद मुजफ्फरनगर व आस-पास के जनपदों से वाहन चोरी करते थे तथा वाहनों को पार्किंग व अस्पताल जैसी भीडभाड वाली जगह पर खडी कर देते थे, पुलिस चैकिंग समाप्त होने के पश्चात अभियुक्त वाहनों को दूसरी जगह छिपा देते थे। अभियुक्तगण वाहनों की नम्बर प्लेट बदलकर दूर-दराज के गांव में मांग के अनुसार 05-07 हजार रुपये में बेच देते थे। 
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम अलकित पुत्र सुकेन्द्र निवासी अटेरना थाना सरधना, मेरठ, विपिन पुत्र धर्मपाल निवासी भमोरी थाना सरधना, मेरठ व सूरज पुत्र धीर सिंह निवासी अटेरना थाना सरधना, मेरठ हैं। उनके कब्जे से 16 चोरी की मोटरसाइकिल-विभिन्न कम्पनी की, दो तमंचे मय 05 जिन्दा कारतूस 315 बोर एवं 01 चाकू और दो मोबाइल फोन, ब्लूटूथ ईयरफोन आदि (अभियुक्तों द्वारा कुछ समय पूर्व जनपद मुजफ्फरनगर से अमेजन डिलवरी मेन की मोटरसाइकिल को भी चोरी किया गया था जिसमें डिलवरी का सामान भी था, उपरोक्त सामान उसी से सम्बन्धित है। गिरफ्तार अभियुक्त विपिन उपरोक्त पर वाहन चोरी, गैंगस्टर जैसी धाराओं में आधा दर्जन से अधिक अभियोग दर्ज है, अभियुक्तगण के अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।

समाजसेवी राजकुमार जैन का निधन

 


मुजफ्फरनगर । अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़े श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र वहलना प्रबंध समिति के महामंत्री राजकुमार जैन का निधन हो गया। वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे।
राजकुमार जैन लगातार एक महीने से दिल्ली हॉस्पिटल में एडमिट थे। वहीं उन्होंने अपना नश्वर शरीर त्यागा। उनके निधन पर मुजफ्फरनगर में शोक की लहर है। ओम टीआर न्यूज़ परमपिता परमात्मा से उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान देने की कामना करते हैं।

भारी मात्रा में नशीली दवाओं सहित तस्कर गिरफ्तार


मुजफ्फरनगर । तीन अवैध मादक पदार्थ तस्कर गिरफ्तार कर पुलिस ने भारी मात्रा में नशीली गोलियां व कैप्सूल बरामद किए हैं। 

थाना तितावी पुलिस द्वारा 03 अवैध मादक पदार्थ तस्कर अभियुक्तों को कल्याणकारी इण्टर कालेज बघरा के मैदान से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तगण के नाम:शौहेल पुत्र सोनी खान निवासी ग्राम गाऊमपुरा थाना मलेल कोटा जिला संगरूर पंजाब  कासिम पुत्र रफीकअहमद नि0 मौ0 खटीकान बघरा थाना तितावी मुजफ्फरनगर और शफीक अहमद पुत्र अब्दुल वहाब निवासी ग्राम सैदपुरा खुर्द थाना तितावी बताए गए हैं। उनके कब्जे से  904 नशीली गोलियां (ALPRAZOLAM TAB), 329 गोलियां (TRAMWEL TAB),105 कैप्सूल (TRAMWEL CAP) तथा 4 कैप्सूल (SPMPRX+WOCKHUT CAP) बरामद किए गए हैं। 

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